अजमेर. देश में कोरोना संक्रमण महामारी के बाद लोग अब दो वक्त की रोटी के लिए इधर से उधर भटकते हुए नजर आ रहे हैं. इसी दौरान एक व्यक्ति फुटपाथ पर बैठकर फोटो बेच रहा है. इस व्यक्ति ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी के चलते नवंबर में लगने वाला अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेला आयोजित नहीं किया जा रहा है.
ऐसे में अब लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. साथ ही उसने कहा कि जिसे व्यापार से उम्मीद थी उसे अब फुटपाथ पर दो वक्त की रोटी कमाने के लिए सामान बेचना पड़ रहा है. वहीं फुटपाथ पर बैठे दुकानदार ने कहा कि वह मूर्तियां बनाने का काम करता है.
युवक पुष्कर के गनाहेड़ा का रहने वाला है लेकिन ऐसे समय में ना तो मूर्तियां बन रही है और न कुछ और काम उसे मिल पा रहा है. ऐसे में जयपुर से फोटो खरीदकर वह पुष्कर मेले के लिए बेचने लाया था लेकिन इस बार अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला भी राजस्थान सरकार की कोरोना गाइडलाइन के चलते स्थगित कर दिया गया है.
साल 2020 में हुआ काफी नुकसान
वहीं मूर्ति दुकानदार श्याम का कहना है कि साल 2020 उनके लिए काफी खराब गया है. इस बार ना कुछ कमा पाए हैं और जो कुछ कमाया हुआ था वह भी सब गंवा चुके हैं. अब ऐसे में परिवार का भरण-पोषण करना भी मुसीबत बन चुका है.
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साथ ही दुकानदार का कहना है कि वह सड़कों पर इधर से उधर माल लेकर भटकता रहता है. उसने कहा कि कभी तो आनासागर चौपाटी के नजदीक, तो कभी सावित्री कॉलेज के नजदीक. जहां भी उन्हें जगह मिल जाती है वहीं सड़क किनारे फोटो लगाकर बेचना शुरू कर देता है.
पुष्कर मेले से लोगों को हुआ करोड़ों रुपए का नुकसान
साल 2020 में अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला नहीं लगने से लोगों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. ऐसे में फुटकर व्यापारी जो दिनभर मजदूरी करते हुए शाम को अपने परिवार का पेट पालने के लिए कुछ पैसा कमा लिया करते थे, उनकी कमाई पर भी अब गाज गिर चुकी है.
साथ ही जिस तरह से राजस्थान सरकार की ओर से धारा 144 को लागू करते हुए अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले पर भी पाबंदी लगा दी गई है. ऐसे में बाहर से आने वाले विदेशी पर्यटक व देशी सैलानी भी इस बार नहीं आ पा रहे हैं. जिस पर उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है, साथ ही इस बार उन्हें उम्मीद थी कि अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले से कुछ उनकी कमाई हो पाएगी लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है.