अजमेर. आरपीएससी पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा के मामले की जांच एसओजी कर रही है. लेकिन अब इस केस में ईडी की भी एंट्री हो गई है. ईडी ने आरपीएससी अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय और सचिव एचएल अटल को भी नोटिस दिया है. वहीं, राज्य के पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री व विधायक वासुदेव देवनानी ने गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पेपर लीक प्रकरण में आरोपी बाबूलाल कटारा की संपत्ति की जांच क्यों नहीं की गई?.
पर्दे के पीछे हैं कई चेहरे - पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री व अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. देवनानी ने कहा कि आरपीएससी पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार सदस्य बाबूलाल कटारा के मामले में ईडी ने आयोग के अध्यक्ष और सचिव को नोटिस भेजा है. साथ ही देवनानी ने इस प्रकरण में करोड़ों के हेरफेर का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एसओजी की जांच बाबूलाल कटारा तक ही सीमित है. इस मामले में और कौन-कौन से चेहरे पर्दे के पीछे हैं, उनको बेनकाब नहीं किया जा रहा है.
देवनानी ने की ये मांग - देवनानी ने कहा कि इस मामले में उच्च अधिकारियों और मंत्रियों तक तार जुड़े हो सकते हैं. रीट के मामले में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली को बर्खास्त करने के बाद एसओजी शांत बैठ गई है. ऐसे में उन्होंने मांग की, कि इस प्रकरण में हाईकोर्ट के न्यायाधीश के निर्देशन में मामले की जांच की जाए, ताकि जांच आगे बढ़ सके और मुख्य अभियुक्तों तक एसओजी पहुंच सके.
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उन्होंने कहा कि एसओजी मुख्यमंत्री के अधीन है. ऐसे में मुख्यमंत्री कभी नहीं चाहेंगे कि उच्च स्तर के अधिकारी और मंत्रिमंडल के लोगों का नाम भी पेपर लीक प्रकरण में सामने आए. इसके लिए वो किसी न किसी तरह से जनता को भ्रमित करते हुए टाइम पास करवा रहे हैं. लेकिन जब तक इसमें हाईकोर्ट के न्यायाधीश के निर्देशन में जांच नहीं होगी, तब तक मामले में मुख्य अभियुक्त तक नहीं पहुंचा जा सकेगा.
अपने अस्तित्व को बचाने के लिए पायलट कर रहे पदयात्रा - देवनानी ने गहलोत और पायलट के बीच जारी सियासी घमासान पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ता के दो केंद्रों की ये अस्तित्व की लड़ाई है. एक सत्ता पर कब्जा करना चाहता है और दूसरा सत्ता में चिपके रहना चाहता है. इन दोनों के सत्ता संघर्ष में साढ़े 4 साल जनता पिसती रही है. कांग्रेस में दोनों केवल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. इसलिए सचिन पायलट भी अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इस प्रकार की जनसंघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं. पायलट ने जिस प्रकार के मुद्दे उठाए हैं, उससे साफ है कि विपक्ष जो कुछ कह रहा था वह एकदम सही है, चाहे वो पेपर लीक का मामला हो या फिर भ्रष्टाचार का मामला.
अब मौके की ताक में जनता - देवनानी ने कहा कि यूडीएच में हाल ही में एक दलाल पकड़ा गया. वह दलाल स्पष्ट रूप से कह रहा है कि प्रमुख शासन सचिव कुंजी लाल मीणा और यूडीएच मंत्री का नाम उसने लिया है. कांग्रेस के पूर्व मंत्री कहीं न कहीं भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. जनता इंतजार कर रही है कि कब उनको मौका मिले और वो कांग्रेस का सूपड़ा साफ करें और सुशासन भाजपा के नेतृत्व में ला सके.
लड़कियों और महिलाओं को केरला स्टोरी दिखाएंगे देवनानी - देवनानी ने कहा कि देश में बढ़ रहे लव जिहाद, धर्मांतरण और आतंकवाद के षड्यंत्र को उजागर करने पर राष्ट्रीयता की भावना से प्रेरित केरला स्टोरी के रूप में सामने आई है. 14 मई को सुबह 9 बजे जयपुर रोड स्थित माया मंदिर टॉकीज में सवा 500 लड़कियों और महिलाओं को वो निशुल्क फिल्म देखने की व्यवस्था करवाए हैं. उन्होंने कहा कि 18 से 30 साल तक की लड़कियों और महिलाओं को निशुल्क कूपन के माध्यम से फिल्म दिखाई जाएगी.
सीएम को खुश करने के लिए एलिवेटेड रोड का करवाया उद्घाटन - देवनानी ने कहा कि केंद्र की स्मार्ट सिटी योजना के तहत अजमेर में एलिवेटेड रोड का निर्माण हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने केवल सीएम को खुश करने और वाहवाही लूटने के चक्कर में इसका जल्दबाजी में लोकार्पण करवाया. इससे पहले एलिवेटेड रोड के लिए ट्राफिक का पूरा प्लान बनाया जाना चाहिए था. कचहरी रोड और स्टेशन रोड पर मलबे के ढेर पड़े हुए हैं.
मलबे के ढेर नहीं हटेंगे तो ट्राफिक सुगम कैसे होगा. एलिवेटेड ब्रिज पर पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ तक की व्यवस्था नहीं की गई. कहां से वनवे होगा कौन सा 2-way होगा. इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. एलिवेटेड रोड के ऊपर और नीचे ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई हुई है. लोग परेशान हो रहे हैं. नीचे की सड़कें पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. उन सड़कों की मरम्मत तक नहीं करवाई गई है.