अजमेर. विश्वविख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812वें उर्स के मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से दरगाह में चादर पेश की गई. राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी खड़गे की चादर लेकर मंगलवार को अजमेर पहुंचे. यहां उन्होंने सर्किट हाउस में कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की.
इस दौरान इमरान प्रतापगढ़ी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री समेत किसी भी केंद्रीय मंत्री का कोई बयान सामने नहीं आया. उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान "राहुल गांधी ने राजस्थान की धरती से ही कहा था कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं". इस बार भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर राहुल गांधी निकले हैं. मणिपुर से यात्रा शुरू की गई है. कांग्रेस का पूरा फोकस इस यात्रा पर है. सभी बड़े नेता इस यात्रा में मौजूद हैं और व्यस्त हैं.
पढ़ें. पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में पेश हुई चादर
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी न्याय के लिए मणिपुर से 6 हजार 700 किलोमीटर की यात्रा पर निकले हैं. मणिपुर में जिस तरह से हिंसा हुई, वहां पर प्यार के मरहम की जरूरत थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने एक बार भी मणिपुर के मुद्दे पर एक शब्द नहीं बोला. वहीं, राहुल गांधी दूसरी बार मणिपुर गए हैं. उन्होंने मणिपुर से ही यात्रा की शुरुआत करने की जिद को जमीन पर उतारा है. वहां अलग-अलग समाज के लोग इस यात्रा में सहभागी बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा देश को नई दिशा और दशा देगी. युवाओं और बेरोजगारों के लिए राहुल गांधी न्याय की मांग करने के लिए सड़क पर हैं. यह एक बड़ी कोशिश है कि पहले भारत जोड़ो यात्रा और अब न्याय यात्रा निकाली गई है.
पार्टी अध्यक्ष ही देता है संदेश : उन्होंने कहा कि कांग्रेस में परंपरा रही है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ही संदेश दिया करते हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन का ही संदेश है "नफरत छोड़ो, भारत जोड़ो". उन्होंने कहा कि न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस के सभी बड़े नेता व्यस्त हैं. पूरी पार्टी का ध्यान न्याय यात्रा पर केंद्रित है. इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि "यह दायित्व मेरा है और उसी दायित्व को निभाने के लिए मैं आया हूं. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का अध्यक्ष पद महत्वपूर्ण है, उस पद पर कौन बैठा है यह महत्व नहीं रखता."
मणिपुर को मिले न्याय : राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि जब भारत जुड़ता है तो तमाम धर्म और समाज भी जुड़ता है. जाहिर है मोहब्बत फैलेगी तो हर वर्ग में इसका असर भी देखने को मिलेगा. मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि "आज भी बड़ी संख्या में लोग शरणार्थियों की तरह कैंप में रह रहे हैं. तीन दिन पहले ही वहां हत्याएं हुई हैं. मणिपुर में सरकार और सरकार का सिस्टम पूरी तरह से फेल है. पीएम इवेंट मैनेजमेंट करते हैं, लेकिन देश के अंदर जलते सुलगते राज्यों के बारे में कुछ नहीं कहते. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का संदेश है कि मणिपुर को न्याय मिले."
पढ़ें. उर्स 2024 : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से दरगाह में पेश हुई चादर, संदेश में कही ये बात
जनप्रतिनिधि तो जनता ही बनाएगी : इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद गंगानगर में हुए उपचुनाव में जनता ने भाजपा को आइना दिखा दिया है. विधानसभा में जो चूक हुई है, उसे जनता सुधारना चाहती है. बीजेपी को पता था कि उनके प्रत्याशी चुनाव हारने जा रहा है तो आखिरी दाव लगाकर उसे मंत्री पद की शपथ दिलाई, लेकिन श्रीगंगानगर की जनता ने भाजपा प्रत्याशी को नकार दिया. भाजपा का असली रिपोर्ट कार्ड यही है. भूल चूक जनता से या कांग्रेस की कमजोर रणनीति रही कि हम सरकार नहीं बना सके, इसके बावजूद कांग्रेस ने राजस्थान में अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का प्रदर्शन और भी अच्छा हो सकता था, सरकार बना सकते थे, लेकिन यह रणनीति या मैनेजमेंट की चूक रही है. अभी भी जनता ने चुनाव में भाजपा को हराकर बता दिया कि विगत सरकार योजनाएं खासकर चिरंजीवी योजना का देश में कोई सानी नहीं है. इसका असर सीधा-सीधा लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा.
अन्य राज्यों को 450 रुपए में गैस सिलेंडर क्यों नहीं देते : उन्होंने कहा कि राजस्थान में 450 रुपए में गैस सिलेंडर दी जा रही है, तो पीएम अन्य राज्यों में इस दर में गैस सिलेंडर क्यों नहीं देते? मोदी गारंटी एक छलावा और जुमले से ज्यादा और कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि "बीजेपी के किसी भी मुख्यमंत्री में इतना साहस नहीं है कि वह अपने राज्य में चिरंजीवी जैसी योजना लागू कर सके. उन्होंने कहा कि मेरा चैलेंज है कि विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़िए और दम है तो राजस्थान में रही कांग्रेस सरकार की योजनाओं को पूरे देश में लागू करके दिखाएं. "
पढ़ें. उर्स 2024: ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में बॉलीवुड की ओर से चादर की गई पेश
धर्म आस्था का विषय है और राजनीति का नहीं : उन्होंने कहा कि धर्म आस्था का विषय है सियासत का विषय नहीं है. हम धर्म को लेकर सियासत नहीं करते हैं. बीजेपी सरकार को अपने विकास कार्यों पर भरोसा नहीं है, इसलिए वह धर्म की राजनीति करते हैं. देश के 20 करोड़ युवाओं की नौकरियां पीएम के कंधे पर उधार हैं. महंगाई की मार से जनता त्रस्त है. इवेंट मैनेजमेंट करके सरकार मीडिया के माध्यम से युवाओं के गुस्से को डाइवर्ट करती है.
सरकारी साजिशें अपने अंजाम तक न पहुंच पाएं : राज्य सभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी शायर भी हैं. ऐसे में ख्वाजा की नगरी में उन्होंने अपनी एक शायरी भी पढ़ी. उन्होंने कहा 'चाक है जिगर फिर भी आए हैं रफू करके. जाएंगे हकीकत से तुम को रूबरू करके. प्यार की इससे और बड़ी मिसाल क्या होगी, हम नमाज पढ़ते हैं गंगा में वजू करके.' उन्होंने कहा कि यह ख्वाजा गरीब नवाज का शहर है. यहां से अमन चैन और भाईचारे का पैगाम देश और दुनिया में जाता है. हम आज भी उनकी बारगाह में खड़े होकर दुआ करेंगे कि मुल्क में भाईचारा फैले. समाज को बांटने और नफरत फैलाने की जो कोशिशें की जा रही हैं, वह कम हों और सरकारी साजिशें अपने अंजाम तक नहीं पहुंच पाएं.
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का संदेश : इमरान प्रतापगढ़ी ने खड़गे का संदेश पढ़कर सुनाया, जिसमें लिखा था 'इन्तेहाई हकीकत और एहतराम के साथ में ख्वाजा गरीब नवाज मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812वें उर्स मुबारक के मौके पर अपनी और पूरी कांग्रेस पार्टी की ओर से ख्वाजा की दरगाह में चादर पेश करते हुए खुद को बेहद खुश किस्मत पा रहा हूं. ख्याल रहे कि पुरखुलूस जज्बात और अक़ीदत के साथ सुल्तान उल हिंद के आस्ताना मुबारक पर चादर चढ़ाई जाती है. चादर चढ़ाने का यह हसीन मौका हमारे वतन की गंगा जमुनी तहजीब, कौमी एकता, आपसी भाईचारा, प्यार और मोहब्बत, अदब और रवादारी की अलामत है. इस पूरी दुनिया को यह पैगाम जाता है कि हिंदुस्तान में कौमी इत्तेहाद और भाईचारा की जड़ें गहरी हैं. यह रिवायत हमारे मुल्क का कीमती सरमाया है, जिसकी हिफाजत करना हम सब का फरीजा है. यकीनन मुल्क आज एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है. मुल्क में नफरत की आंधी चलाई जा रही है, समाज और दिलों को बांटने की साजिश की जा रही है, जात और मजहब के नाम पर समाज में जहर घोला जा रहा है. ये मुल्क की अमन और सलामती के लिए खतरनाक है. आइए हम सब ख्वाजा की बारगाह में दुआ करें कि मुल्क के अंदर अमन, मोहब्बत, जम्हूरियत और सदियों पुरानी गंगा जमुनी तहजीब हमेशा बरकरार रहे और पूरे खुलूस के साथ भारत यूं ही जुड़ा रहे. हम दुआ करें कि अमन के दुश्मनों की तमाम साजिशें नाकाम हों. मुझे पूरा भरोसा है कि दुआ के लिए उठे हुए हाथ खुदा की जात से कबूलियत जरूर हासिल करेंगे.'