अजमेर. जिले के ब्यावर में माता-पिता का सहारा छूटने के बाद चार अनाथ बच्चों को आखिरकार पीसीसी सचिव के प्रयासों से आसरा मिल गया है. कुछ दिनों पहले ब्यावर आई बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने सभी बच्चों को नारी शाला अजमेर में भिजवाकर उनके लालन पोषण की बात कही है.
चारों बच्चो को बुधवार को पीसीसी सचिव पारस जैन के निर्देशन में नारीशाला भिजवा दिया गया है. राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किए गए बेसहारा तथा अनाथ बच्चों के भरण-पोषण के प्रयास और बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन संगीता बेनीवाल की पहल पर अब जवाजा पंचायत समिति के बागलिया निवासी चार बच्चों का भरण-पोषण तथा शिक्षा-दीक्षा अजमेर स्थित नारीशाला में होगी.
सिर से मां और बाप का साया उठने के बाद यह चारों बच्चें निराश्रित जीवन बसर कर रहे थे. समाज कल्याण विभाग के निर्देश पर बुधवार को चारों बच्चों को अजमेर स्थित नारीशाला भेजा गया. जानकारी के अनुसार बागलिया निवासी नारायणलाल नायक के चार बच्चें है. बताया जा रहा है कि कई महीनों पूर्व उसकी पत्नी चारों बच्चों को छोड़कर चली गई थी. जिसके बाद नारायाण लाल ही बच्चों का लालन-पालन कर रहा था.
15 जुलाई को नारायणलाल की भी सर्पदंश के कारण मौत हो गई तथा चारों बच्चें अनाथ हो गए. विगत दिनों बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन संगीता बेनीवाल के ब्यावर प्रवास के दौरान पीसीसी सचिव पारस पंच ने वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए चारों बच्चों का भरण-पोषण सरकार के माध्यम से करवाने की मांग की थी. जिस पर बेनावील ने सामाजिक न्याय विभाग को एक पत्र लिखकर चारों बच्चों को नारीशाला भिजवाने तथा उनके भरण-पोषण तथा शिक्षा दीक्षा की व्यवस्था के निर्देश दिए थे.
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समाज कल्याण विभाग के आदेशों के बाद बुधवार को बच्चों का करीबी रिश्तेदार मोहनलाल नायक चारों बच्चों को मय दस्तावेजों के साथ लेकर अजमेर के लिए रवाना हुआ. इस दौरान पीसीसी सचिव पारस जैन, जवाजा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष वीरेन्द्रसिंह पंवार, बागलिया के पूर्व सरपंच राजकुमार जैन तथा राजूलाल कुमावत आदि मौजूद थे.