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अजमेर: टेंपों चालकों की मनमानी रोकने में प्रशासन नाकाम, बन रही बड़ी समस्या

अजमेर में टेंपों चालकों की मनमानी किसी से छुपी नहीं है. प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण अब शहरवासियों के लिए यह बड़ी समस्या बनती जा रही है. यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ाने में माहिर टेंपों हर वक्त हादसे को निमंत्रण देते है.

अजमेर में लचर यातायात व्यवस्था
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Published : Jun 24, 2019, 5:22 PM IST

अजमेर. स्मार्ट सिटी कि ओर कदम बढ़ा रहे अजमेर शहर में यातायात व्यवस्था इतनी लचर है कि यह किसी से छुपी हुई नहीं है. खासकर टेंपो चालकों के मनमाने रवैए से न केवल हर रोज जाम की स्थिति बनती है, बल्कि टेंपो से दुर्घटना की हमेशा स्थिति बनी रहती है.

शहर में 600 से अधिक टेंपो का संचालन हर रोज हो रहा है. इसके अलावा कई टेंपो बिना परमिट के अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं. शहर की सड़कों को अपनी जागीर समझने वाले टेंपो चालकों को कानून का कोई खौफ नहीं है. टेंपों चालक कहीं से भी, कभी भी बेखौफ सवारियों को बैठाते है. यातायात के नियमों की धज्जियां उडाने में माहिर टेंपों हर वक्त हादसे को निमंत्रण देते है.

शहर के सबसे व्यस्ततम मार्ग रेलवे स्टेशन रोड पर टेंपों चालकों की मनमानी इस कदर सामने आई कि निर्धारित जगहों पर टेंपों खड़े करने के बजाय सड़क के बीच में ही टेंपों को खड़ा कर देते है. साथ ही टेंपो के पीछे लगी मोटी लोहे की एंगल हादसे का कारण बनती है. टेंपो चालक लोहे की एंगल पर सवारियों को खड़ा करने के लिए उपयोग में लेते हैं, जबकि यह अवैध है. टेंपो का परमिट लेते वक्त यह एंगल नहीं होती, लेकिन परमिट मिलते ही टेंपो के पिछे यह एंगल लगा दी जाती है.

अजमेर में लचर यातायात व्यवस्था

साथ ही ये देखा गया कि शहर में किसी भी टेंपो के पीछे इंडिकेटर नहीं है. टेंपो चालकों की ओर से कभी भी टेंपों को साइड में ले जाने के लिए किसी भी प्रकार का इंडिकेटर या संकेत नहीं दिया जाता है, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है. ईटीवी भारत ने यातायात विभाग के उप अधीक्षक धर्मवीर रतनू से इस समस्या पर बात की तो उन्होंने माना कि टेंपो चालक मार्ग को अवरुद्ध करते हैं. वहीं टेंपो के पीछे लगी मोटी लोहे की एंगल हादसे का कारण है और यह अवैध है. रतनू ने तत्काल अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शहर में चल रहे टेंपो चालकों को 7 दिन के भीतर इस प्रकार की एंगल हटाने के आदेश दिए जाए. अगर टेंपों चालक 7 दिन के अंदर एंगल नहीं हटाते है तो कार्रवाई की जाएगी.

स्मार्ट सिटी के मद्देनजर अजमेर में एलिवेटेड ब्रिज का काम जारी है. ऐसे में निर्माण कार्य की वजह से यातायात का दबाव और दुगना हो गया है. वहीं टेंपो चालकों की मनमानी की वजह से यातायात व्यवस्था कोढ़ में खाज की तरह हो गई है. अब देखने वाली बात यह होगी कि यातायात उप अधीक्षक धर्मवीर टेंपो चालकों की मनमानी को नियमों के अंतर्गत कैसे सुधार पाते हैं.

अजमेर. स्मार्ट सिटी कि ओर कदम बढ़ा रहे अजमेर शहर में यातायात व्यवस्था इतनी लचर है कि यह किसी से छुपी हुई नहीं है. खासकर टेंपो चालकों के मनमाने रवैए से न केवल हर रोज जाम की स्थिति बनती है, बल्कि टेंपो से दुर्घटना की हमेशा स्थिति बनी रहती है.

शहर में 600 से अधिक टेंपो का संचालन हर रोज हो रहा है. इसके अलावा कई टेंपो बिना परमिट के अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं. शहर की सड़कों को अपनी जागीर समझने वाले टेंपो चालकों को कानून का कोई खौफ नहीं है. टेंपों चालक कहीं से भी, कभी भी बेखौफ सवारियों को बैठाते है. यातायात के नियमों की धज्जियां उडाने में माहिर टेंपों हर वक्त हादसे को निमंत्रण देते है.

शहर के सबसे व्यस्ततम मार्ग रेलवे स्टेशन रोड पर टेंपों चालकों की मनमानी इस कदर सामने आई कि निर्धारित जगहों पर टेंपों खड़े करने के बजाय सड़क के बीच में ही टेंपों को खड़ा कर देते है. साथ ही टेंपो के पीछे लगी मोटी लोहे की एंगल हादसे का कारण बनती है. टेंपो चालक लोहे की एंगल पर सवारियों को खड़ा करने के लिए उपयोग में लेते हैं, जबकि यह अवैध है. टेंपो का परमिट लेते वक्त यह एंगल नहीं होती, लेकिन परमिट मिलते ही टेंपो के पिछे यह एंगल लगा दी जाती है.

अजमेर में लचर यातायात व्यवस्था

साथ ही ये देखा गया कि शहर में किसी भी टेंपो के पीछे इंडिकेटर नहीं है. टेंपो चालकों की ओर से कभी भी टेंपों को साइड में ले जाने के लिए किसी भी प्रकार का इंडिकेटर या संकेत नहीं दिया जाता है, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है. ईटीवी भारत ने यातायात विभाग के उप अधीक्षक धर्मवीर रतनू से इस समस्या पर बात की तो उन्होंने माना कि टेंपो चालक मार्ग को अवरुद्ध करते हैं. वहीं टेंपो के पीछे लगी मोटी लोहे की एंगल हादसे का कारण है और यह अवैध है. रतनू ने तत्काल अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शहर में चल रहे टेंपो चालकों को 7 दिन के भीतर इस प्रकार की एंगल हटाने के आदेश दिए जाए. अगर टेंपों चालक 7 दिन के अंदर एंगल नहीं हटाते है तो कार्रवाई की जाएगी.

स्मार्ट सिटी के मद्देनजर अजमेर में एलिवेटेड ब्रिज का काम जारी है. ऐसे में निर्माण कार्य की वजह से यातायात का दबाव और दुगना हो गया है. वहीं टेंपो चालकों की मनमानी की वजह से यातायात व्यवस्था कोढ़ में खाज की तरह हो गई है. अब देखने वाली बात यह होगी कि यातायात उप अधीक्षक धर्मवीर टेंपो चालकों की मनमानी को नियमों के अंतर्गत कैसे सुधार पाते हैं.

Intro:अजमेर। स्मार्ट सिटी बनाए जाने वाले अजमेर शहर में यातायात व्यवस्था इतनी लचर है कि यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। खासकर टेंपो संचालकों के मनमाने रवैए से न केवल हर रोज जाम की स्थिति बनती है। बल्कि टेंपो से दुर्घटना की हमेशा स्थिति बनी रहती है। ईटीवी भारत पर विशेष:-

अजमेर शहर में 600 से अधिक टेंपो का संचालन हर रोज हो रहा है। इसके अलावा कई टेंपो बिना परमिट के अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। शहर की सड़कों को अपनी जागीर समझने वाले टेंपो चालकों को कानून का कोई खौफ नहीं है। जब चाहा, जहां चाहा टेंपो रोका सवारी बिठाई या उतार दी। नियम कायदे तो इनके लिए ऐसे हैं कि जैसे मुंह में गुटके की जुगाली करते हुए थूक देते हैं। आमजन की मानें तो शहर में दौड़ रहे टेंपो हर वक्त हादसे को निमंत्रण देते रहते हैं.....
बाइट कांति शर्मा स्थानीय निवासी
बाइट लाल सिंह फौजदार स्थानीय निवासी

अब जरा इन टेंपो चालकों की मनमानी भी देख लीजिए। सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन रोड है। जहां पूरे शहर का यातायात दबाव रहता है। लेकिन यहां टेंपो चालकों की मनमानी ऐसी है कि निर्धारित जगह पर खड़े होने की बजाय यह आधी सड़क को अवरुद्ध कर देते हैं। इतना ही नहीं टेंपो के पिछवाड़े लगी मोटी लोहे की एंगल हादसे का कारण बनती है। टेंपो चालक लोहे की एंगल को सवारियों को खड़ा करने के लिए उपयोग में लेते हैं। जबकि यह अवैध है। टेंपो का परमिट लेते वक्त यह एंगल नहीं होती। लेकिन परमिट मिलते ही टेंपो के पिछवाड़े यह एंगल लग जाती है। अजमेर में किसी भी टेंपो के पीछे इंडिकेटर नहीं है। टेंपो चालक कभी भी कहीं भी टेंपो घुमाकर साइड में कर लेते हैं और पीछे आने वाला वाहन चालक गफलत का शिकार होकर उनसे भिड़ जाता है। तब टेंपो के पीछे लगी लोहे की एंगल उसके लिए काल बन जाती है। ईटीवी भारत के यातायात विभाग के उप अधीक्षक धर्मवीर रतनू से इस गंभीर समस्या पर बात की तो उन्होंने माना कि टेंपो चालक मार्ग को अवरुद्ध करते हैं। वही टेंपो के पीछे लगी मोटी लोहे की एंगल हादसे का कारण है और यह अवैध है.....
बाइट धर्मवीर रतनू उप अधीक्षक यातायात विभाग अजमेर

रतनू ने तत्काल अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शहर में चल रहे टेंपो चालकों को 7 दिन तक समझा इसका एंगल हटाने की कहा जाए 7 दिन बाद यातायात विभाग अपने स्तर पर टेंपो से एंगल हट जाएगा साथ ही सभी टेंपो चालकों को पीछे की ओर इंडिकेटर लगाने के लिए पाबंद किया गया है.....
बाइट धर्मवीर रतनू उप अधीक्षक यातायात विभाग अजमेर

स्मार्ट सिटी के मद्देनजर अजमेर में एलिवेटेड ब्रिज का काम जारी है। ऐसे में निर्माण कार्य की वजह से यातायात का दबाव और दुगना हो गया है। वही टेंपो चालकों की मनमानी की वजह से यातायात व्यवस्था कोढ़ में खाज की तरह हो गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि यातायात उप अधीक्षक धर्मवीर रत्नों टेंपो चालकों की मनमानी को नियमों के अंतर्गत कैसे सुधार पाते हैं।


Body:प्रियांक शर्मा अजमेर


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