नसीराबाद (अजमेर). देश और प्रदेश में कोरोना वायरस की दहशत के कारण जारी लॉकडाउन के चलते लोग घरों में कैद होने को मजबूर है. वहीं कोई व्यक्ति अगर बेवजह घूमता हुआ नजर आता है, तो पुलिस वाहन का चालान काटती है या फिर वाहन को जब्त कर लिया जाता है. यही वजह है कि क्षेत्र में इन-दिनों सिटी और सदर सहित अन्य पुलिस थाना और चौकियों में वाहनों का अंबार लग गया और थानों में जमा ऐसे वाहनों का आंकड़ा करीब 1 हजार पार कर गया हैं.
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वहीं लॉकडाउन के कारण वाहनों के पहिये थम जाने से उसका असर कस्बे के कोटा रोड स्थित पेट्रोल पम्प पर भी देखने को मिला. जहां रोजाना आम दिनों में करीब 5 हजार लीटर से ज्यादा पेट्रोल की खपत होती थी, वहीं अब यह आंकड़ा सिमट कर मात्र 10 फीसदी रह गया है.
लॉकडाउन के दौरान कस्बे के एक मात्र पेट्रोल पम्प में करीब 500 से 700 लीटर पेट्रोल की बिक्री लगभग दर्ज की जाती है और उक्त पेट्रोल भी पुलिस-प्रशासन के वाहनों, चिकित्सा सेवा से जुड़े, मेडिकल स्टोर, व्यवसायी और ग्रामीण इलाकों से फल-सब्जी और दूध व्यवसाय से जुड़े दोपहिया वाहन और आवश्यक सेवाओं से जुड़े है.
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स्थानीय पेट्रोल पम्प के मैनेजर राजेश रेलहन ने आमजन से घर पर रहने और सुरक्षित रहने का आग्रह करते हुए बताया कि लॉकडाउन के बाद से सेल मात्र 10-15 फीसदी ही रह गई है. आवश्यकता होने पर ही सेना और प्रशासन के वाहन पेट्रोल भरवाने आ रहे है. हमने सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजर का पूरा ध्यान रखा हुआ है. आम दिनों में 12 कार्मिकों का स्टाफ रहता था, वहीं अब 2 कार्मिको को ही बुलवा रहे हैं.