अजमेर. कोरोना संक्रमण काल में देश में एक मात्र राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड है, जो शेष बची परीक्षाओं का आयोजन करवा रहा है. बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा लगभग पूरी हो चुकी है, लेकिन 10वीं में विद्यार्थियों संख्या को देखते हुए परीक्षा का सफल आयोजन करवाना बड़ी चुनौती थी. 10वीं की शेष रही परीक्षा में सोमवार को सामाजिक विज्ञान का पेपर संपन्न हो गया.
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10वीं के शेष रहे पेपर के लिए परीक्षा सोमवार से शुरू हुई है. दसवीं कक्षा में 11 लाख 86 हजार विद्यार्थी पंजीकृत थे. प्रदेश में 6 हजार परीक्षा केंद्रों पर बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा परीक्षा हुई. वहीं विद्यार्थियों को एक घंटा पहले ही परीक्षा केंद्रों पर बुलाया गया, जहां थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया. इस दौरान मास्क लगाने की अनिवार्यता का भी पालन किया गया. परीक्षा सुबह 8:30 बजे से 11: 45 तक हुई.
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परीक्षा खत्म होने के बाद छात्रों ने बताया कि परीक्षा को लेकर लॉकडाउन पीरियड में काफी असमंजस रहा. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन से पहले काफी अच्छी तैयारी थी, लेकिन लॉकडाउन में परीक्षा को लेकर बने असमंजस्य से परीक्षा तैयारी प्रभावित हुई है. परीक्षा की घोषणा के बाद ही विद्यार्थी तैयारी में जुटे हैं. उन्होंने बताया कि परीक्षा को लेकर रहे असमंजस्य का असर परीक्षा के मूल्यांकन पर भी पड़ेगा. सोमवार को सामाजिक विज्ञान के संपन्न हुए पेपर के बारे में विद्यार्थियों ने बताया कि प्रश्न पत्र सरल था. प्रश्न सिलेबस के हिसाब से ही पूछे गए हैं.
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बता दें कि परीक्षा केंद्रों के भीतर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने की अनिवार्यता की पालना देखी गई लेकिन परीक्षा संपन्न होने के बाद परीक्षा केंद्रों के बाहर का नजारा कुछ और ही नजर आया. सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर जो दावे किए जा रहे थे. वह परीक्षा केंद्र के बाहर विद्यार्थियों में सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी.
वहीं कोटा के कुछ परीक्षा केंद्रों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ीं. कई केंद्रों पर बच्चे झुंड बनाकर खड़े रहे तो कुछ छात्र-छात्राएं गले मिलते दिखें. वहीं जयपुर के कुछ परीक्षा केंद्रों पर भी छात्र बाहर झुंड में साथ बैठे दिखे.