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Rajasthan Vande Bharat: ट्रेन में वर्किंग को लेकर विवाद, अजमेर रेल मंडल कर्मियों ने जताई नाराजगी

राजस्थान की पहली वंदे भारत ट्रेन के संचालन को लेकर विवाद खड़ा हो रहा है. रेलवे ने जयपुर रेल मंडल को संचालन का जिम्मा सौंपने का प्रस्ताव बनाया है. इससे अजमेर रेल मंडल के कर्मचारियों में नाराजगी है. सोमवार को अपनी नाराजगी जताते हुए रेल कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया.

Rajasthan Vande Bharat
वंदे भारत ट्रेन में वर्किंग को लेकर विवाद
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Published : Apr 3, 2023, 10:59 PM IST

अजमेर. वंदे भारत ट्रेन के संचालन की जिम्मेदारी जयपुर मंडल को देने के प्रस्ताव से नया विवाद खड़ा हो गया है.अजमेर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी व्यक्त की है. रेल कर्मचारियों ने मांग पूरी नहीं होने पर कार्य ठप करने की भी चेतावनी दी है. यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने बताया कि ट्रेन संचालन में पूरी तरह जो स्टॉफ लगाए जाएंगे वह जयपुर रेल मंडल से होंगे. जबकि इस पर पूरी तरह से हमारा हक है.

ये भी पढे़ंः Vande Bharat Express : राजस्थान में पहली वंदे भारत ट्रेन का स्पीड ट्रायल, यात्रियों में उत्साह

जयपुर मंडल को मिलेगा इसका फायदाः इस निर्णय का फायदा भी सबसे ज्यादा जयपुर मंडल के कर्मचारियों को ही मिलेगा. चेलानी ने बताया कि चेकिंग स्टॉफ और रनिंग स्टॉफ को किलोमीटर के हिसाब से भत्ता मिलता है. ऐसे में गाड़ी के संचालन में जिस मंडल को कार्य मिलता है, उस मंडल के कर्मचारियों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा. वहीं नई गाड़ियों के संचालन के लिए नए पद भी बनते हैं. तब कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ेगी और इसका सीधा फायदा कर्मचारियों की पदोन्नति के रूप में भी मिलेगा.

यूनियन की मांग वर्किंग अजमेर मंडल को मिले: चेलानी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन का संचालन अजमेर से दिल्ली के बीच होगा. इसको लेकर आमजन ही नहीं रेल कर्मचारी भी उतने ही उत्साहित हैं. वंदे भारत ट्रेन के चेन्नई से अजमेर पहुंचने के बाद जबसे इसका ट्रायल किया जा रहा है, तो मेंटीनेंस का काम अजमेर मंडल के कर्मचारी कर रहे हैं. यूनियन ने मांग की है कि ट्रेन के संचालन का जिम्मा अजमेर मंडल को मिलना चाहिए. गार्ड, टीटी, लोको पायलट सहित अन्य कर्मचारी भी अजमेर मंडल के ही होने चाहिए.नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के बैनर तले रेल कर्मियों ने अजमेर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया. यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने बताया कि रेलवे की ओर से एक पत्र जारी हुआ है. जिसमें जयपुर मंडल को संचालन जारी करने का आदेश मिला है. चेलानी ने कहा कि इस आंदोलन को यूनियन आगे भी जारी रखेगी.

ये भी पढे़ंः Vande Bharat Train Trail: वंदे भारत ट्रेन के ट्रायल में मिली कमियां, बाहर की आवाज डिब्बे में आने की शिकायत

कर्मचारियों में नाराजगी: रेलकर्मी दीपमाला परमार बताती हैं कि वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत अजमेर से हुई है, लेकिन उसकी वर्किंग जयपुर रेल मंडल को दी गई है. चेकिंग स्टॉफ, रूट स्टॉफ, लोको पायलट, जयपुर के है. अजमेर के रेल कर्मचारी भी वर्किंग को लेकर सक्षम है, लेकिन अजमेर मंडल का हक छीन लिया गया है. उन्होंने कहा कि यूनियन आगामी जैसी रणनीति बनाएगा रेल कर्मचारी उनके साथ हैं. वंदे भारत ट्रेन का संचालन हम लेकर रहेंगे. रेलकर्मी कमल किशोर वर्मा कहा हैं कि वंदे भारत ट्रेन अजमेर से शुरू होगी, लेकिन अजमेर को वर्किंग नहीं दी गई है. यह अजमेर रेल मंडल के साथ कुठाराघात हेड क्वार्टर और बोर्ड स्तर पर किया गया है. वर्मा ने कहा कि नीति यही है कि वंदे भारत ट्रेन जहां से चलती है उस पर उसी डिवीजन का स्टॉफ कार्य करता है. अजमेर डिवीजन के साथ ऐसा नहीं किया जा रहा है. इसपर जयपुर डिवीजन का हक नहीं बनता है. अजमेर रेल मंडल को जब तक वंदे भारत की वर्किंग नहीं दी जाती है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा.

अजमेर. वंदे भारत ट्रेन के संचालन की जिम्मेदारी जयपुर मंडल को देने के प्रस्ताव से नया विवाद खड़ा हो गया है.अजमेर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी व्यक्त की है. रेल कर्मचारियों ने मांग पूरी नहीं होने पर कार्य ठप करने की भी चेतावनी दी है. यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने बताया कि ट्रेन संचालन में पूरी तरह जो स्टॉफ लगाए जाएंगे वह जयपुर रेल मंडल से होंगे. जबकि इस पर पूरी तरह से हमारा हक है.

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जयपुर मंडल को मिलेगा इसका फायदाः इस निर्णय का फायदा भी सबसे ज्यादा जयपुर मंडल के कर्मचारियों को ही मिलेगा. चेलानी ने बताया कि चेकिंग स्टॉफ और रनिंग स्टॉफ को किलोमीटर के हिसाब से भत्ता मिलता है. ऐसे में गाड़ी के संचालन में जिस मंडल को कार्य मिलता है, उस मंडल के कर्मचारियों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा. वहीं नई गाड़ियों के संचालन के लिए नए पद भी बनते हैं. तब कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ेगी और इसका सीधा फायदा कर्मचारियों की पदोन्नति के रूप में भी मिलेगा.

यूनियन की मांग वर्किंग अजमेर मंडल को मिले: चेलानी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन का संचालन अजमेर से दिल्ली के बीच होगा. इसको लेकर आमजन ही नहीं रेल कर्मचारी भी उतने ही उत्साहित हैं. वंदे भारत ट्रेन के चेन्नई से अजमेर पहुंचने के बाद जबसे इसका ट्रायल किया जा रहा है, तो मेंटीनेंस का काम अजमेर मंडल के कर्मचारी कर रहे हैं. यूनियन ने मांग की है कि ट्रेन के संचालन का जिम्मा अजमेर मंडल को मिलना चाहिए. गार्ड, टीटी, लोको पायलट सहित अन्य कर्मचारी भी अजमेर मंडल के ही होने चाहिए.नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के बैनर तले रेल कर्मियों ने अजमेर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया. यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने बताया कि रेलवे की ओर से एक पत्र जारी हुआ है. जिसमें जयपुर मंडल को संचालन जारी करने का आदेश मिला है. चेलानी ने कहा कि इस आंदोलन को यूनियन आगे भी जारी रखेगी.

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कर्मचारियों में नाराजगी: रेलकर्मी दीपमाला परमार बताती हैं कि वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत अजमेर से हुई है, लेकिन उसकी वर्किंग जयपुर रेल मंडल को दी गई है. चेकिंग स्टॉफ, रूट स्टॉफ, लोको पायलट, जयपुर के है. अजमेर के रेल कर्मचारी भी वर्किंग को लेकर सक्षम है, लेकिन अजमेर मंडल का हक छीन लिया गया है. उन्होंने कहा कि यूनियन आगामी जैसी रणनीति बनाएगा रेल कर्मचारी उनके साथ हैं. वंदे भारत ट्रेन का संचालन हम लेकर रहेंगे. रेलकर्मी कमल किशोर वर्मा कहा हैं कि वंदे भारत ट्रेन अजमेर से शुरू होगी, लेकिन अजमेर को वर्किंग नहीं दी गई है. यह अजमेर रेल मंडल के साथ कुठाराघात हेड क्वार्टर और बोर्ड स्तर पर किया गया है. वर्मा ने कहा कि नीति यही है कि वंदे भारत ट्रेन जहां से चलती है उस पर उसी डिवीजन का स्टॉफ कार्य करता है. अजमेर डिवीजन के साथ ऐसा नहीं किया जा रहा है. इसपर जयपुर डिवीजन का हक नहीं बनता है. अजमेर रेल मंडल को जब तक वंदे भारत की वर्किंग नहीं दी जाती है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा.

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