अजमेर. विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा और डीजीपी उमेश मिश्रा ने शनिवार को अजमेर कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की. बैठक में चुनाव आयोग से मिले दिशा-निर्देशों की पालना को लेकर चर्चा की गई. बैठक में संभाग के जिलों के कलेक्टर, एसपी ने चुनाव संबंधी आवश्यक निर्देशों की पालना के तहत की गई कार्रवाइयों से संबंधित आंकड़े भी पेश किए.
विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर जहां राजनीतिक पार्टियों ने बिगुल बजा दिए हैं. वहीं प्रशासन और पुलिस ने भी कमर कस ली है. मीडिया कर्मियों से बातचीत में डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक और पुलिस की संयुक्त संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई है. चुनाव आयोग से मिले दिशा-निर्देशों की अनुपालना में कितना कार्य हुआ है और कितना करना है, इस संबंध में विस्तार से चर्चा हुई है.
डीजीपी शर्मा ने बताया कि अजमेर रेंज में चुनाव को लेकर आवश्यक कार्रवाईयां की गई हैं. इन कार्रवाईयां में आबकारी अधिनियम, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट के तहत भी कार्रवाईयां की जा रही है. बातचीत में उन्होंने बताया कि प्रदेश में अपराधियों की गैंग अब नहीं रही है. पुलिस ने अपराधियों की गैंग को खत्म कर दिया है. इन गैंग के कुछ सदस्य हैं. वह छोटे-छोटे घटनाओं को अंजाम देते हैं, तो पुलिस भी त्वरित कार्रवाई करती है.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश में साइबर थानों को अपग्रेड किया जाएगा. यहां पर पुलिसकर्मियों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. निश्चित तौर पर आगामी दिनों में साइबर क्राइम थाने और मजबूती से काम करेंगे. वहीं सीएस उषा शर्मा ने पुलिस और प्रशासन की संयुक्त बैठक में आवश्यक निर्देश दिए. बैठक में शर्मा आधे घंटे ही रुकी और रवाना हो गई. उनके बाद संभागीय आयुक्त सीआर मीना ने बैठक में संभाग के प्रशासनिक अधिकारियों से चुनाव की तैयारी को लेकर समीक्षा की.