अजमेर. अजमेर दरगाह में खादिम समुदाय की संस्था अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती के महिलाओं को लेकर दिए गए बयान को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने कड़ी आपत्ति जताई है. वीएचपी और महिला संगठन दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय के बाहर लामबंद होकर प्रदर्शन किया. वीएचपी नेताओं ने सरवर चिश्ती पर नारी शक्ति का अपमान करने और अजमेर का सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया और केंद्रीय गृहमंत्री और अजमेर एसपी से चिश्ती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
अंजुमन कमेटी के सैयद सरवर चिश्ती के बिगड़े बोल से उपजा विवाद थम नहीं रहा है. विश्व हिंदू परिषद और महिला संगठन दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने मिलकर मंगलवार को जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. वीएचपी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर भारती दीक्षित को गृह मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. वहीं अजमेर एसपी चुनाराम जाट को भी ज्ञापन दिया है. विश्व हिंदू परिषद के अजमेर महानगर मंत्री संजय तिवारी ने बताया कि संगठन की ओर से दो ज्ञापन दिए गए हैं. इनमें से एक ज्ञापन अजमेर पुलिस अधीक्षक को दिया गया है.
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उन्होंने कहा कि अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने हिंदू धर्म के ऋषि-मुनियों और भारत की आधी आबादी महिलाओं के बारे में अनर्गल बयान दिया है. चिश्ती ने अपने बयान में कहा कि इंसान किसी भी प्रलोभन से नहीं फिसलता है स्त्री के जरिए ही फिसलता है. सरवर चिश्ती का यह बयान घोर निंदनीय है. इसके विरोधस्वरूप वीएचपी की महिला संगठन दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ता ने एसपी को ज्ञापन देकर चिश्ती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
विश्व हिंदू परिषद के महानगर मंत्री संजय तिवारी ने कहा कि संगठन की ओर से दूसरा ज्ञापन कलेक्टर के माध्यम से देश के गृहमंत्री को दिया गया है. तिवारी ने कहा कि यह वही सरवर चिश्ती है जिसने 2 वर्ष पहले दरगाह की सीढ़ियों पर खड़े होकर सिंधी और हिंदू व्यापारियों की दुकानों का बहिष्कार करने की धमकी दी थी. बाद में चिश्ती ने माफी मांगी. इसी तरह 4 जून को नारी शक्ति के बारे में अनर्गल बातें की. सरवर चिश्ती की मानसिकता ऐसी है कि वह अजमेर शहर का सौहार्द बिगड़ना चाहते हैं. तिवारी ने आरोप लगाया कि सरवर चिश्ती के पीएफआई से पुराने संबंध हैं. उसकी भी जांच के लिए भारत सरकार के गृह मंत्री से ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है.