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स्वाइन फ्लू से गर्भवती, 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को ज्यादा खतरा- विशेषज्ञ

राजस्थान में पिछले कुछ सालों से स्वाइन फ्लू के मामले बढ़े हैं बल्कि स्वाइन फ्लू से कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. स्वाइन फ्लू को लेकर ईटीवी भारत में जन जागरूकता अभियान चलाया है. इसको लेकर आज अजमेर जोन के संयुक्त निदेशक डॉक्टर गजेंद्र सिंह सिसोदिया से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

Expert on Swine flu
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Published : Jul 29, 2019, 2:49 PM IST

अजमेर. सिसोदिया ने बताया कि स्वाइन फ्लू के लक्षण प्रतीत होने पर चिकित्सक से तुरंत सलाह परामर्श लेना चाहिए बिना चिकित्सक के दवा नहीं लेनी चाहिए. स्वाइन फ्लू संक्रमित बीमारी है. समय पर यदि इसका इलाज हो जाए तो स्वाइन फ्लू से बचा जा सकता है. इसके लिए जरूरी है जागरूक रहकर सही समय पर चिकित्सक की सलाह लेना और उसी अनुसार उपचार भी.

ईटीवी भारत की खास पेशकश में सिसोदिया ने बताया कि स्वाइन फ्लू की दवा अजमेर जोन के सभी अस्पतालों और देहात क्षेत्र में डिस्पेंसरी पर उपलब्ध है. स्वाइन फ्लू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विभाग की ओर से अभियान समय-समय पर चलाए जाते हैं. सिसोदिया ने ईटीवी भारत की मुहिम को सराहा बल्कि इसमें अपना सहयोग देने की भी बात कही.

स्वाइन फ्लू से गर्भवती, 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को ज्यादा खतरा- विशेषज्ञ

पढ़ें: स्वाइन फ्लू का फिर से मंडरा रहा साया...इस साल अब तक जोधपुर में हो चुकी हैं 34 मौत

उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू की दवा बिना चिकित्सक की सलाह से नहीं लेना चाहिए. साथ ही उनका कहना है कि स्वाइन फ्लू के लक्षण प्रतीत होते ही तुरंत चिकित्सक से सलाह लें. सिसोदिया ने बताया कि बाजार में वैक्सिंग भी उपलब्ध हैं जो कि सुरक्षित हैं जिनका असर साल भर रहता है लेकिन स्वाइन फ्लू के एच1एन1 वायरस में तब्दीली होने पर जरूर उसका प्रभाव मरीज पर रहता है.

पढ़ें: स्वाइन फ्लू का शुरूआत में ही कराएं इलाज, बाद में मरीज का बचना मुश्किल : डॉक्टर

उन्होंने यह भी बताया कि गर्भवती महिलाएं, 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को स्वाइन फ्लू का खतरा ज्यादा रहता है.

अजमेर. सिसोदिया ने बताया कि स्वाइन फ्लू के लक्षण प्रतीत होने पर चिकित्सक से तुरंत सलाह परामर्श लेना चाहिए बिना चिकित्सक के दवा नहीं लेनी चाहिए. स्वाइन फ्लू संक्रमित बीमारी है. समय पर यदि इसका इलाज हो जाए तो स्वाइन फ्लू से बचा जा सकता है. इसके लिए जरूरी है जागरूक रहकर सही समय पर चिकित्सक की सलाह लेना और उसी अनुसार उपचार भी.

ईटीवी भारत की खास पेशकश में सिसोदिया ने बताया कि स्वाइन फ्लू की दवा अजमेर जोन के सभी अस्पतालों और देहात क्षेत्र में डिस्पेंसरी पर उपलब्ध है. स्वाइन फ्लू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विभाग की ओर से अभियान समय-समय पर चलाए जाते हैं. सिसोदिया ने ईटीवी भारत की मुहिम को सराहा बल्कि इसमें अपना सहयोग देने की भी बात कही.

स्वाइन फ्लू से गर्भवती, 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को ज्यादा खतरा- विशेषज्ञ

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उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू की दवा बिना चिकित्सक की सलाह से नहीं लेना चाहिए. साथ ही उनका कहना है कि स्वाइन फ्लू के लक्षण प्रतीत होते ही तुरंत चिकित्सक से सलाह लें. सिसोदिया ने बताया कि बाजार में वैक्सिंग भी उपलब्ध हैं जो कि सुरक्षित हैं जिनका असर साल भर रहता है लेकिन स्वाइन फ्लू के एच1एन1 वायरस में तब्दीली होने पर जरूर उसका प्रभाव मरीज पर रहता है.

पढ़ें: स्वाइन फ्लू का शुरूआत में ही कराएं इलाज, बाद में मरीज का बचना मुश्किल : डॉक्टर

उन्होंने यह भी बताया कि गर्भवती महिलाएं, 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को स्वाइन फ्लू का खतरा ज्यादा रहता है.

Intro:अजमेर। राजस्थान में पिछले कुछ सालों से स्वाइन फ्लू के मामले बढ़े हैं बल्कि स्वाइन फ्लू से कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। स्वाइन फ्लू को लेकर ईटीवी भारत में जन जागरूकता अभियान चलाया है इसको लेकर आज अजमेर जोन के संयुक्त निदेशक डॉक्टर गजेंद्र सिंह सिसोदिया से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की। सिसोदिया ने बताया कि स्वाइन फ्लू के लक्षण प्रतीत होने पर चिकित्सक से तुरंत सलाह परामर्श लेना चाहिए बिना चिकित्सक के दवा नहीं लेनी चाहिए।

स्वाइन फ्लू संक्रमित बीमारी है समय पर यदि इसका इलाज हो जाए तो स्वाइन फ्लू से बचा जा सकता है। इसके लिए जरूरी है जागरूक रहकर सही समय पर चिकित्सक की सलाह लेना और उसी अनुसार उपचार भी। ईटीवी भारत की खास पेशकश में सिसोदिया ने बताया कि स्वाइन फ्लू की दवा अजमेर जोन के सभी अस्पतालों और देहात क्षेत्र में डिस्पेंसरी पर उपलब्ध है स्वाइन फ्लू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विभाग की ओर से अभियान समय-समय पर चलाए जाते हैं सिसोदिया ने ईटीवी भारत की मुहिम को सराहा बल्कि इसमें अपना सहयोग देने की भी बात कही उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू की दवा बिना चिकित्सक की सलाह से नहीं लेना चाहिए। साथ ही उनका कहना है कि स्वाइन फ्लू के लक्षण प्रतीत होते ही तुरंत चिकित्सक से सलाह लें। सिसोदिया ने बताया कि बाजार में वैक्सिंग भी उपलब्ध हैं जो कि सुरक्षित हैं जिनका असर साल भर रहता है लेकिन स्वाइन फ्लू के h1 n1 वायरस में तब्दीली होने पर जरूर उसका प्रभाव मरीज पर रहता है। उन्होंने यह भी बताया कि गर्भवती महिलाएं 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को स्वाइन फ्लू का खतरा ज्यादा रहता है...
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Body:प्रियांक शर्मा
अजमेर



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