अजमेर. कोरोना महामारी से बचाव के लिए प्रशासन लगातार लोगों को जागरूक करने में जुटा है. जिसके तहत कोरोना गाइडलाइंस की अवमानना पर पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. इसी कार्रवाई का नतीजा है कि लोग मास्क लगाकर तो घूम ही रहे हैं. साथ ही सार्वजनिक जगहों पर थूकने से भी बच रहे हैं.
कोरोना संक्रमण काल में धीमे से ही सही, लेकिन अजमेर भी धीरे-धीरे अपनी रफ्तार पकड़ चुका है. ज्यादातर चीजे अब 'अनलॉक' हो चुकी हैं. बस कोरोना संक्रमण ही है, जिस पर लॉक नहीं लग पा रहा है. स्वास्थ्य संगठन और सरकार लगातार लोगों से अपील कर चुका है कि संक्रमण से बचना है तो चेहरे पर मास्क लगाकर जरूर रखें. इससे 70 फीसदी कोरोना संक्रमण का जोखिम कम हो जाता है. अजमेर जिले में कोरोना संक्रमण बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान जारी है. इसके बावजूद कई लोग लापरवाही बरत रहे हैं. जिस कारण जिले में कोरोना संक्रमण पैर पसार चुका है.
पान की बिक्री 35 फीसदी रह गई
कोरोना संक्रमण के कारण जहां लोगों के रोजमर्रा के कार्यों पर प्रभाव पड़ा है. वहीं लोगों के रोजगार और कारोबार पर भी इसका गहरा असर पड़ा है. बात करें शहर में पान वालों की तो पान की बिक्री 35 फीसदी ही रह गई है. पान के शौकीन जहां दिन भर में 5-6 पान खाया करते थे, वह अब एक या दो पान खा रहे हैं. दुकानदार बताते हैं कि पान मसाला और गुटका ज्यादा बिक रहा है.
लोग पैक करवाकर ले जा रहे पान
पान के शौकीन लोग उसके साथ तंबाकू का उपयोग करते हैं. लिहाजा, पीक को थूकना भी पड़ता है. हालांकि, पान की दुकान वालों ने पीक थूकने के लिए व्यवस्थाएं की है लेकिन लोग डर के मारे पान पैक करवा कर अपने साथ ही ले जाते हैं. बजरंगगढ़ चौराहे के समीप पान की दुकान वाले मनीष नारायण चौरसिया बताते हैं कि पान गुटखा खाने वाले लोगों को अब ज्यादा कहने की जरूरत नहीं पड़ती कि वह सड़क पर न थूकें. लोग जागरूक हैं और खुद पान पैक करवाकर घर ले जाते हैं.
प्रशासन लगातार कर रहा कार्रवाई
कहते हैं भय बिना प्रीत नहीं होती. कोरोना बचाव को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम के अलावा प्रशासन कोरोना की गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसने के लिए कार्रवाई भी कर रहा है. गाइडलाइन्स का उलंघन करने पर व्यक्ति पर जुर्माना लगाया जा रहा है. पुलिस के अलावा नगर निगम, जिला प्रशासन और विभिन्न संस्थाओं के कार्यालय अध्यक्षों को जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
लिहाजा, हर रोज कोरोना महामारी के तहत गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों पर जिले में लगभग 1 हजार लोगों पर जुर्माना वसूल किया जा रहा है. इसका ही असर है कि ज्यादातर लोग कोरोना की बजाय जुर्माने के डर से मास्क लगाकर घूमते देखे जाते हैं.
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वहीं इधर-उधर सड़क पर यह सार्वजनिक स्थानों पर पान गुटके की पिक थूकने वालों की संख्या भी कम ही नजर आने लगी है. अजमेर एडीएम सिटी विशाल दवे ने बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार जुर्माने की कार्रवाई जारी है. समझाइश के बाद जुर्माने के डर से लोग नियमों की पालना कर रहे हैं और जो नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई भी की जा रही है.
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लोगों के जीवन और उनके स्वास्थ्य को बचाने के लिए जुर्माने का डर कायम किया जा रहा है तो यह डर कोरोना से ज्यादा अच्छा है. कोरोना का डर लोगों में अब कम ही देखने को मिल रहा है लेकिन जुर्माने के डर से संक्रमण को फैलने से रोकने में कुछ हद तक जरूर मदद मिल रही है.