अजमेर. राजस्थान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा अजमेर में आयोजित कांग्रेस के संभाग स्तरीय प्रतिनिधि सम्मेलन में शुक्रवार को शिरकत करने अजमेर आए हैं. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के संभाग स्तरीय प्रतिनिधि सम्मेलन के मायने यही हैं कि हम सब मिलकर साथ बैठें और सत्ता और संगठन में समन्वय बनाएं. सरकार की फ्लैगशीप योजना का फीडबैक लें और उसके अनुसार आगामी रणनीति बनाएं ताकि कांग्रेस को 2023 चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें मिल सकें.
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अजमेर संभाग के 4 जिलों में कांग्रेस के प्रमुख नेताओं से सरकार और संगठन को लेकर के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा बातचीत करेंगे. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम और आगामी चुनाव की रणनीति को लेकर बैठक में चर्चा होगी. डोटासरा ने बताया कि संगठन की कमजोरियों को दूर करने, राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का फीडबैक भी संभाग के प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताों से लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि लोग चाहते हैं कि कांग्रेस की सरकार दोबारा आए, लेकिन इसके लिए मेहनत भी करनी पड़ेगी. लोगों के बीच जाना पड़ेगा.
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संगठनात्मक और राजनीतिक नियुक्तियां पर ये कहा...
आगामी विधानसभा चुनाव को अब 11 महीने के लगभग समय बचा है. कई जिलों में संगठनात्मक ढांचा तैयार नहीं है. राजनीतिक नियुक्तियां भी सरकार नहीं दे पाई हैं. इस सवाल पर डोटासरा ने कहा कि जल्द ही संगठनात्मक ढांचा भी तैयार कर लिया जाएगा और राजनीतिक नियुक्तियां भी दे दी जाएंगी. इसके साथ ही संगठनात्मक कमजोरियां दूर किया जाएगा.
200 सीटें जीतना है लक्ष्य
डोटासरा ने कहा कि मेरा लक्ष्य है कि राजस्थान में हम 200 सीटें जीतें और बीजेपी को जीरो पर लाएं. यह जनता, कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं की मेहनत पर निर्भर है. उन्होंने कहा कि मेहनत में हम कमी नहीं रखेंगे और जनता हमें आशीर्वाद देगी यह हमें पूरा भरोसा है. लक्ष्य रखना कोई बुरी बात नहीं है.
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कोई बयानबाजी नहीं, पार्टी एकजुट
डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट है. बयानबाजी तो भाजपा में चल रही है. पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा ने नेता प्रतिपक्ष मंत्री गुलाबचंद कटारिया के लिए जैसी अशोभनीय बात कही यह तो सब जानते हैं. उन्होंने यह तक कह दिया कि कटारिया का कोई गुट नहीं वह को कांग्रेस से मिला हुआ है. कटारिया पर हमला बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि विगत 4 वर्षों में कांग्रेस की जो फ्लैगशिप योजनाएं और कामकाज हैं उसके खिलाफ बीजेपी के पास बोलने के लिए कुछ भी नहीं है.
डोटासरा ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार की ढेरों विफलता है जो कांग्रेस लोगों को बता सकती है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जनता से जो वादे किए थे वह 9 साल में भी पूरे नहीं हुए और कांग्रेस ने राजस्थान में 600 वादे जन घोषणा पत्र में किए थे उनमें से 95 प्रतिशत पूरे किए हैं. इसका रिपोर्ट कार्ड भी जनता को दे दिया है.
कांग्रेस में बयानबाजी कोई नहीं कर रहा
डोटासरा ने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लग रहा है कि कांग्रेस में किसी तरह का आपस में मनमुटाव है और बयानबाजी हो रही है. हां, बीजेपी में जरूर बयानबाजी चल रही है. हाल ही में नंदलाल मीणा और गुलाबचंद कटारिया के बीच बयानबाजी सामने आई है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा के खिलाफ बयानबाजी देख लें या ओम बिरला को गजेंद्र सिंह धमका रहे कि इनको घुसने नहीं दिया जाए. यह बयानबाजी भाजपा खेमे में चल रही है.
कोई नेता और आमजन नहीं चाहता कि पेपर लीक हो
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश का कोई भी नेता और आमजन नहीं चाहता कि पेपर लीक हो, उसके बावजूद घटनाएं घटी हैं तो सरकार ने सख्त कार्रवाई भी की और नकल रोकने के खिलाफ सख्त कानून भी लाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो पेपर आउट हुए हैं वह दोबारा इमानदारी और पारदर्शिता के साथ करवाए जा रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में सवा तीन लाख नौकरियां दी जाएंगी जो देश के किसी भी स्टेट में किसी सरकार ने अपने कार्यकाल में नहीं दी होगी.
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पारदर्शिता के साथ परीक्षा हो और नौजवानों को नौकरियां मिले यह सरकार का दायित्व है. डोटासरा ने कहा कि बीजेपी सरकार में आठ परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में किसी आरोपी को जेल नहीं हुई. उस समय सीबीआई जांच के लिए कोई रोक रहा था क्या. पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट के पेपर लीक के बयान पर डोटासरा ने कहा कि हम सब साथ हैं और कोई नहीं चाहता कि पेपर लीक हो.
अजमेर में कांग्रेस के कमी को लेकर ये बोले डोटासरा
डोटासरा ने कहा कि निश्चित रूप से अजमेर में 8 विधानसभा सीटों में से केवल दो सीटें पिछले चुनाव में कांग्रेस जीत पाई है. अजमेर में संगठनात्मक रूप से कहां कमी है इसको पूरा करने के उद्देश्य से ही हमने हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत यहीं से की है. राजस्थान प्रभारी बनने के बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा पहली बार अजमेर आए हैं इसके मायने ही यही हैं कि हम सब लोग मिलकर रणनीति बनाएंगे और आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को ज्यादा से ज्यादा सीटें कैसे मिलें इस पर चर्चा करेंगे.