अजमेर. प्रदेश में ग्राम पंचायतों पर लगे ग्राम पंचायत सहायकों की स्थिति बदतर हो गई है. बीजेपी सरकार में आंदोलन के बाद उन्हें छह हजार रुपए मासिक वेतन पर लगाया गया था. लेकिन 19 मई को उनका कार्यकाल पूरा हो गया. ऐसे में प्रदेश के हजारों ग्राम पंचायत सहायक बेरोजगार हो गए.
आर्थिक तंगी से जूझ रहे ग्राम पंचायत सहायकों ने अब आंदोलन की राह पकड़ ली है. राजस्थान ग्राम पंचायत सहायक महासंघ के बैनर तले अजमेर से करीब एक हजार ग्राम पंचायत सहायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने के लिए पैदल जयपुर रवाना हुए हैं. इससे पहले ग्राम पंचायत सहायक जिला मुख्यालय पर लामबंद हुए. यहां उन्होंने अपनी मांग को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन किया.
जयपुर कूच करने से पहले महासंघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया. ग्राम पंचायत सहायकों का कहना है कि कई आंदोलन के बाद बीजेपी सरकार ने उन्हें ग्राम पंचायतों पर सहायक के रूप में छह हजार मासिक वेतन पर लगाया था. बावजूद इसके उन्हें 19 मई को काम से हटा दिया गया.
सरकार न तो उनका कार्यकाल बढ़ा रही है और न ही उन्हें नियमित करने का कोई प्रावधान लागू कर रही है. यही वजह है कि जिले भर से ग्राम पंचायत सहायक अब जयपुर में मुख्यमंत्री से गुहार लगाने के लिए पहुंचे हैं.