अजमेर. दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का कृषि कानून को लेकर विरोध जारी है. इसी बीच कृषि कानून के विरोध में अब छात्र संगठन NSUI भी उतर आया है. बुधवार को प्रदेश में NSUI की और से सभी 25 भाजपा सांसदों के आवास के बाहर धरना देकर उनका घेराव किया जा रहा है.
राजस्थान में कृषि कानून को लेकर सियासी बयानबाजी तेज है. इसी बीच NSUI ने कृषि कानून को लेकर 'हल्लाबोल' कार्यक्रम शूरू कर दिया है. NSUI केंद्र सरकार से कृषि कानून को वापस लेने की मांग (demand to withdraw agricultural law) कर रही है. अजमेर में भाजपा सांसद भगीरथ चौधरी के किशनगढ आवास पर NSUI कार्यकर्ताओं ने धरना देना शुरू कर दिया है.
NSUI जिलाध्यक्ष ने कहा-इस कानून से कालाबाजारी को मिलेगा बढावा
जिलाध्यक्ष नवीन सोनी की अगुवाई में दिए जा रहे धरने में मांग की गई है कि भाजपा सांसद केंद्र सरकार को कृषि कानून की विसंगितयों के बारे में बताए और इन्हें वपास लेने के लिए दबाव बनाए. जिला अध्यक्ष नवीन सोनी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान विरोधी कानून में कई खामियां व्याप्त है.
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किसान विरोधी कानूनों में मुख्य खामियों में MSP पर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है. स्टॉक लिमिट हटाने से कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पाएगा.
सांसद के घर ज्ञापन चस्पा किया...
सोनी ने बताया कि केंद्र की भाजपा सरकार (Central government) द्वारा किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है. उनके हित में फैसला ना सुना कर उनके हितों का हनन किया जा रहा है. हालांकि, पंचायत चुनाव को देखते हुए सांसद चौधरी अपने आवास पर नहीं मिले. जिसके बाद धरना दे रहे कार्यकर्ताओं ने सांसद आवास के बाहर ज्ञापन चिपका दिया है. बहरहाल, प्रदर्शन के दौरान मौके पर पुलिस बल तैनात रही.