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डीएपी और यूरिया की कमी से रबी की फसल की बुवाई हो रही है प्रभावित : सांसद भागीरथ चौधरी

अजमेर जिले सहित आसपास के इलाकों में डीएपी और यूरिया खाद की कमी को लेकर सांसद भागीरथ चौधरी ने सीएम गहलोत, राज्य मंत्री सहित केंद्रीय मंत्रियों को दोबारा पत्र लिखा है. उन्होंने रबी की फसल की बुवाई प्रभावित होने का हवाला देकर खाद आपूर्ति की मांग की है.

lack of DAP and urea in AJmer
lack of DAP and urea in AJmer
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Published : Oct 6, 2022, 8:33 PM IST

Updated : Oct 7, 2022, 12:05 AM IST

अजमेर. जिले सहित आसपास के सभी इलाकों में डीएपी और यूरिया खाद की समुचित आपूर्ति करने की (Sowing of Rabi crop in Ajmer) मांग उठाई है. चौधरी ने सांसद भागीरथ चौधरी केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख एल. मंडावर लिया और सीएम अशोक गहलोत, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और सीएस उषा शर्मा को दोबारा पत्र लिखकर किसानों को डीएपी उपलब्ध करवाने की मांग की है.

सांसद भागीरथ चौधरी ने बताया कि संसदीय क्षेत्र में दौरे के दौरान कृषकों ने डीएपी की कमी के (MP Bhagirath Chowdhury demands Supply of Urea) बारे में बताया. उन्होंने कहा कि डीएपी खाद के अंतर्गत इफको के साथ-साथ कृभको कंपनी की आपूर्ति की जाती रही है. उन्होंने बताया कि अजमेर जिले में मानसून की मेहरबानी रही है. इससे क्षेत्र में रबी की फसल की बुवाई भी अच्छी होगी.

उन्होंने बताया कि राजस्थान में सबसे ज्यादा चना और सरसों की बुवाई अजमेर में होती है. रवि की फसल की बुवाई (Shortage of DAP and urea in Ajmer) के लिए किसानों ने खेत तैयारी कर ली है. प्रदेश में चना, सरसों आदि की बुवाई का समय भी लगभग प्रथम नवरात्र यानी सितंबर अंत और अक्टूबर माह के प्रारंभ तक होता है. लेकिन क्षेत्र में डीएपी खाद और यूरिया का स्टॉक लगभग शून्य है. इससे बुवाई पर भी असर पड़ रहा है. चौधरी ने बताया है कि कंपनी की ओर से अभी तक डीएपी खाद और यूरिया की आपूर्ति नहीं हुई है.

पढ़ें. खाद-बीज भंडार पर छापा, 200 डीएपी के बैग किए बरामद, लाइसेंस किया रद्द

10 दिन बाद होगी स्थिति और भी विकट : सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि डीएपी और यूरिया के अभाव में किसानों को दर-दर भटकने पर मजबूर होना पड़ेगा. आगामी 10 दिन बाढ़ की स्थिति और भी विकट होगी. जिले की समस्त सहकारी समिति और अजमेर के प्रतिनिधिमंडल ने भी डीएपी और यूरिया की कमी की होने की जानकारी दी है. चौधरी का आरोप है कि इफको कंपनी की ओर से डीएपी खाद और यूरिया सहकारी समितियों को नहीं भेजा जाता है, बल्कि ऊंचे दर पर प्राइवेट डीलरों को सप्लाई किया जा रहा है. मजबूरन किसानों को खाद अधिक दर पर प्राइवेट डीलरों से खरीदना पड़ रहा है. जबकि नियमानुसार सहकारी समितियों को प्राथमिकता प्रदान कर सप्लाई सुनिश्चित कराई जानी चाहिए. ताकि किसानों को सरकारी दर पर ही खाद की सहज उपलब्धता हो सके. चौधरी ने कहा कि संसदीय क्षेत्र में 15 हजार मैट्रिक टन डीएपी खाद और यूरिया आवश्यकता है.

सांसद भागीरथ चौधरी ने इनसे की मांग : सांसद भागीरथ चौधरी ने बताया कि डीएपी और यूरिया की आपूर्ति के लिए केंद्रीय उर्वरक मंत्री मनसुख एल. मंडाविया से दूरभाष पर भी बात की गई है उन्होंने आश्वासन दिया है कि अजमेर संसदीय क्षेत्र में आवश्यक डीएपी और यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। चौधरी ने बताया कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और सीएस उषा शर्मा से भी डीएपी और यूरिया की आपूर्ति करने के बारे में पत्र लिखकर मांग की गई है.

अजमेर. जिले सहित आसपास के सभी इलाकों में डीएपी और यूरिया खाद की समुचित आपूर्ति करने की (Sowing of Rabi crop in Ajmer) मांग उठाई है. चौधरी ने सांसद भागीरथ चौधरी केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख एल. मंडावर लिया और सीएम अशोक गहलोत, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और सीएस उषा शर्मा को दोबारा पत्र लिखकर किसानों को डीएपी उपलब्ध करवाने की मांग की है.

सांसद भागीरथ चौधरी ने बताया कि संसदीय क्षेत्र में दौरे के दौरान कृषकों ने डीएपी की कमी के (MP Bhagirath Chowdhury demands Supply of Urea) बारे में बताया. उन्होंने कहा कि डीएपी खाद के अंतर्गत इफको के साथ-साथ कृभको कंपनी की आपूर्ति की जाती रही है. उन्होंने बताया कि अजमेर जिले में मानसून की मेहरबानी रही है. इससे क्षेत्र में रबी की फसल की बुवाई भी अच्छी होगी.

उन्होंने बताया कि राजस्थान में सबसे ज्यादा चना और सरसों की बुवाई अजमेर में होती है. रवि की फसल की बुवाई (Shortage of DAP and urea in Ajmer) के लिए किसानों ने खेत तैयारी कर ली है. प्रदेश में चना, सरसों आदि की बुवाई का समय भी लगभग प्रथम नवरात्र यानी सितंबर अंत और अक्टूबर माह के प्रारंभ तक होता है. लेकिन क्षेत्र में डीएपी खाद और यूरिया का स्टॉक लगभग शून्य है. इससे बुवाई पर भी असर पड़ रहा है. चौधरी ने बताया है कि कंपनी की ओर से अभी तक डीएपी खाद और यूरिया की आपूर्ति नहीं हुई है.

पढ़ें. खाद-बीज भंडार पर छापा, 200 डीएपी के बैग किए बरामद, लाइसेंस किया रद्द

10 दिन बाद होगी स्थिति और भी विकट : सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि डीएपी और यूरिया के अभाव में किसानों को दर-दर भटकने पर मजबूर होना पड़ेगा. आगामी 10 दिन बाढ़ की स्थिति और भी विकट होगी. जिले की समस्त सहकारी समिति और अजमेर के प्रतिनिधिमंडल ने भी डीएपी और यूरिया की कमी की होने की जानकारी दी है. चौधरी का आरोप है कि इफको कंपनी की ओर से डीएपी खाद और यूरिया सहकारी समितियों को नहीं भेजा जाता है, बल्कि ऊंचे दर पर प्राइवेट डीलरों को सप्लाई किया जा रहा है. मजबूरन किसानों को खाद अधिक दर पर प्राइवेट डीलरों से खरीदना पड़ रहा है. जबकि नियमानुसार सहकारी समितियों को प्राथमिकता प्रदान कर सप्लाई सुनिश्चित कराई जानी चाहिए. ताकि किसानों को सरकारी दर पर ही खाद की सहज उपलब्धता हो सके. चौधरी ने कहा कि संसदीय क्षेत्र में 15 हजार मैट्रिक टन डीएपी खाद और यूरिया आवश्यकता है.

सांसद भागीरथ चौधरी ने इनसे की मांग : सांसद भागीरथ चौधरी ने बताया कि डीएपी और यूरिया की आपूर्ति के लिए केंद्रीय उर्वरक मंत्री मनसुख एल. मंडाविया से दूरभाष पर भी बात की गई है उन्होंने आश्वासन दिया है कि अजमेर संसदीय क्षेत्र में आवश्यक डीएपी और यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। चौधरी ने बताया कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और सीएस उषा शर्मा से भी डीएपी और यूरिया की आपूर्ति करने के बारे में पत्र लिखकर मांग की गई है.

Last Updated : Oct 7, 2022, 12:05 AM IST
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