केकड़ी (अजमेर). प्रदेश की सबसे पुरानी नगरपालिकाओं में शुमार केकड़ी की नगर पालिका का पांच साल का कार्यकाल सोमवार को पूरा हो गया. नगर पालिका चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ कुल 30 वार्डों में से 25 वार्डों में जीत दर्ज की थी. वहीं तीन वार्डों में कांग्रेस व दो वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी.
कार्यकाल खत्म होने पर पालिकाध्यक्ष अनिल मित्तल विकास के कार्यों को गिनवाया. तो वहीं विपक्ष ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. मित्तल ने कहा कि शुरुआती दिनों में विकास के कार्य रफ्तार से हो रहे थे लेकिन कांग्रेस की सरकार बनते ही विकास कार्यों की रफ्तार धीमी हो गई. पालिकाध्यक्ष पर सड़क कार्यों में घटिया सामग्री इस्तेमाल करवाने का आरोप लगा और उनके परिजनों पर अतिक्रमण के भी आरोप लगे. मित्तल को भ्रष्टाचार के आरोप के चलते स्वायत शासन विभाग ने निलंबित भी कर दिया. हाईकोर्ट ने उनके निलंबन को रद्द कर दिया.
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केकड़ी में लाखों रुपए से 128 सीसीटीवी लगाए गए. लेकिन फिलहाल सभी बंद पड़े हैं. वहीं नए पार्क विकसित करने व पुराने पार्कों में झूले, खेल-कूद के उपकरण और लाईटिंग के काम किए गए. शहर में घर-घर सफाई, यात्री प्रतिक्षालयों का निर्माण, शौचालयों का निर्माण, नगर पालिका के मुख्य गेटों का निर्माण करवाया गया. विपक्ष ने 5 सालों को भ्रष्टाचार का पर्याय बताया.
आसिफ हुसैन ने कहा कि लाखों रुपए खर्च करके सीसीटीवी लगाए गए लेकिन कोई भी सीसीटीवी काम नहीं कर रहा है. हुसैन ने आरोप लगाया कि इन 5 सालों में पालिकाध्यक्ष ने अपने चहेतों को टेंडर दिलवाए. उन्होंने कहा आज भी केकड़ी के कई इलाके ऐसे हैं जिनमें सड़कें टूटी हुई हैं. पानी की निकासी के लिए कोई सुचारू व्यवस्था नहीं है. नालियों का पानी सड़कों पर आ रहा है. जहां सत्ता पक्ष अपने विकास कार्यों का गुणगान कर रहा है तो विपक्ष भ्रष्टाचार के आरोप पालिकाध्यक्ष पर लगा रहा है.