अजमेर. तीर्थराज गुरु पुष्कर में इजरायलियों का बड़ा धार्मिक स्थल बेद खबाद है. 12 सितंबर को 4 महीने बाद बेद खबाद सभी इजरायलियों के लिए खोल दिया जाएगा. इजरायली धर्म गुरु शिम शॉन गोल्डस्टियन मय परिवार पहुचेंगे. इसके साथ ही यहां इजरायल पर्यटकों का भी पुष्कर में आना शुरू हो जाएगा. दरअसल 15 सितंबर को इजरायली नववर्ष 'रोश हसाना' है. पुष्कर में आने वाले इजरायली पर्यटक बेद खबाद में उत्सव मनाएंगे. पुष्कर में वर्षों से इजरायली पर्यटक यहां आते रहते है.
बेद खबाद के नाम से विख्यात इजरायली धार्मिक स्थल वर्ष में 8 माह ही खुलता है. 12 सितंबर को बेद खबाद खुलने जा रहा है. बेद खबाद के मैनेजर हनुमान बाकोलिया ने बताया कि 15 सितंबर को इजरायलियों का बड़ा त्योहार है. इसके लिए बड़ी संख्या में इजरायली पर्यटक पुष्कर आएंगे. साथ ही इजरायली धर्म गुरु भी परिवार के साथ यहां रहेंगे. 12 सितंबर के बाद से पुष्कर में इजरायली पर्यटकों की चहल-पहल बढ़ जाएगी. इस कारण बेद खबाद की सुरक्षा पुलिस की और से बढ़ाई गई है.
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बेद खबाद सुरक्षा का लिया जायजा: पुष्कर थाना प्रभारी राकेश यादव ने बताया कि पुराने अनुभवों को देखते हुए 15 सितंबर को इजरायली पर्यटकों का यहां धार्मिक कार्यक्रम है. 12 सितंबर को धर्मगुरु आएंगे. इसको लेकर यहां सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है. बेद खबाद के बाहर दो डबल गार्ड लगा रखे हैं. वहीं पुष्कर थाना पुलिस की ओर से भी रोज यहां चेकिंग की जा रही है.
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संवेदनशील है बेद खबाद: बेद खबाद का नाम उस वक्त चर्चा में आया था, जब लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी कोलमैन हेडली अमेरिका में पकड़ा गया था. जांच में सामने आया था कि मुंबई हमले से पहले कोलमैन हैडली ने वहां रहकर रेकी की थी. इससे पहले कोलमैन हैडली पुष्कर आया था. यहां बेद खबाद के सामने ही एक होटल में रुक कर उसने रैकी की थी. लेकिन खुफिया एजेंसियों को उसके बारे में पता तक नहीं चला था. मुंबई हमले में नरीमन हाउस पर भी अटैक हुआ था. यही वजह है कि तब से पुष्कर में बेद खबाद संवेदनशील स्थान रहा है.