नसीराबाद (अजमेर). कस्बे में जैन समाज के लोगों ने मंगलवार धरना प्रदर्शन किया. जैन समाज का यह आरोप है कि जैन समाधि स्थल पर जैन तीर्थंकर पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति खंडित किया गया है. जिसको लेकर ईओ अरविंद नेमा के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
जैन समाज के सुशील गदिया व एडवोकेट अशोक जैन, एडवोकेट अभिषेक जैन सहित अन्य लोगों का कहना था की परिषद ईओ अरविन्द नेमा बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के काफी कार्मिकों सहित स्थल के मुख्य द्वार पर लगे ताले को तोड़ अंदर पहुंच गए और तथा वहा रखी निर्माण सामग्री जब्त कर ले गए. परिषद कर्मियों ने भगवान पार्श्वनाथ की मूर्ति को खंडित कर दिया.
ईओ अरविन्द नेमा का कहना था कि स्थल पर यथास्थिति के बावजूद भी निर्माण कार्य किए जाने की सुचना पर जब वह परिषद कार्मिको सहित पहुंचे, तो वहां निर्माण कार्य जारी था तथा उन्होंने निर्माण कार्य रोकने के लिए कहा मगर इस दौरान कुछ लोगों ने स्थल के मुख्य द्वार का गेट बंद कर ताला जड़ दिया. जिस पर उन्होंने सरकारी कार्य में बाधा डालने की बात कही. जिस पर वहां कुछ लोगों के कहने पर ताला खोल दिया गया. उन्होंने वहां निर्माण कार्य में प्रयुक्त की जाने वाली टाइल्स सहित कुछ सामग्री जब्त की और लौट गए. किसी भी कार्मिक ने वहां किसी भी मूर्ति अथवा किसी भी अन्य स्थान पर हाथ नही लगाया है.
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मामले की गंभीरता के मध्य नजर सुचना के साथ ही सिटी थाना सी आई लक्षमण सिंह नाथावत सदर बाजार स्थित जैन मन्दिर के बाहर धरना दे रहे धरनार्थियो से मिले. उनसे जानकारी लेकर मौके पर पहुंच निरीक्षण किया. उसके बाद एसडीएम राकेश गुप्ता ने भी मौका निरीक्षण कर धरना स्थल पर जैन समाज के लोगों से जानकारी ली. इस दौरान धरना स्थल पर दिगम्बर जैन समाज ने धरना और अनशन का बैनर लगा दिया गया था, मगर सुशील जैन ने फ़िलहाल अनशन स्थगित कर दिया है. वहीं जैन समाज के लोग मन्दिर के बाहर मन्त्र का पाठ करने में जुटे हैं.