अजमेर. जिले में पुष्कर गुरूद्वारे के सामने शुक्रवार को संत, महंत, विभिन्न संप्रदायों के मठाधीशों का पुष्प तिलक और अभिनन्दन के बाद आध्यात्मिक पदयात्रा का शुभारंभ किया गया. इस दौरान पदयात्रा में विभिन्न मंदिरों, स्कूलों ओर समाज सेवकों की ओर से मनोहर झांकिया सजाई गई.
अध्यात्म से जुड़ी झांकिया ढोल, नगाड़ों के साथ निकाली गई. इसके लिए कस्बेवासियों ने इनके स्वागत में जगह-जगह स्वागत द्वार बनवाए और फूलों की वर्षा की. भारतीय संस्कृति और आध्यात्म के इस नजारे को देखकर विदेशी पर्यटकों ने भी न केवल इसमें पैदल चलकर भागीदारी निभाई बल्कि हरे राम हरे कृष्णा का बखान करते हुए ढोल नगाड़े भी बजाए.
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बता दें कि इस बार पद यात्रा के मार्ग में बदलाव किया गया, जिससे ये गुरूद्वारे के पास से प्रारम्भ होकर कस्बे के मुख्य मार्गो से होती हुई मेला मैदान तक पहुंची. आध्यत्मिक यात्रा में भाग लेने पहुंचे सैकड़ों संत-महात्माओं का मेला मैदान में मेला प्रबंधन समिति की अगुवाई में स्वागत सम्मान किया गया. संत समाज के अध्यक्ष रामशरण दास, अंजुमन संस्थान के अध्यक्ष गुलाम किबारिया चिस्ती, गुरूद्वारा कमेटी के सचिव जोगेंद्र सिंह दुआ सहित अनेक प्रबुद्ध लोगों ने तीर्थ नगरी के आध्यत्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसके पौराणिक स्वरुप को बनाए रखने का आह्वाव किया. इस दौरान राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले का सम्मान करते हुए शांति बनाए रखने की भी अपील की. इस मौके पर देवस्थान विभाग के गिरीश बच्चानी ने सभी संत महात्माओं का आभार जताया.