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अजमेर: आध्यात्मिक यात्रा से सर्वत्र एकता और भाईचारे का दिया संदेश, विभिन्न संप्रदायों के मठाधीशों, कई प्रबुद्ध नागरिक व आध्यात्मिक हुए शामिल - piritual padyatra in Pushkar

अजमेर जिले के पुष्कर में शुक्रवार को आध्यात्मिक पदयात्रा का शुभारंभ किया गया. इस दौरान पदयात्रा में विभिन्न संप्रदाय के लोगों ने भाग लिया और मनोहर झांकियां सजाईं. इससे पहले एस.डी. एम देविका तोमर, सीओ ग्रामीण विनोद कुमार ने पद यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

पदयात्रा का हुआ शुभारंभ, Pad Yatra started
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Published : Nov 8, 2019, 7:18 PM IST

Updated : Nov 8, 2019, 7:37 PM IST

अजमेर. जिले में पुष्कर गुरूद्वारे के सामने शुक्रवार को संत, महंत, विभिन्न संप्रदायों के मठाधीशों का पुष्प तिलक और अभिनन्दन के बाद आध्यात्मिक पदयात्रा का शुभारंभ किया गया. इस दौरान पदयात्रा में विभिन्न मंदिरों, स्कूलों ओर समाज सेवकों की ओर से मनोहर झांकिया सजाई गई.

पुष्कर में पदयात्रा का हुआ शुभारंभ

अध्यात्म से जुड़ी झांकिया ढोल, नगाड़ों के साथ निकाली गई. इसके लिए कस्बेवासियों ने इनके स्वागत में जगह-जगह स्वागत द्वार बनवाए और फूलों की वर्षा की. भारतीय संस्कृति और आध्यात्म के इस नजारे को देखकर विदेशी पर्यटकों ने भी न केवल इसमें पैदल चलकर भागीदारी निभाई बल्कि हरे राम हरे कृष्णा का बखान करते हुए ढोल नगाड़े भी बजाए.

पढ़ें. दिल्ली में वायु गुणवत्ता फिर बहुत खराब श्रेणी में पहुंची, भारी नमी का असर

बता दें कि इस बार पद यात्रा के मार्ग में बदलाव किया गया, जिससे ये गुरूद्वारे के पास से प्रारम्भ होकर कस्बे के मुख्य मार्गो से होती हुई मेला मैदान तक पहुंची. आध्यत्मिक यात्रा में भाग लेने पहुंचे सैकड़ों संत-महात्माओं का मेला मैदान में मेला प्रबंधन समिति की अगुवाई में स्वागत सम्मान किया गया. संत समाज के अध्यक्ष रामशरण दास, अंजुमन संस्थान के अध्यक्ष गुलाम किबारिया चिस्ती, गुरूद्वारा कमेटी के सचिव जोगेंद्र सिंह दुआ सहित अनेक प्रबुद्ध लोगों ने तीर्थ नगरी के आध्यत्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसके पौराणिक स्वरुप को बनाए रखने का आह्वाव किया. इस दौरान राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले का सम्मान करते हुए शांति बनाए रखने की भी अपील की. इस मौके पर देवस्थान विभाग के गिरीश बच्चानी ने सभी संत महात्माओं का आभार जताया.

अजमेर. जिले में पुष्कर गुरूद्वारे के सामने शुक्रवार को संत, महंत, विभिन्न संप्रदायों के मठाधीशों का पुष्प तिलक और अभिनन्दन के बाद आध्यात्मिक पदयात्रा का शुभारंभ किया गया. इस दौरान पदयात्रा में विभिन्न मंदिरों, स्कूलों ओर समाज सेवकों की ओर से मनोहर झांकिया सजाई गई.

पुष्कर में पदयात्रा का हुआ शुभारंभ

अध्यात्म से जुड़ी झांकिया ढोल, नगाड़ों के साथ निकाली गई. इसके लिए कस्बेवासियों ने इनके स्वागत में जगह-जगह स्वागत द्वार बनवाए और फूलों की वर्षा की. भारतीय संस्कृति और आध्यात्म के इस नजारे को देखकर विदेशी पर्यटकों ने भी न केवल इसमें पैदल चलकर भागीदारी निभाई बल्कि हरे राम हरे कृष्णा का बखान करते हुए ढोल नगाड़े भी बजाए.

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बता दें कि इस बार पद यात्रा के मार्ग में बदलाव किया गया, जिससे ये गुरूद्वारे के पास से प्रारम्भ होकर कस्बे के मुख्य मार्गो से होती हुई मेला मैदान तक पहुंची. आध्यत्मिक यात्रा में भाग लेने पहुंचे सैकड़ों संत-महात्माओं का मेला मैदान में मेला प्रबंधन समिति की अगुवाई में स्वागत सम्मान किया गया. संत समाज के अध्यक्ष रामशरण दास, अंजुमन संस्थान के अध्यक्ष गुलाम किबारिया चिस्ती, गुरूद्वारा कमेटी के सचिव जोगेंद्र सिंह दुआ सहित अनेक प्रबुद्ध लोगों ने तीर्थ नगरी के आध्यत्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसके पौराणिक स्वरुप को बनाए रखने का आह्वाव किया. इस दौरान राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले का सम्मान करते हुए शांति बनाए रखने की भी अपील की. इस मौके पर देवस्थान विभाग के गिरीश बच्चानी ने सभी संत महात्माओं का आभार जताया.

Intro:पुष्कर(अजमेर) ब्रह्मा की पवित्र धरा पर संत, महन्त एवं अनेकों समाजों के प्रबुद्ध नागरिकों आध्यात्मिक पदयात्रा की । इससे पहले एस. डी. एम देविका तोमर, सी ओ ग्रामीण विनोद कुमार ने पद यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।

Body:पुष्कर के गुरूद्वारे के सामने संत, महन्त, विभिन्न संप्रदायों के मठाधीशों का पुष्प तिलक के साथ अभिनन्दन के बाद आध्यात्मिक पदयात्रा शुरू हुई। पदयात्रा में विभिन्न मंदिरों , स्कूलों ओर समाज सेवकों की ओर से मनोहर झाकिया सजाई गई । आध्यात्म से जुडी ये झाकिया ढोल नगाड़ों के साथ जब निर्धारित मार्ग से निकली तो कस्बेवासियों ने इनके स्वागत में जगह-जगह स्वागत द्वार बनवाए ओर फूलों की वर्षा की । भारतीय संस्कृति ओर आध्यात्म के इस नज़ारे को देखकर विदेशी पर्यटकों ने भी न केवल इसमें पैदल चलकर भागीदारी निभाई बल्कि हरे राम हरे कृष्णा का बखान करते हुए ढोल नगाड़े भी बजाये । इस बार पद यात्रा के मार्ग में बदलाव किया गया जिससे ये गुरूद्वारे के से प्रारम्भ होकर कस्बे के मुख्य मार्गो से होती हुई मेला मैदान तक पहुंची । आध्यत्मिक यात्रा में भाग लेने पहुंचे सैकड़ो संत -महात्माओ का मेला मैदान में मेला प्रबंधन समिति की अगुवाई में स्वागत सम्मान किया गया । संत समाज के अध्यक्ष रामशरण दास , अंजुमन संस्थान के अध्यक्ष गुलाम किबारिया चिस्ती , गुरुद्वारा कमेटी के सचिव जोगेंद्र सिंह दुआ सहित अनैक प्रबुद्ध लोगो ने तीर्थ नगरी के आध्यत्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसके पौराणिक स्वरुप को बनाये रखने का आव्हान किया साथ ही राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले का सम्मान करते हुए शांति बनाए रखने की अपील की । देवस्थान विभाग के गिरीश बच्चानी ने सभी संत महात्माओ का आभार जताया । धार्मिक मेले की शुरुआत पर हुए इस आयोजन में आध्यात्म की ऐसी छटा बिखरी जिसे देखकर हर कोई भाव -विभोर हो उठा । साम्प्रदायिक सौहार्द की इस अनूठी यात्रामें सभी धर्मो के लोगो ने भाग लिया । जाति -पाति बंधन से ऊपर उठकर सभी ने ब्रह्मा की नगरी के इस पावन पर्व में भाग लेकर अपने आपको धन्य महसूस किया ।

बाइट --रामशरण दास,सेनाचार्य

बाइट--जुल्फेकार चिश्ती, अध्यक्ष, गरीब नवाज सूफी सोसायटी

बाइट-- देविका तोमर, एस डी एमConclusion:
Last Updated : Nov 8, 2019, 7:37 PM IST
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