ब्यावर (अजमेर). जिले के राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में शनिवार शाम को एक बच्चें को उपचार के लिए अस्पताल लेकर आए पिता ने अपना आपा खो दिया. इस दौरान चिकित्सक ने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन कोशिश नाकाम रही. मौका स्थिति बिगड़ती देख मजबूरन पिता को ही अस्पताल के बाहर भेजना पड़ा.
जानकारी के अनुसार रेलमगरी बदनोर निवासी रणवीर सिंह रावत शनिवार को अपने 9 वर्षीय बेटे विष्णु को कान दर्द की शिकायत के बाद उपचार के लिए एकेएच लेकर पहुंचा. इस दौरान रणवीर ने अपने बेटे को ईएनटी विभाग में चिकित्सक डॉ.नरेश गोठवाल को दिखाया. जिसके बाद चिकित्सक गोठवाल ने विष्णु के कान का परीक्षण कर उसे दवा लिखकर दे दी.
दवा लिखने के बाद रणवीर अस्पताल से बाहर चला गया लेकिन रास्ते में विष्णु ने अपने पिता से दर्द कम नहीं होने की शिकायत की. जिसके बाद पिता पुन: उसे लेकर चिकित्सक के पास पहुंचा और दर्द कम नहीं होने की बात कही. इस दौरान चिकित्सक गोठवाल ने उसे पहले मरीज को दवा देने और थोड़ा इंतजार करने की बता कही.
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इस पर पिता ने अपना आपा खो दिया और आउटडोर कक्ष में ही हंगामा खड़ा कर दिया. जिसके कारण आसपास के लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई. मामला बढ़ता देख अस्पताल के अन्य चिकित्सक भी मौके पर पहुंचे और पिता को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना. इसके बाद मौके पर उपस्थित अस्पताल के गार्ड ने पिता को अस्पताल से बाहर निकाल दिया. बताया जा रहा है कि अस्पताल से जाते वक्त रणवीर ने कहा कि अभी तो वह जा रहा है लेकिन कल वापस आकर संबधित चिकित्सक के खिलाफ थाने में शिकायत करेगा.