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अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले का स्थान बदलने की उठी मांग, मेला मैदान में अतिक्रमण का हवाला

तीर्थ नगरी पुष्कर में पशुपालकों ने बैठक आयोजित कर कलेक्टर से हाट मेला 2021 मोतीसर रोड पर आयोजित करने की उठाई मांग, पुष्कर मेला मैदान में अतिक्रमण और खातेदारों ने मोटी रकम वसूलने का दिया हवाला. जानें क्या है मामला...

अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेला, अश्व पृथ्वी की शान, Pushkar Cattle Fair 2021
पुष्कर पशु मेले का स्थान बदलने की उठी मांग
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Published : Oct 21, 2021, 4:13 PM IST

पुष्कर(अजमेर). अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले को लेकर जिला प्रशासन और पशुपालकों के बीच का गतिरोध अब शांत होता नजर आ रहा है. गुरुवार को पशुपालकों के एक समूह 'अश्व पृथ्वी की शान' के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर प्रकाश राहपुरोहित से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा है. इसके बाद से पशुपालक पुष्कर मेला मैदान की जगह इस वर्ष मोतीसर रोड स्थित पूर्व आवंटित भूमि पर मेला आयोजित करने का दावा कर रहे हैं. हालांकि जिला प्रशासन की ओर अभी तक से इस संबंध में किसी भी प्रकार का आधिकारिक आदेश सार्वजनिक नहीं किया गया है.


तीर्थ नगरी पुष्कर में पशुपालकों ने एक बैठक आयोजित कर पत्रकारों को अपने द्वारा दिए गए ज्ञापन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान मेला मैदान में कोविड गाइडलाइंस की पालना संभव नही है. इसलिए इस बार नए मेला मैदान में पशु मेला आयोजित हो. साथ ही ज्ञापन में बताया गया कि वर्तमान मेला मैदान में अतिक्रमण की भरमार है और चारो तरफ गंदगी का साम्रज्य है. इसलिए पशुओं को घुमाना भी संभव नही है. इसके अलावा पुराने मेला मैदान मे खातेदारों और कब्जाधारियों को जमीन का मोटा किराया देना पड़ता है जो पशुपालकों के लिए संभव नही है और सरकार की और से पशुपालकों को दी जाने वाली रियायतों से भी वंचित रहना पड़ता है.

यह भी पढ़ें- अजमेर: महिला चेन स्नेचिंग गिरोह की सरगना अंगूरी समेत गैंग के दो सदस्य चढ़े पुलिस के हत्थे

सामूहिक प्रयासों से हो पाया सम्भव

अश्व पृथ्वी की शान संस्था के संरक्षक राघवेन्द्रसिंह दुंदलोत ने सरकार, प्रशासन और मीडिया का आभार जताते हुए बताया कि 8 नवम्बर से 21 नवम्बर तक मेला आयोजित होगा. इस बार पशुपालक जब भी चाहे रवाना हो सकते है. वहीं सचिव ओमप्रकाश रावत ने बताया कि सामूहिक प्रयासों से ही यह सम्भव हो पाया है. संरक्षक राजेश टंडन एडवोकेट, राघवेंद्र सिंह, अध्यक्ष पृथ्वीराज सिंह आकोलिया, सचिव ओम प्रकाश रावत (पप्पू भाई), नंद सिंह, डॉक्टर अजीत सिंह, पिंटू, मोहर सिंह, सुखराम, बंटी टंडन , महिपाल चौधरी, तिलोक गुर्जर, रजाक खान, जितेंद्र, हसन भाई, सरवन मीणा, सुनील सहित सभी पशुपालकों ने कहा कि वे कोविड गाइडलाइंस की पूरी तरह पालना करेंगे और करवाएंगे. वहीं पशुपालको ने प्रशासन से भी मांग पुष्कर पशु मेला आयोजन स्वीकृति का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाए.

यह भी पढ़ें- Weather Update: राजस्थान में मानसून की हुई विदाई, सर्दी में होने लगी तेजी

मोतीसर रोड स्थित नए मेला मैदान में होगा आयोजन

गौरतलब है कि आगामी अंतराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले में कोविड गाइडलाइंस की पालना के लिए प्रशासन और अश्वपालक समूह "अश्व पृथ्वी की शान" के बीच हुई कई चरणों की वार्ता का सकारात्मक परिणाम निकलता नजर आ रहा है. वहीं प्रशासन और पशुपालकों के बीच इस बात को लेकर पशुपालक सहमति बनने बात कह रहे हैं कि इस बार पशु मेला पुराने मेला मैदान की बजाय मोतीसर रोड स्थित नए मेला मैदान में आयोजित किया जाएगा. हालांकि जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.

पुष्कर(अजमेर). अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले को लेकर जिला प्रशासन और पशुपालकों के बीच का गतिरोध अब शांत होता नजर आ रहा है. गुरुवार को पशुपालकों के एक समूह 'अश्व पृथ्वी की शान' के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर प्रकाश राहपुरोहित से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा है. इसके बाद से पशुपालक पुष्कर मेला मैदान की जगह इस वर्ष मोतीसर रोड स्थित पूर्व आवंटित भूमि पर मेला आयोजित करने का दावा कर रहे हैं. हालांकि जिला प्रशासन की ओर अभी तक से इस संबंध में किसी भी प्रकार का आधिकारिक आदेश सार्वजनिक नहीं किया गया है.


तीर्थ नगरी पुष्कर में पशुपालकों ने एक बैठक आयोजित कर पत्रकारों को अपने द्वारा दिए गए ज्ञापन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान मेला मैदान में कोविड गाइडलाइंस की पालना संभव नही है. इसलिए इस बार नए मेला मैदान में पशु मेला आयोजित हो. साथ ही ज्ञापन में बताया गया कि वर्तमान मेला मैदान में अतिक्रमण की भरमार है और चारो तरफ गंदगी का साम्रज्य है. इसलिए पशुओं को घुमाना भी संभव नही है. इसके अलावा पुराने मेला मैदान मे खातेदारों और कब्जाधारियों को जमीन का मोटा किराया देना पड़ता है जो पशुपालकों के लिए संभव नही है और सरकार की और से पशुपालकों को दी जाने वाली रियायतों से भी वंचित रहना पड़ता है.

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सामूहिक प्रयासों से हो पाया सम्भव

अश्व पृथ्वी की शान संस्था के संरक्षक राघवेन्द्रसिंह दुंदलोत ने सरकार, प्रशासन और मीडिया का आभार जताते हुए बताया कि 8 नवम्बर से 21 नवम्बर तक मेला आयोजित होगा. इस बार पशुपालक जब भी चाहे रवाना हो सकते है. वहीं सचिव ओमप्रकाश रावत ने बताया कि सामूहिक प्रयासों से ही यह सम्भव हो पाया है. संरक्षक राजेश टंडन एडवोकेट, राघवेंद्र सिंह, अध्यक्ष पृथ्वीराज सिंह आकोलिया, सचिव ओम प्रकाश रावत (पप्पू भाई), नंद सिंह, डॉक्टर अजीत सिंह, पिंटू, मोहर सिंह, सुखराम, बंटी टंडन , महिपाल चौधरी, तिलोक गुर्जर, रजाक खान, जितेंद्र, हसन भाई, सरवन मीणा, सुनील सहित सभी पशुपालकों ने कहा कि वे कोविड गाइडलाइंस की पूरी तरह पालना करेंगे और करवाएंगे. वहीं पशुपालको ने प्रशासन से भी मांग पुष्कर पशु मेला आयोजन स्वीकृति का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाए.

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मोतीसर रोड स्थित नए मेला मैदान में होगा आयोजन

गौरतलब है कि आगामी अंतराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले में कोविड गाइडलाइंस की पालना के लिए प्रशासन और अश्वपालक समूह "अश्व पृथ्वी की शान" के बीच हुई कई चरणों की वार्ता का सकारात्मक परिणाम निकलता नजर आ रहा है. वहीं प्रशासन और पशुपालकों के बीच इस बात को लेकर पशुपालक सहमति बनने बात कह रहे हैं कि इस बार पशु मेला पुराने मेला मैदान की बजाय मोतीसर रोड स्थित नए मेला मैदान में आयोजित किया जाएगा. हालांकि जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.

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