किशनगढ़. अजमेर जिले के मार्बल सिटी किशनगढ़ में स्थित बांदरसिंदरी राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रा की फोटो वायरल करने के मामले में पीड़ित छात्रा के पिता ने मुकदमा दर्ज कराया है. सीओ ग्रामीण जरनैल सिंह को इसकी जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बता दें कि बीते 17 अगस्त की रात में सेंट्रल यूनिवर्सिटी अजमेर के सिक्योरिटी ऑफिसर पर एक छात्रा का फोटो वायरल करने के आरोप लगे थे. जिसके बाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने काफी बवाल किया था. जिसकी वजह से पुलिस भी मौके पर पहुंची थी. अब केद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन ने सेवानिवृत जज के नेतृत्व में एक जांच कमेटी गठित की है.
पीड़ित छात्रा के पिता ने पुलिस में छात्रा की फोटो वायरल करने के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. बांदरसिंदरी थाना पुलिस सीओ (ग्रामीण) जरनैल सिंह को इसकी जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं मामले की जांच के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है. जो पूरे मामले की जांच कर रही है. सीओ ग्रामीण जनरैल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि छात्रा के पिता ने बांदरसिंदरी थाना में आरोपी सिक्योरिटी ऑफिसर राजपाल रेवाड़ के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस मामले के हर पहलुओं पर बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है. फिलहाल आरोपी सिक्योरिटी ऑफिसर और उसके ऑफिस के सामान को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है. जिसकी पूरी जांच पड़ताल की जाएगी. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय की पीआरओ अनुराधा मित्तल ने भी एक बयान जारी किया है. जिसके अनुसार CUR प्रशासन छात्रों के साथ है. उनके साथ किसी भी प्रकार का कोई खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा. इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है. जिसकी जांच जारी है जो कोई भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सीयूआर प्रशासन कठोर कार्रवाई करेगा.
बता दें कि बांदर सिंदरी स्थित राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के सिक्योरिटी ऑफिसर राजपाल रेवाड़ ने एक छात्रा की फोटो अपने सुरक्षा गार्डों को शेयर करके उसकी (तस्वीर में दिख रही छात्रा) पूरी डिटेल इकट्ठा करने के आदेश दिए थे. जिसकी जानकारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्रों को जैसे मिली तो उनका गुस्सा भड़क उठा. छात्रों ने सिक्योरिटी ऑफिसर की केबिन में तोड़फोड़ कर वाहन में आग लगा दिए. सिक्योरिटी ऑफिसर की केबिन से पैदल मार्च कर गेट नंबर 3 के बाहर बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. सिक्योरिटी ऑफिसर की गिरफ्तारी की मांग की लेकर देर रात मौके पर बांदरसिंदरी थाना पुलिस पहुंची थी. पुलिस ने गुस्साए छात्रों को जांच पड़ताल का आश्वासन देकर शांत कराया था.
जिसके बाद पुन: छात्रों का विरोध प्रदर्शन 18 अगस्त की सुबह से जारी हो गया. इस मामले को बढ़ता देख अजमेर एसपी चुनाराम जाट मौके पर पहुंचे. एसपी ने सिक्योरिटी ऑफिसर राजपाल रेवाड़ को पुलिस की कस्टडी में लिया. इसके साथ ही सिक्योरिटी ऑफिसर की केबिन में लगे कंप्यूटर और मोबाइल में अन्य दस्तावेज भी अपनी कस्टडी में ले लिए. सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ अजमेर एसपी चुनाराम जाट व पुलिस के अधिकारियों ने चर्चा की. जिसमें सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक रिटायर्ड जज के नेतृत्व में कमेटी का गठन करने की बात कही और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया. इसी बीच पीड़ित छात्रा ने अपने परिजनों को भी मौके पर बुला लिया. पीड़ित छात्रा के पिता बांदर सिंदरी स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी पहुंचे. उन्होंने सीयूआर प्रशासन की कमेटी पर भरोसा न करते हुए और मामले की गंभीरता को देखते हुए बांदर सिंदरी थाना लिखित शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया है.
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पीड़ित छात्रा ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय में पूर्व में भी दो छात्राओं ने आत्महत्या की उसका जिम्मेदार भी सिक्योरिटी ऑफिसर है. सिक्योरिटी ऑफिसर राजपाल शुरू से ही संदिग्ध है. अगर उसके मोबाइल की पूरी तरह से फोरेंसिक जांच हो तो मोबाइल से कई राज निकलेंगे. वहीं पीड़िता के पिता का कहना है कि समय रहते हैं उसकी बच्ची संभल गई वरना कोई बड़ी अनहानी हो सकती थी. वहीं सेंट्रल यूनिवर्सिटी की प्रो अनुराधा मित्तल ने भी बयान जारी कर कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एक जांच कमेटी बनाई गई है. जो पूरे मामले की जांच करेगी और जो कोई भी दोषी पाया जाएगा उसे पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. बहरहाल पूरे प्रकरण की जांच सेंट्रल यूनिवर्सिटी की ओर से गठित कमेटी व बांदर सिंदरी थाना पुलिस कर रही है.