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Good News : अजमेर उर्स में अन्य राज्यों से जायरीनों को लाने वाली बसों को रियायत, गहलोत ने दी मंजूरी

ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के सालाना उर्स (Khwaja Garib Nawaz URS 2023) में अन्य राज्यों से जायरीनों को आने वाली बसों को मोटर वाहन कर में राजस्थान सरकार की ओर से छूट देने का निर्णय लिया गया है. आगामी 15 जनवरी से 05 फरवरी तक अजमेर में उर्स मेले का आयोजन होगा. गहलोत ने रियायत के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.

Khwaja Garib Nawaz URS 2023
गहलोत ने रियायत के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है
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Published : Dec 28, 2022, 1:06 PM IST

जयपुर. विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती का 811वां सालाना उर्स जनवरी में शुरू (CM Gehlot gave big concession on Urs) होगा. उर्स के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से जायरीन अजमेर पहुंचेंगे. ऐसे में अन्य राज्यों से जायरीनों को लेकर आने वाली बसों को मोटर वाहन कर में गहलोत सरकार ने तीन दिन (Ajmer Sharif Urs 2023) की छूट दी है. ये छूट 15 जनवरी से 05 फरवरी 2023 तक अजमेर उर्स के दौरान अन्य राज्यों से जायरीन को लेकर आने वाली बसों में रहेगी.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उर्स के सांस्कृतिक व धार्मिक महत्व को देखते हुए अन्य राज्यों से जायरीनों को लेकर आने वाली यात्री बसों की देय मोटर वाहन कर और सरचार्ज में रियायत के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. निर्णय के अनुसार राजस्थान मोटरयान कराधान अधिनियम, 1951 की धारा 3 के अन्तर्गत वाहनों पर देय कर में 7000 रुपए से अधिक के समस्त करों पर रियायत दी गई है. मोटर वाहन कर व सरचार्ज में (Ajmer Dargah Sharif) आंशिक छूट 15 जनवरी से 05 फरवरी, 2023 (कुल 22 दिन) तक रहेगी.

इसे भी पढे़ं - ख्वाजा गरीब नवाज का 811वां वार्षिक उर्स, सर्दी से बचाव के लिए विश्राम स्थल पर होंगे विशेष इंतजाम

बता दें कि अन्य राज्यों से आने वाली यात्री बसों पर 1600 रुपए प्रतिदिन मोटर वाहन कर लगता है. यह कर न्यूनतम 5 दिन के लिए जमा कराना आवश्यक होता है. उर्स में आने वाली बसों का ठहराव न्यूनतम 7 दिन रहता है. ऐसी स्थिति में प्रत्येक (Concession to buses bringing pilgrims) वाहन की देय कर 11200 रुपए और सरचार्ज 700 रुपए सहित कुल 11900 रुपए बनता है. मुख्यमंत्री के निर्णय से अब यात्री बसों पर केवल 7000 रुपए ही कर के रूप में देय होंगे. इससे 4900 रुपए प्रति बस की रियायत मिल सकेगी.

अगले साल 18 जनवरी को चढ़ेगा उर्स का झंडा: बता दें कि राजस्थान में अजमेर स्थित ख्यातनाम सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 811वें सालाना उर्स का झंडा अगले साल 18 जनवरी 2023 को अजमेर में दरगाह शरीफ स्थित बुलंद दरवाजे पर चढ़ेगा. झंडे की रस्म (CM Gehlot approved proposal) के बाद चांद दिखाई देने पर एक से छह रजब तक सालाना उर्स की धार्मिक रस्में शुरू हो जाएंगी और संभवत यह 22 जनवरी से 01 फरवरी 2023 तक होगा. छह दिवसीय इस उर्स में देश दुनिया से लाखों अकीदतमंद शिरकत करेंगे. लेकिन उर्स की रस्में परंपरागत तरीके से बड़े कुल के चलते नौ दिवसीय रहेगी. इस दौरान उर्स पर खुलने वाला जन्नती दरवाजा भी खोला जाएगा.

जयपुर. विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती का 811वां सालाना उर्स जनवरी में शुरू (CM Gehlot gave big concession on Urs) होगा. उर्स के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से जायरीन अजमेर पहुंचेंगे. ऐसे में अन्य राज्यों से जायरीनों को लेकर आने वाली बसों को मोटर वाहन कर में गहलोत सरकार ने तीन दिन (Ajmer Sharif Urs 2023) की छूट दी है. ये छूट 15 जनवरी से 05 फरवरी 2023 तक अजमेर उर्स के दौरान अन्य राज्यों से जायरीन को लेकर आने वाली बसों में रहेगी.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उर्स के सांस्कृतिक व धार्मिक महत्व को देखते हुए अन्य राज्यों से जायरीनों को लेकर आने वाली यात्री बसों की देय मोटर वाहन कर और सरचार्ज में रियायत के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. निर्णय के अनुसार राजस्थान मोटरयान कराधान अधिनियम, 1951 की धारा 3 के अन्तर्गत वाहनों पर देय कर में 7000 रुपए से अधिक के समस्त करों पर रियायत दी गई है. मोटर वाहन कर व सरचार्ज में (Ajmer Dargah Sharif) आंशिक छूट 15 जनवरी से 05 फरवरी, 2023 (कुल 22 दिन) तक रहेगी.

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बता दें कि अन्य राज्यों से आने वाली यात्री बसों पर 1600 रुपए प्रतिदिन मोटर वाहन कर लगता है. यह कर न्यूनतम 5 दिन के लिए जमा कराना आवश्यक होता है. उर्स में आने वाली बसों का ठहराव न्यूनतम 7 दिन रहता है. ऐसी स्थिति में प्रत्येक (Concession to buses bringing pilgrims) वाहन की देय कर 11200 रुपए और सरचार्ज 700 रुपए सहित कुल 11900 रुपए बनता है. मुख्यमंत्री के निर्णय से अब यात्री बसों पर केवल 7000 रुपए ही कर के रूप में देय होंगे. इससे 4900 रुपए प्रति बस की रियायत मिल सकेगी.

अगले साल 18 जनवरी को चढ़ेगा उर्स का झंडा: बता दें कि राजस्थान में अजमेर स्थित ख्यातनाम सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 811वें सालाना उर्स का झंडा अगले साल 18 जनवरी 2023 को अजमेर में दरगाह शरीफ स्थित बुलंद दरवाजे पर चढ़ेगा. झंडे की रस्म (CM Gehlot approved proposal) के बाद चांद दिखाई देने पर एक से छह रजब तक सालाना उर्स की धार्मिक रस्में शुरू हो जाएंगी और संभवत यह 22 जनवरी से 01 फरवरी 2023 तक होगा. छह दिवसीय इस उर्स में देश दुनिया से लाखों अकीदतमंद शिरकत करेंगे. लेकिन उर्स की रस्में परंपरागत तरीके से बड़े कुल के चलते नौ दिवसीय रहेगी. इस दौरान उर्स पर खुलने वाला जन्नती दरवाजा भी खोला जाएगा.

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