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वासुदेव देवनानी का आरोप, भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति मांगी तो एसपी ने कहा आवाज नीचे, पुलिस अधीक्षक बोले- आरोप निराधार

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Published : Aug 3, 2023, 9:40 PM IST

पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने अजमेर एसपी चुनाराम जाट पर जनप्रतिनिधि का अपमान करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि शिव की सवारी निकालने की अनुमति मांगने पर उन्होंने आवाज नीचे करके बात करने को कहा. वहीं, एसपी ने सभी आरोपों को निराधार बताया है.

BJP Leader Vasudev Devnani Serious Allegation
भाजपा नेता
किसने क्या कहा, सुनिए...

अजमेर. पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने आरोप लगाया है कि भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति मांगी तो एसपी चुनाराम जाट ने इनकार करते हुए कहा कि आवाज नीचे करके बात करें. उन्होंने कहा कि यह जनप्रतिनिधि का अपमान है. साथ ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार तुष्टीकरण की नीति पर चलती है, यह उसका प्रमाण है. वहीं, अजमेर एसपी ने सभी आरोपों को निराधार बताया है.

वासुदेव देवनानी ने कहा कि श्री जनेश्वर महादेव सेवा समिति को भगवान शिव की सवारी निकलने की अनुमति नहीं मिलने पर जिला पुलिस कप्तान चुनाराम जाट से स्वीकृति मांगने गए थे. उन्होंने बताया कि समिति की ओर से एक दिन पहले वृताधिकारी से भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन वृताधिकारी ने अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया.

पढ़ें : Red Diary Controversy : गुढ़ा की लाल डायरी बनेगी कांग्रेस की ’काल’ डायरी: देवनानी

उन्होंने बताया कि इस पर समिति ने स्वीकृति दिलाने का निवेदन किया. इस पर गुरुवार को विधायक वासुदेव देवनानी, बीजेपी शहर अध्यक्ष रमेश सोनी और समिति के पदाधिकारी एसपी चुनाराम जाट से अनुमति मांगने के लिए उनके दफ्तर पहुंचे. देवनानी ने आरोप लगाया कि एसपी ने भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि नई परंपरा नहीं डालें. इस दौरान विधायक वासुदेव देवनानी ने एसपी को स्वीकृति देने के लिए कहा. देवनानी का आरोप है कि दफ्तर में गर्म हुए माहौल के बीच एसपी ने विधायक समेत सभी मौजूद लोगों को लताड़ लगाते हुए कहा कि आवाज नीचे रख कर बात करें.

गहलोत सरकार पर लगाए तुष्टिकरण के आरोपः एसपी के दफ्तर के बाहर देवनानी ने मीडिया से बातचीत के दौरान गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की नीति अपनाते हुए सरकार हिंदुओं के साथ भेदभाव करती है. देवनानी ने कहा कि एसपी ने जनप्रतिनिधि का अपमान किया है यह बर्दाश्त नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को आगे तक लेकर जाया जाएगा और इसका समाधान करेंगे.

बातचीत में देवनानी ने बताया कि एसपी से अनुमति को लेकर ही बातचीत की जा रही थी, लेकिन वह उग्र हो गए. हमने उनसे इतना कहा कि अनुमति नहीं देने का कोई कारण हो तो बताएं. इस पर एसपी ने कहा कि नए काम के लिए अनुमति नहीं मिलेगी. देवनानी ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत सरकार की तुष्टीकरण नीति के अंतर्गत ही भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति नहीं दी जा रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस दबाव में है. गहलोत सरकार को अब कुछ ही दिन रह गए, जनता सब देख रही है. चुनाव में कांग्रेस को जवाब देगी.

यह बोले भाजपा शहर अध्यक्षः भाजपा के शहर अध्यक्ष रमेश सोनी ने कहा कि भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति देने के लिए एसपी से मिलने गए थे. एसपी का बर्ताव जनप्रतिनिधि के साथ इस प्रकार का था जिसकी उम्मीद नहीं की जा सकती उन्होंने कहा कि एसपी चुनाराम जाट जिम्मेदार पद पर हैं, उनका बर्ताव निंदनीय है. उन्होंने कहा कि कलेक्टर से भी अनुमति मांगी गई थी, लेकिन उन्होंने ने भी अनुमति देने से मना कर दिया है.

एसपी बोले- आरोप निराधार हैंः एसपी चुनाराम जाट ने कहा विधायक वासुदेव देवनानी समिति के पदाधिकारियों के साथ दफ्तर आकर मिले थे. वह भगवान शिव की सवारी के लिए अनुमति मांग रहे थे, यह सवारी पहली बार निकाली जानी है. सवारी निकालने की इससे पहले कोई परंपरा नहीं थी. इसलिए सवारी निकालने की अनुमति नहीं दी गई है. एसपी ने कहा कि आवाज नीचे रख कर बात करिए, ऐसी लैंग्वेज मेरी कभी नहीं रही है. यह आरोप निराधार है.

किसने क्या कहा, सुनिए...

अजमेर. पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने आरोप लगाया है कि भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति मांगी तो एसपी चुनाराम जाट ने इनकार करते हुए कहा कि आवाज नीचे करके बात करें. उन्होंने कहा कि यह जनप्रतिनिधि का अपमान है. साथ ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार तुष्टीकरण की नीति पर चलती है, यह उसका प्रमाण है. वहीं, अजमेर एसपी ने सभी आरोपों को निराधार बताया है.

वासुदेव देवनानी ने कहा कि श्री जनेश्वर महादेव सेवा समिति को भगवान शिव की सवारी निकलने की अनुमति नहीं मिलने पर जिला पुलिस कप्तान चुनाराम जाट से स्वीकृति मांगने गए थे. उन्होंने बताया कि समिति की ओर से एक दिन पहले वृताधिकारी से भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन वृताधिकारी ने अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया.

पढ़ें : Red Diary Controversy : गुढ़ा की लाल डायरी बनेगी कांग्रेस की ’काल’ डायरी: देवनानी

उन्होंने बताया कि इस पर समिति ने स्वीकृति दिलाने का निवेदन किया. इस पर गुरुवार को विधायक वासुदेव देवनानी, बीजेपी शहर अध्यक्ष रमेश सोनी और समिति के पदाधिकारी एसपी चुनाराम जाट से अनुमति मांगने के लिए उनके दफ्तर पहुंचे. देवनानी ने आरोप लगाया कि एसपी ने भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि नई परंपरा नहीं डालें. इस दौरान विधायक वासुदेव देवनानी ने एसपी को स्वीकृति देने के लिए कहा. देवनानी का आरोप है कि दफ्तर में गर्म हुए माहौल के बीच एसपी ने विधायक समेत सभी मौजूद लोगों को लताड़ लगाते हुए कहा कि आवाज नीचे रख कर बात करें.

गहलोत सरकार पर लगाए तुष्टिकरण के आरोपः एसपी के दफ्तर के बाहर देवनानी ने मीडिया से बातचीत के दौरान गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की नीति अपनाते हुए सरकार हिंदुओं के साथ भेदभाव करती है. देवनानी ने कहा कि एसपी ने जनप्रतिनिधि का अपमान किया है यह बर्दाश्त नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को आगे तक लेकर जाया जाएगा और इसका समाधान करेंगे.

बातचीत में देवनानी ने बताया कि एसपी से अनुमति को लेकर ही बातचीत की जा रही थी, लेकिन वह उग्र हो गए. हमने उनसे इतना कहा कि अनुमति नहीं देने का कोई कारण हो तो बताएं. इस पर एसपी ने कहा कि नए काम के लिए अनुमति नहीं मिलेगी. देवनानी ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत सरकार की तुष्टीकरण नीति के अंतर्गत ही भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति नहीं दी जा रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस दबाव में है. गहलोत सरकार को अब कुछ ही दिन रह गए, जनता सब देख रही है. चुनाव में कांग्रेस को जवाब देगी.

यह बोले भाजपा शहर अध्यक्षः भाजपा के शहर अध्यक्ष रमेश सोनी ने कहा कि भगवान शिव की सवारी निकालने की अनुमति देने के लिए एसपी से मिलने गए थे. एसपी का बर्ताव जनप्रतिनिधि के साथ इस प्रकार का था जिसकी उम्मीद नहीं की जा सकती उन्होंने कहा कि एसपी चुनाराम जाट जिम्मेदार पद पर हैं, उनका बर्ताव निंदनीय है. उन्होंने कहा कि कलेक्टर से भी अनुमति मांगी गई थी, लेकिन उन्होंने ने भी अनुमति देने से मना कर दिया है.

एसपी बोले- आरोप निराधार हैंः एसपी चुनाराम जाट ने कहा विधायक वासुदेव देवनानी समिति के पदाधिकारियों के साथ दफ्तर आकर मिले थे. वह भगवान शिव की सवारी के लिए अनुमति मांग रहे थे, यह सवारी पहली बार निकाली जानी है. सवारी निकालने की इससे पहले कोई परंपरा नहीं थी. इसलिए सवारी निकालने की अनुमति नहीं दी गई है. एसपी ने कहा कि आवाज नीचे रख कर बात करिए, ऐसी लैंग्वेज मेरी कभी नहीं रही है. यह आरोप निराधार है.

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