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कांग्रेस सेवादल सचिव हजरत अली हत्याकांड मामले में बड़ा खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

ब्यावर पुलिस ने कांग्रेस सेवादल सचिव हजरत अली (Rajasthan Hazrat Ali murder case) हत्याकांड मामले में खुलासा कर दिया है. पुलिस ने वारदात में संलिप्त 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल लिया. इसके साथ ही हत्या की वजह भी अब साफ हो गई है.

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Published : Nov 18, 2022, 11:28 AM IST

Rajasthan Hazrat Ali murder case
Rajasthan Hazrat Ali murder case

अजमेर. जिले के ब्यावर कस्बे में अधिवक्ता व कांग्रेस सेवादल सचिव हजरत अली (Rajasthan Hazrat Ali murder case) हत्याकांड मामले में गुरुवार को पुलिस की ओर खुलासा किया गया. सहायक पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा ने बताया कि पुलिस ने वारदात में संलिप्त 3 आरोपियों को खींवसर से गिरफ्तार (Three arrested in Hazrat Ali murder case) किया है. ब्यावर के फतेहपुरिया दोयम ग्राम निवासी विकास नागौरा उर्फ टोनी, दुर्गावास जवाजा निवासी दाऊ सिंह उर्फ सेठी और देवनागर चांग निवासी विक्रम सिंह उर्फ (Big disclosure Ajmer police) विक्की को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

उन्होंने बताया कि हजरत और आरोपियों के बीच एक प्लॉट और पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद का मामला सामने आया है. इस विवाद से उपजी रंजिश में तीनों आरोपियों ने हजरत की हत्या कर दी. वहीं, आरोपियों ने अपना गुनाह भी कुबूल लिया है. फिलहाल मामले की जांच जारी है और आरोपियो से हत्या में इस्तेमाल हुए हथियारों के बारे में पूछताछ की जा रही है.

हजरत अली हत्याकांड मामला

जानें पूरा मामला: 3 नवंबर, 2022 को मृतक हजरत अली के छोटे भाई नीरा खान ने बताया था कि किराएदार ने उन्हें फोन कर उनके भाई हजरत अली के बेसुध होकर खंडहरनुमा कमरे में पड़े होने की सूचना दी थी. मौके पर जाकर देखा तो हजरत अली के सिर पर गहरे जख्म के निशान थे, जिससे (Congress Seva Dal Secretary Hazrat Ali) लगातार खून बह रहा था. वहीं, अधिक खून बहने के कारण हजरत अली की मौत गई थी. मकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालने पर कमरे की ओर 3 लोग जाते नजर आए. इसके बाद मृतक के भाई ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इधर, दो लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया. मामले में जब पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया तब सीसीटीवी फुटेज को दोबारा से खंगाला गया, जिसमें आरोपियों की पहचान की गई.

इसे भी पढ़ें - Murder in Alwar: बानसूर में एक व्यक्ति की निर्मम हत्या, इलाके में हड़कंप

आरोपी निकले शातिर: ब्यावर पुलिस ने आरोपियों की पहचान तो कर ली थी, लेकिन उन्हें गिरफ्तार करना आसान नहीं था. आरोपी विकास नागौरा शातिर बदमाश है. जिसके खिलाफ ब्यावर थाने में पहले से ही चार संगीन मामले दर्ज हैं. वहीं, केकड़ी में एटीएम तोड़ने के मामले में भी वो वांछित था. विकास नागौरा इतना शातिर है कि वारदात को अंजाम देने के बाद वह अपनी लोकेशन बदलता रहता रहा और बात करने को उसने एक राहगीर के फोन का इस्तेमाल किया.

इधर, वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी हैदराबाद भाग गए थे. पुलिस की टीम जब उन्हें पकड़ने के लिए हैदराबाद पहुंची तो उससे पहले ही तीनों आरोपी राजस्थान भाग आए. इस बार पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली थी कि आरोपी नागौर जिले के खींवसर में लाइमस्टोन के परतों से बनी कोठियों में रह रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल लिया. पुलिस ने बताया कि आरोपी दाऊ सिंह के खिलाफ ब्यावर और जवाजा थाने में 4 मुकदमे पहले से दर्ज हैं. खैर, इन सबके बीच गौर करने वाली बात यह है कि तीनों आरोपियों की उम्र 20 से 22 साल के बीच है.

हजरत कर रहा था RJS Exam की तैयारी: कांग्रेस सेवादल सचिव व पेशे से अधिवक्ता हजरत अली (32) ब्यावर के फतेहपुरिया दोयम इलाके में रहता था. मृतक जज बनना चाहता था और लंबे समय से RJS Exam की तैयारी कर रहा था. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए हजरत इलाके के एक घर में अकेला ही रहता था, जहां 3 नवंबर की रात को बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी थी. बदमाशों ने जमीन व पैसों के लेनदेन को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया था.

अजमेर. जिले के ब्यावर कस्बे में अधिवक्ता व कांग्रेस सेवादल सचिव हजरत अली (Rajasthan Hazrat Ali murder case) हत्याकांड मामले में गुरुवार को पुलिस की ओर खुलासा किया गया. सहायक पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा ने बताया कि पुलिस ने वारदात में संलिप्त 3 आरोपियों को खींवसर से गिरफ्तार (Three arrested in Hazrat Ali murder case) किया है. ब्यावर के फतेहपुरिया दोयम ग्राम निवासी विकास नागौरा उर्फ टोनी, दुर्गावास जवाजा निवासी दाऊ सिंह उर्फ सेठी और देवनागर चांग निवासी विक्रम सिंह उर्फ (Big disclosure Ajmer police) विक्की को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

उन्होंने बताया कि हजरत और आरोपियों के बीच एक प्लॉट और पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद का मामला सामने आया है. इस विवाद से उपजी रंजिश में तीनों आरोपियों ने हजरत की हत्या कर दी. वहीं, आरोपियों ने अपना गुनाह भी कुबूल लिया है. फिलहाल मामले की जांच जारी है और आरोपियो से हत्या में इस्तेमाल हुए हथियारों के बारे में पूछताछ की जा रही है.

हजरत अली हत्याकांड मामला

जानें पूरा मामला: 3 नवंबर, 2022 को मृतक हजरत अली के छोटे भाई नीरा खान ने बताया था कि किराएदार ने उन्हें फोन कर उनके भाई हजरत अली के बेसुध होकर खंडहरनुमा कमरे में पड़े होने की सूचना दी थी. मौके पर जाकर देखा तो हजरत अली के सिर पर गहरे जख्म के निशान थे, जिससे (Congress Seva Dal Secretary Hazrat Ali) लगातार खून बह रहा था. वहीं, अधिक खून बहने के कारण हजरत अली की मौत गई थी. मकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालने पर कमरे की ओर 3 लोग जाते नजर आए. इसके बाद मृतक के भाई ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इधर, दो लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया. मामले में जब पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया तब सीसीटीवी फुटेज को दोबारा से खंगाला गया, जिसमें आरोपियों की पहचान की गई.

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आरोपी निकले शातिर: ब्यावर पुलिस ने आरोपियों की पहचान तो कर ली थी, लेकिन उन्हें गिरफ्तार करना आसान नहीं था. आरोपी विकास नागौरा शातिर बदमाश है. जिसके खिलाफ ब्यावर थाने में पहले से ही चार संगीन मामले दर्ज हैं. वहीं, केकड़ी में एटीएम तोड़ने के मामले में भी वो वांछित था. विकास नागौरा इतना शातिर है कि वारदात को अंजाम देने के बाद वह अपनी लोकेशन बदलता रहता रहा और बात करने को उसने एक राहगीर के फोन का इस्तेमाल किया.

इधर, वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी हैदराबाद भाग गए थे. पुलिस की टीम जब उन्हें पकड़ने के लिए हैदराबाद पहुंची तो उससे पहले ही तीनों आरोपी राजस्थान भाग आए. इस बार पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली थी कि आरोपी नागौर जिले के खींवसर में लाइमस्टोन के परतों से बनी कोठियों में रह रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल लिया. पुलिस ने बताया कि आरोपी दाऊ सिंह के खिलाफ ब्यावर और जवाजा थाने में 4 मुकदमे पहले से दर्ज हैं. खैर, इन सबके बीच गौर करने वाली बात यह है कि तीनों आरोपियों की उम्र 20 से 22 साल के बीच है.

हजरत कर रहा था RJS Exam की तैयारी: कांग्रेस सेवादल सचिव व पेशे से अधिवक्ता हजरत अली (32) ब्यावर के फतेहपुरिया दोयम इलाके में रहता था. मृतक जज बनना चाहता था और लंबे समय से RJS Exam की तैयारी कर रहा था. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए हजरत इलाके के एक घर में अकेला ही रहता था, जहां 3 नवंबर की रात को बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी थी. बदमाशों ने जमीन व पैसों के लेनदेन को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया था.

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