ब्यावर (अजमेर). उदयपुर रोड स्थित शिवा कॉलोनी में रहने वाले वाशिंदो सुविधाओं के अभाव का दंश झेल रहे हैं. ऐसे में शनिवार को वाशिंदो ने वर्षों से अधूरे पड़े निर्माण कार्यों और विकास की दरकार के लिए क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया.
क्षेत्रवासियों ने आरोप लगाया कि ना तो यहां कोई पार्षद आता है और ना ही कोई प्रशासन. यह महज कहने के लिए ग्राम पंचायत के कार्य क्षेत्राधिकार आता है. लेकिन, कोई सुविधाएं प्राप्त मुहैया नहीं करवाई जाती हैं. साथ ही कहा कि कॉलोनी को विकास की दरकार है. क्षेत्रवासियों ने चेतावनी दी कि अगर 15 दिन के भीतर उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो हाईवे जाम करकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
प्रशासन की उपेक्षा के बीच फंसा कॉलोनी
शिवा कॉलोनी के वाशिंदें पिछले कई साल से मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. बरसात के समय यहां नाली के अभाव में पानी कॉलोनी में भरा रहता है, जिसके चलते क्षेत्रवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बडे-बुजुर्गों के साथ छोटे बच्चों का घरों से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है.
क्षेत्रवासियों का कहना है कि उक्त समस्या को लेकर सभी ग्राम पंचायत और नगर परिषद के बीच पिस रहे हैं. वह जब अपनी समस्या लेकर सरपंच के पास जाते हैं, तब सरपंच उन्हें नगर परिषद का रास्ता दिखाते हैं और नगर परिषद जाते हैं, तो सरपंच से शिकायत करने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ लेते हैं.
यह भी पढ़े: जयपुर : सर्वसम्मती से बनेगा कांग्रेस का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष
बता दें, उदयपुर रोड का शिवा कॉलोनी फैराफैरी क्षेत्र में स्थित है. कॉलोनी में सड़क और नाली के अभाव में वाशिंदें को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
क्षेत्रवासी सूबेदार सुरेन्द्रसिंह ने बताया कि पिछले कई वर्षों से कॉलोनी में नालियों का निर्माण नहीं करवाया गया है. जिसके कारण घरों से निकलने वाला पानी कॉलोनी की गलियों में भरा रहता है. जिससे क्षेत्र की कच्ची सड़कें तो खराब हो ही रही हैं, साथ ही क्षेत्र में पनपते मच्छरों और जीव जंतुओं के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
यह भी पढ़े: अरुण जेटली AIIMS में भर्ती, मोदी-शाह-राजनाथ ने ली जानकारी
क्षेत्र की महिलाओं ने आक्रोश भरे लहजे में बताया कि वोट मांगती 'टेम तो अठे आवें' लेकिन म्हाकी परेशानियों की तरफ कोई ध्यान नी देवें'. क्षेत्रवासियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 15 दिनों में समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो हाइवे जाम किया जाएगी जिसके समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.