अजमेर. अजमेर पुलिस रेंज की ओर से चलाई जा रहे स्पीक अप जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया. सेमिनार में डीजीपी उमेश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में समझना होगा. ताकि बच्चे गलत मंतव्य रखने वाले वाले व्यक्ति के बारे में पेरेंट्स को बता सकें.
मिश्रा ने कहा कि आवाज दो (स्पीक अप) अभियान के माध्यम से लोगों में जागरूकता आएगी. खासकर महिलाओं और बच्चों के प्रति गलत नजरिया रखने वाले लोग इस अभियान के माध्यम से बेनकाब होंगे. इसके लिए आवश्यक है कि बच्चियों और महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़े. वे बेझिझक और निर्भय होकर अपनी बात कह सकें. युवतियों और महिलाओं को अपने अधिकारों के बारे में जानना आवश्यक है. ताकि कोई व्यक्ति ऐसा कृत्य करता है, तो बच्चियां और महिलाएं उसके खिलाफ कार्रवाई करवा सकती हैं. बच्चियों और महिलाओं के लिए आवाज दो (स्पीक अप) एप भी उनके सहयोग के लिए सशक्त माध्यम बन सकता (Speak up app for women in Rajasthan) है. उन्होंने बताया कि 10 हजार से भी अधिक लोग 'आवाज दो एप' को डाउनलोड कर चुके हैं.
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बातचीत में मिश्रा ने बताया कि आवाज दो अभियान की शुरुआत अजमेर के तत्कालीन आईजी एस सेंगाथीर ने की थी. तबसे अभियान को लगातार गति दी जा रही है. इस अभियान के माध्यम से जागरूकता और चेतना दोनों बढ़ेगी और बच्चियां और महिलाएं उन पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ सामने आकर अपनी पीड़ा पुलिस को बता सकेंगी. इससे अपराध करने वाले व्यक्ति पर तत्काल कार्रवाई हो पाएगी. थाने पर पीड़ितों को सही रिस्पांस मिले और उन्हें लगे कि वह पुलिस को नहीं अपने संरक्षक को अपनी पीड़ा बता रही हैं. मिश्रा ने बताया कि भीलवाड़ा गोलीकांड में आरोपियों को निरुद्ध कर लिया गया है. अब क्षेत्र में शांति का माहौल है.