अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 811वें उर्स के मौके पर पाकिस्तान से जायरीनों का जत्था बुधवार को अजमेर पहुंचेगा. अटारी बॉर्डर से करीब 250 पाक जायरीन मंगलवार को अमृतसर पहुंचेंगे. अमृतसर रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन से पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था अजमेर पहुंचेगा. दो साल बाद आ रहे पाक जायरीनों की सहूलियत के मद्देनजर सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में व्यवस्था की गई है.
अजमेर एडीएम सिटी भावना गर्ग ने बताया कि ख्वाजा गरीब नवाज के 811 वें उर्स में इस बार करीब 250 पाकिस्तानी जायरीन अजमेर आ रहे हैं. गर्ग ने बताया कि पाक जायरीनों के खाने-पीने समेत सभी तरह की मूलभूत व्यवस्थाएं जिला प्रशासन की ओर से की गई है. विशेषकर सर्दी का ख्याल रखते हुए पाक जायरीनों के ठहरने की पूरी व्यवस्था की गई है.
1 फरवरी को वापस जाएंगे पाक जायरीन : पाकिस्तानी जत्थे को लेकर स्पेशल ट्रेन अमृतसर-अजमेर अमृतसर से 1 बजकर 15 मिनट पर रवाना होगी. दूसरे दिन 25 जनवरी को सुबह 9 बजे अजमेर पहुंचेगी. एक फरवरी को पाकिस्तानी जत्था अजमेर से अमृतसर के लिए शाम 6 बजे रवाना होगा. अगले दिन पाक जायरीन का जत्था अमृतसर 10 बजकर 30 मिनट पर पहुंचेगा. पाकिस्तानी जायरीनों के आने की सूचना से रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
सुरक्षा एजेंसी अलर्ट : पाकिस्तानी जायरीनों की सुरक्षा को लेकर जिला पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. जत्थे में शामिल हर व्यक्ति पर सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी नजर रहेगी. इस बार पाकिस्तानी जायरीन के ठहरने के स्थान पर बायोमैट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था की गई है. इसके जरिए सुरक्षा एजेंसियों और प्रशासन के पास हमेशा रिकॉर्ड रहेगा. बायोमैट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था पहली बार की गई है. यह व्यवस्था जिला पुलिस और सीआईडी के जिम्मे रहेगी.
2 साल बाद आ रहा है पाक जायरीन का जत्था : ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना उर्स के मौके पर 49 वर्षों से पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था अजमेर आता रहा, लेकिन बीते 2 सालों से पाकिस्तानी जत्था अजमेर नहीं आ पा रहा था. साल 2020 में अंतिम बार 211 पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था अजमेर आया था. इसके बाद कोरोना की वजह से पाक जायरीन अजमेर नहीं आ सके थे.