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अजमेरः 8वीं पास फर्जी IAS चढ़ा पुलिस के हत्थे - fake IAS police arrested

फर्जी आईएएस सौरव उर्फ विष्णु शर्मा को अजमेर पुलिस ने भरतपुर से गिरफ्तार किया. वहीं पुलिस ने आरोपी पर 5 मुकदमे दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.

फर्जी आईएएस पुलिस गिरफ्तारfake IAS police arrested ,
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Published : Sep 16, 2019, 8:30 PM IST

अजमेर. आठवीं पास फर्जी आईएएस को पुलिस ने भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी आईएएस सौरव उर्फ विष्णु शर्मा पर भरतपुर में धोखाधड़ी और आईएएस बनकर नौकरी दिलाने में वीआईपी सुविधा लेने के 5 मुकदमे दर्ज है. पुलिस आरोपी विष्णु शर्मा से पूछताछ में जुटी हुई है.

फर्जी आईएएस अफसर को पुलिस ने किया गिरफ्तार

आपको बता दें कि अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि गत 9 सितंबर को भरतपुर के रहने वाले सौरभ नाम की युवक ने अपने आपको आईएएस अधिकारी बताकर तीन युवकों को अजमेर के सर्किट हाउस में रुकवाया था, लेकिन जब सर्किट हाउस के अधिकारियों को युवकों पर संदेह हुआ, तो उन्होंने उसकी सूचना अतिरिक्त कलेक्टर को दी. अतिरिक्त कलेक्टर के माध्यम से पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच की और सौरभ नाम का कोई आईएएस अधिकारी सीएमओ में तैनात नहीं होने की जानकारी उन्हें मिली.

पढ़ें: पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर प्रदेश भाजपा करेगी भव्य आयोजन, राजनाथ सिंह भी होंगे शरीक

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अजमेर के सर्किट हाउस में ठहरे तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि एक सौरभ नाम के युवक ने फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर उनके लिए कमरा बुक करवाया था. जिस पर सीओ नॉर्थ के नेतृत्व में टीम को भरतपुर भेजा गया. जहां सौरभ को गिरफ्तार कर लिया गया है.

पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप के अनुसार यह फर्जी आईएएस अधिकारी पहले तो सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलाता है उसके बाद जब युवकों को उस पर भरोसा हो जाता है, तो उन्हें नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनके साथ ठगी की वारदात को अंजाम देता था.इससे पहले भी फर्जी आईएएस अधिकारी सौरभ पर राजस्थान में इसी तरह के कई मामले दर्ज है फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है.

अजमेर. आठवीं पास फर्जी आईएएस को पुलिस ने भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी आईएएस सौरव उर्फ विष्णु शर्मा पर भरतपुर में धोखाधड़ी और आईएएस बनकर नौकरी दिलाने में वीआईपी सुविधा लेने के 5 मुकदमे दर्ज है. पुलिस आरोपी विष्णु शर्मा से पूछताछ में जुटी हुई है.

फर्जी आईएएस अफसर को पुलिस ने किया गिरफ्तार

आपको बता दें कि अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि गत 9 सितंबर को भरतपुर के रहने वाले सौरभ नाम की युवक ने अपने आपको आईएएस अधिकारी बताकर तीन युवकों को अजमेर के सर्किट हाउस में रुकवाया था, लेकिन जब सर्किट हाउस के अधिकारियों को युवकों पर संदेह हुआ, तो उन्होंने उसकी सूचना अतिरिक्त कलेक्टर को दी. अतिरिक्त कलेक्टर के माध्यम से पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच की और सौरभ नाम का कोई आईएएस अधिकारी सीएमओ में तैनात नहीं होने की जानकारी उन्हें मिली.

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पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अजमेर के सर्किट हाउस में ठहरे तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि एक सौरभ नाम के युवक ने फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर उनके लिए कमरा बुक करवाया था. जिस पर सीओ नॉर्थ के नेतृत्व में टीम को भरतपुर भेजा गया. जहां सौरभ को गिरफ्तार कर लिया गया है.

पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप के अनुसार यह फर्जी आईएएस अधिकारी पहले तो सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलाता है उसके बाद जब युवकों को उस पर भरोसा हो जाता है, तो उन्हें नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनके साथ ठगी की वारदात को अंजाम देता था.इससे पहले भी फर्जी आईएएस अधिकारी सौरभ पर राजस्थान में इसी तरह के कई मामले दर्ज है फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है.

Intro:अजमेर/ आठवीं पास फर्जी आईएएस को अजमेर पुलिस ने भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया है फर्जी आईएस सौरव उर्फ विष्णु शर्मा पर भरतपुर में धोखाधड़ी व आईएएस बनकर नौकरी दिलाने में वीआईपी सुविधा लेने के 5 मुकदमे दर्ज है पुलिस आरोपी विष्णु शर्मा से पूछताछ में जुटी हुई है


Body:वही हम आपको बता दें कि अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गत 9 सितंबर को भरतपुर के रहने वाले सौरभ नाम की युवक ने अपने आपको आईएएस अधिकारी बताकर तीन युवकों को अजमेर के सर्किट हाउस में रुकवाया था लेकिन जब सर्किट हाउस के अधिकारियों को युवकों पर संदेह हुआ तो उन्होंने उसकी सूचना अतिरिक्त कलेक्टर को दी अतिरिक्त कलेक्टर के माध्यम से पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच की और सौरभ नाम का कोई आईएएस अधिकारी सीएमओ में तैनात नहीं होने की जानकारी उन्हें मिली




पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अजमेर के सर्किट हाउस में ठहरे तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि एक सौरभ नाम के युवक ने फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर उनके लिए कमरा बुक करवाया था जिस पर सीओ नॉर्थ के नेतृत्व में टीम को भरतपुर भेजा गया जहां आज सौरभ को गिरफ्तार कर लिया गया है


Conclusion:पुलिस अधीक्षक कुँवर राष्ट्रदीप के अनुसार यह फर्जी आईएएस अधिकारी पहले तो सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलाता है उसके बाद जब युवकों को उस पर भरोसा हो जाता है तो उन्हें नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनके साथ ठगी की वारदात को अंजाम देता था


इससे पहले भी फर्जी आईएएस अधिकारी सौरभ पर राजस्थान में इसी तरह के कई मामले दर्ज है फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है



बाईट-कुँवर राष्ट्रदीप पुलिस अधीक्षक
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