अजमेर. आठवीं पास फर्जी आईएएस को पुलिस ने भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी आईएएस सौरव उर्फ विष्णु शर्मा पर भरतपुर में धोखाधड़ी और आईएएस बनकर नौकरी दिलाने में वीआईपी सुविधा लेने के 5 मुकदमे दर्ज है. पुलिस आरोपी विष्णु शर्मा से पूछताछ में जुटी हुई है.
आपको बता दें कि अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि गत 9 सितंबर को भरतपुर के रहने वाले सौरभ नाम की युवक ने अपने आपको आईएएस अधिकारी बताकर तीन युवकों को अजमेर के सर्किट हाउस में रुकवाया था, लेकिन जब सर्किट हाउस के अधिकारियों को युवकों पर संदेह हुआ, तो उन्होंने उसकी सूचना अतिरिक्त कलेक्टर को दी. अतिरिक्त कलेक्टर के माध्यम से पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच की और सौरभ नाम का कोई आईएएस अधिकारी सीएमओ में तैनात नहीं होने की जानकारी उन्हें मिली.
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पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अजमेर के सर्किट हाउस में ठहरे तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि एक सौरभ नाम के युवक ने फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर उनके लिए कमरा बुक करवाया था. जिस पर सीओ नॉर्थ के नेतृत्व में टीम को भरतपुर भेजा गया. जहां सौरभ को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप के अनुसार यह फर्जी आईएएस अधिकारी पहले तो सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलाता है उसके बाद जब युवकों को उस पर भरोसा हो जाता है, तो उन्हें नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनके साथ ठगी की वारदात को अंजाम देता था.इससे पहले भी फर्जी आईएएस अधिकारी सौरभ पर राजस्थान में इसी तरह के कई मामले दर्ज है फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है.