अजमेर. अजमेर में कौशल, रोजगार एवं उघमिता विभाग की ओर से चंद्रवरदाई खेल मैदान में आयोजित मेगा जॉब फेयर के दूसरे दिन सीएम अशोक गहलोत शिरकत करने पहुंचे. सीएम गहलोत की 100 मेगा जॉब फेयर आयोजित कर युवाओं को रोजगार दिलाने की बजट घोषणा है. मेगा जॉब फेयर के माध्यम से गहलोत ने प्रदेश के युवाओं को साधने की कोशिश की है. गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान के युवाओं में टैलेंट की कोई कमी नहीं है, केवल उन्हें अवसर की आवश्यकता है.
बेरोजगारी, महंगाई और हिंसा देश के प्रमुख मुद्दे: बातचीत में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि देश में बेरोजगारी, हिंसा और महंगाई मुख्य मुद्दे है. देश में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ रही है. एक तरफ लोग भूखे मर रहे हो और दूसरी तरफ लोगों के पास अथाह पैसा हो तो ऐसे पैसा और लोगों के काम भी क्या आएगा. कोरोना ने पूरी दुनिया को मैसेज दे दिया है कि एक लिमिट तक अपने पास पैसा रखो. सादगी से रहो और जिंदगी बचाओ यह कोरोना का बहुत बड़ा मैसेज है. आम आदमी और धनी व्यक्ति को इस मर्म को समझना चाहिए कि प्रकृति अपने हिसाब से चलती है. वह आपके और मेरे हिसाब से नहीं चलती है. गहलोत ने कहा कि हम प्रकृति का ध्यान रखें और प्रेम रखें तब जाकर प्रकृति भी साथ देती है, यह पर्यावरण का सिद्धांत है.
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हमारी पॉलिसी छापे डालने की है: सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए सबसे ज्यादा छापे पड़े है. छापे नहीं डालो तो इसका मतलब वहां करप्शन नहीं है क्या. कई राज्यों में बीजेपी की सरकार हैं, हमसे ज्यादा भ्रष्टाचार वहां पर है. कर्नाटक का सबसे बड़ा मुद्दा ही भ्रष्टाचार का है. वहां सरकार ने छापे नहीं डाले. हमारी पॉलिसी छापे डालने की है. राजस्थान में जितने छापे पड़े हैं उतने कही भी नहीं पड़े है. छापे ही नहीं मकान को ध्वस्त करना पड़ा हो चाहे जेल भेजना पड़ा हो. आरपीएससी का सदस्य जब गिरफ्तार हो सकता है. आईएएस, आईपीएस गिरफ्तार हो सकते हैं. इसका मतलब साफ है कि हमारी भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी है.
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पूरे देश में फैल चुकी है भ्रष्टाचार की बीमारीः गहलोत ने कहा कि हम चाहते तो आरपीएससी के मेंबर का इस्तीफा लेकर मामला बायस्ड किया सकता था. मुझे जब इस मामले की जानकारी मिली तो मैंने स्पष्ट रूप से कहा कि मुझे कोई मतलब नहीं है. चाहे आरपीएससी का मेंबर या कोई और. बेईमानी करी है तो गिरफ्तार करो. इसमें सरकार का जनता में मैसेज जाएगा कि सरकार की किस प्रकार की नीति है. आरपीएससी में करप्शन होगा तो फिर अभ्यर्थी क्या करेंगे. भ्रष्टाचार की बीमारी पूरे देश में फैल चुकी है. हाईकोर्ट के एग्जाम में भी 4 महीने पहले पेपर लीक हो गया था. यूपी, गुजरात समेत कई राज्यों में पेपर आउट हो रहे है. राजस्थान सरकार इस पर काफी ध्यान दे रही है.
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2500 अभ्यर्थियों को दिए नियुक्ति पत्र: राजस्थान सरकार के कौशल, रोजगार एवं उघमिता विभाग की ओर से चद्रवरदाई नगर स्थित मेगा जॉब फेयर में शुक्रवार को सीएम अशोक गहलोत, मंत्री अशोक चांदना ने शिरकत की. गहलोत ने फेयर में ढाई हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए. साथ ही नियोक्ता कंपनी के प्रतिनिधियों को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. फेयर का अवलोकन करने के बाद आयोजित कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत ने मेगा जॉब फेयर में नौकरी पाने वाले युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे. इस दौरान मंत्री अशोक चांदना और आरटीडीसी चैयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ मौजूद रहे.
एबीवीपी कार्यकर्त्ताओ को लिया हिरासत में: मेगा जॉब फेयर में शिरकत करने आये सीएम अशोक गहलोत की सिक्युरिटी काफी टाइट थी. फेयर में शामिल अभ्यर्थियों को भी आइडेंटी कार्ड बिना एंट्री नहीं दी गई है. वहीं चुनिंदा कांग्रेसी स्थानीय नेताओं को कार्यक्रम में प्रवेश दिया गया. एबीवीपी कार्यकार्त्ता पेपरलिक प्रकरण में ज्ञापन देने पहुचे थे. कार्यकर्त्ता चंद्रवरदाई नगर तक ही पंहुचे थे. जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया. जब एबीवीपी कार्यकर्ता नहीं माने तो करीब एक दर्जन कार्यकर्त्ताओं को हिरासत में ले लिया गया.