अजमेर. आरपीएससी भवन के सामने अजमेर विकास प्राधिकरण ने अपनी भूमि पर हुए अतिक्रमण को मुक्त करवाने की शनिवार को कार्रवाई को अंजाम दिया. एडीए ने जीसीबी की मदद से मौके पर मौजूद अतिक्रमण ध्वस्त कर दिए.
अतिकर्मियों के हौसले इतने बुलंद थे कि एडीए की भूमि पर कब्जा करने की नियत से प्रार्थना सभा तक बना ली थी. 2 महीने पहले अतिकर्मियों को विधिक नोटिस भेजे गए थे लेकिन अतिक्रमणकारी टस से मस नहीं हुए. ऐसे में पुलिस जाब्ते के साथ एडीए ने कार्रवाई की और बेशकीमती 6 हजार वर्ग फुट की जमीन को मुक्त करवाया. अ
जमेर विकास प्राधिकरण जयपुर रोड स्थित अपनी बेशकीमती 6 हजार वर्ग फुट भूमि को अति कर्मियों के चुंगल से मुक्त करवा लिया है. दोबारा भूमि पर अतिक्रमण ना हो इसके लिए भूमि के चारों और तारबंदी भी करवाई जा रही है. एडीए की कार्रवाई से अतिकर्मियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में अतिकर्मी अपना सामान बचाते हुए नजर आए. एक दशक से भी अधिक समय से एडीए की जमीन पर अतिक्रमण हो रखा था. लोगों ने कई भोजनालय प्राइवेट बसों के दफ्तर और दुकानें और थड़िया बना ली थी.
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बता दें कि अतिक्रमण मक्त करवाई गई यह जमीन प्राइवेट बस स्टैंड के लिए थी लेकिन बाद में कोटडा में प्राइवेट बस स्टैंड बन जाने के बाद कई प्राइवेट बस संचालक जमीन पर बसों को खड़ा करने लगे और धीरे-धीरे यहां अतिक्रमण की बाढ़ सी आ गई. इतना ही नहीं कई लोगों ने अतिक्रमण की भूमि को किराए पर सभा स्थल में भी बदल दिया. जिसका किराया तक अतिक्रमी उठाने लगे थे. शुरुआत में अतिकर्मियों ने कुछ विरोध जताया लेकिन पुलिस जाब्ते के मौके पर मौजूद रहने से अति कर्मियों के हौसले पस्त हो गए.
कार्रवाई में शामिल तहसीलदार जगदीश प्रसाद ने बताया कि एडीए की भूमि पर काबिज सभी अतिकर्मियों को भूमि खाली करने के लिए नोटिस भेजे गए थे. 2 माह तक नोटिस का जवाब नहीं देने पर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करने की कार्रवाई की जा रही है.