अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान ने त्वांग में चीनी सैनिकों की ओर से की गई हिमाकत पर बड़ा बयान दिया है. दीवान ने केंद्र सरकार को पत्र (Ajmer dargah diwan demand to central government) लिखकर कहा है कि भारत चीन को भी बालाकोट जैसा सबक सिखाए. दीवान का यह बयान उनके ट्वीटर पर भी जारी किया गया है.
त्वांग में चीनी सैनिकों की नापाक हरकत को लेकर सियासी पारा गरम है. पार्लियामेंट में पक्ष और विपक्ष की ओर से आरोप प्रत्यारोप जारी है. इन सबके बीच अब धर्म गुरुओं के भी बयान आने लगे हैं. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के दीवान जैनुअल आबेदीन अली खान ने ट्वीटर पर अपना बयान जारी किया है. इसमें वह केंद्र सरकार को चीन को सबक सिखाने की बात लिख रहे हैं. साथ ही उन्होंने चीन सैनिकों को करारा जवाब देने वाली भारतीय सेना के जवानों की भी प्रशंसा की है.
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली ने कहा कि चीन आए दिन भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करता रहता है. भारतीय सैनिकों से झड़प की खबरें आती रहती हैं. हमें गर्व है कि हमारी सेना के शूरवीर उसे कामयाब नहीं होने देते हैं. चीन की रोज-रोज की नापाक हरकत पर विराम लगाने के लिए यह जरूरी है कि भारत चीन को भी बालाकोट जैसा सबक सिखाए. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ शांति और मधुर संबंध पर जोर देता रहा है. लेकिन पड़ोसी देश भारत के इस व्यवहार को कमजोरी न समझें आज चीन हो या कोई भी देश भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करने में किसी भी हद तक जा सकता है.
पढ़ें. पाक PM इमरान खान के लादेन को शहीद बताने पर भड़के अजमेर दरगाह दीवान
जिसकी जीती जागती मिसाल दुनिया के सामने बालाकोट है. चीन को अपनी नापाक हरकतों से बाज आना ही होगा, नहीं तो वह यह ध्यान रखें कि यह नया भारत है. उन्होंने यह भी कहा कि हमें गर्व है कि हमारी सेना के जवानों पर, जो हर समय सीमा पर बैठे रहते हैं ताकि हम आराम से सो सकें. उन्होंने कहा कि मैं सलाम करता हूं तवांग में तैनात भारतीय सैनिकों को जिन्होंने चीनी सेना को सही सबक सिखा कर खदेड़ दिया. हमारी दुआएं हमेशा हमारे शूर वीर सैनिकों के साथ हैं. पूरा देश भारत की सेना के साथ खड़ा है.