अजमेर. जिले के हाथी खेड़ा गांव में दो मासूम बच्चों को कुएं में धकेलने वाले पिता को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है. घटना में एक बच्चे की मौत हो गई थी, जिसका जेएलएन अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है. जबकि दूसरी बच्ची अब एकदम स्वस्थ है. गंज थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है.
गंज थाने के हेड कांस्टेबल चेनाराम ने बताया कि कवलाई निवासी भंवर सिंह ने गंज थाने में अपने दामाद आकाश उर्फ विजय रावत के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया. रिपोर्ट में भंवर सिंह ने बताया कि उनकी बेटी चंद्रकांता का विवाह हाथी खेड़ा निवासी विजय रावत के साथ 2011 में हुआ था. दंपती के तीन संतान, दो बेटियां और एक बेटा था.
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बड़ी बेटी हाथ छुड़ाकर भागी : ससुर भंवर सिंह का आरोप है कि दामाद विजय सिंह आए दिन शराब पीकर बेटी के साथ मारपीट करता था. पहले भी कई बार समझाइश करके मामला शांत करवाया गया था. शुक्रवार को चंद्रकांता का फोन आया, जिसमें उसने बताया कि विजय तीनों बच्चों को लेकर खेत पर गया है. इस दौरान उसने अपने बेटे हर्ष (8) और बेटी संध्या (10) को कुएं में धक्का दे दिया, जबकि बेटी श्रेष्ठा (12) पिता का हाथ छुड़ाकर वहां से भाग गई.
थाने में गुमसुम बैठा रहा आरोपी : श्रेष्ठा ने ही छोटू सिंह (छगन) नाम के एक ग्रामीण को बताया कि उसके पिता ने संध्या और हर्ष को कुएं में धकेल दिया है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों और सिविल डिफेंस की टीम की मदद से दोनों बच्चों को कुएं से बाहर निकाला.दोनों को पुष्कर रोड स्थित निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने हर्ष को मृत घोषित कर दिया. शनिवार को पोस्टमार्टम करवाया गया है, जबकि संध्या अब स्वस्थ है. पुलिस ने आरोपी पिता विजय रावत को शुक्रवार रात को हिरासत में ले लिया था. इस दौरान वो बस थाने में गुमसुम बैठा रहा. शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.