ब्यावर (अजमेर). क्षेत्र के राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय की मदर चाइल्ड विंग के शिशु आईसीयू वार्ड में शनिवार सुबह शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई. आग लगने का प्रारंभिक कारण एसी में हुआ शार्ट सर्किट सामने आया है. शार्ट सर्किट होते ही एसी से चिंगारियां निकलने लगी और देखते ही देखते विंग के सभी विद्युत उपकरण जल गए और विंग में हर तरफ धुंआ ही धुंआ हो गया.
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घटना के दौरान विंग में कुल 16 नवजात बच्चें भर्ती थे. जिसके बाद सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. उधर एमसीएच में लगी आग की जानकारी मिलते ही पीएमओ डॉ. आलोक श्रीवास्तव और अन्य स्टाफ सदस्य मौके पर पहुंचे. साथ ही नगर परिषद के अग्निशमन विभाग को सूचना दी. आग की सूचना मिलते दमकल के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे और अस्पताल के सेंट्रल फायर फाइटिंग सिस्टम की मदद से आग बुझाने का काम शुरू किया.
उधर पीएम डॉ. आलोक श्रीवास्तव अपने कर्मचारियों के साथ 16 नवजात बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में जुट गए. वार्ड के पीछे की खिड़की को तौड़कर सभी बच्चों को एमटीसी में शिफ्ट किया गया. आखिर स्टाफ सदस्यों की मेहनत काम आई और सभी 16 नवजात बच्चों को एमटीसी विभाग ने शिफ्ट किया गया. भगवान का शुक्र रहा कि आग की घटना से किसी भी नवजात को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ और सभी बच्चों को सुरक्षित रूप से शिफ्ट कर लिया गया.
बच्चों को सुरक्षित रूप से अन्यत्र शिफ्ट करने के बाद अस्पताल प्रशासन की जान में जान आई. उधर अस्पताल में आग की घटना की जानकारी मिलते ही लोगों की भारी भीड़ अस्पताल के बाहर जमा हो गई. घटना की जानकारी के बाद पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और भीड़ को नियंत्रित किया. एसी में हुए शार्ट सर्किट के कारण लगी आग के कारण एमसीएच विंग के शिशु आईसीयू वार्ड में रखे सभी उपकरण और अन्य सामान जलकर राख हो गया.
हालांकि अस्पताल प्रबंधन की सूझबूझ से बड़ी जनहानी होने से बचा लिया गया. जानकारी मिली है कि आग लगने के तुरंत बाद स्टाफ सदस्य अशोक सेन, अशोक काले, परमेश्वर पारीक सबसे पहले पहुंचे और पीएमओ डॉ. आलोक श्रीवास्तव के साथ मिलकर बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला. इस दौरान एमसीएच की प्रभारी डॉ. विद्या सक्सैना, डॉ. एमएस चांदावत, डॉ. पीएम बोहरा, डॉ. दीपाली मीणा और डॉ. श्रुति चैधरी भी मौके पर पहुंचे. थोड़ी ही देर बाद सीओ पुलिस हीरालाल सैनी और प्रशिक्षु आरपीएस मनीष शर्मा भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मौका-मुआयना किया.
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उधर अस्पताल प्रशासन ने सभी बच्चों को अस्पताल की गहन चिकित्सा ईकाई में शिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया है. जब तक शिशु आईसीयू वार्ड पुनरू दुरूस्त नहीं होता है, तब तक बच्चों को यहीं पर रखा जाएगा. इस संबंध में अस्पताल पीएमओ डॉ. आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि एसी में हुए शार्ट सर्किट के कारण शिशु आईसीयू वार्ड में अचानक आग लग गई थी. समय रहते जानकारी मिलने के कारण आग बुझाने के प्रयास समय पर शुरू हो सके और वार्ड में भर्ती सभी 16 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.