बाड़मेर: संत निरंकारी मिशन द्वारा स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत बुधवार को बाड़मेर जिला अस्पताल में मेगा सफाई अभियान चलाया गया. सफाई अभियान कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कलेक्टर टीना डाबी ने फीता काटकर किया. इस दौरान कलेक्टर ने भी अस्पताल परिसर में झाड़ू लगाई. जिसके बाद 500 से अधिक संत निरंकारी मिशन के सेवादारों ने 5 घंटे तक मेगा स्वच्छता अभियान के तहत श्रमदान कर अस्पताल परिसर की सूरत बदली.
क्लीन सिटी के रूप में बाड़मेर प्रदेश में बने मॉडल सिटी!: जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि बाड़मेर में चलाए जा रहे 'नवो बाड़मेर अभियान' को सफल बनाने के लिए हम सब पिछले कुछ दिनों से दिन रात लगे हुए हैं. जिले में बने स्वच्छता के इस माहौल को बरकरार रखने की जरूरत है. स्वच्छता को लेकर प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होते हुए पहले खुद से शुरुआत करनी होगी, तभी यह अभियान सफल होगा. उन्होंने कहा कि बाड़मेर पूरे प्रदेश में क्लीन सिटी के रूप में मॉडल बने इसके लिए हम प्रयासरत हैं. आने वाले दिनों में हम मिलकर इसको साकार करके दिखाएंगे.
500 सेवादारों ने किया श्रमदान: अभियान के अंतर्गत निरंकारी मिशन के 500 से अधिक सेवादारों एवं अन्य निरंकारी अनुयायियों द्वारा राजकीय चिकित्सालय के बाहरी परिसर, सड़क, पार्किंग, ऑक्सीजन प्लांट, मोर्चरी, शिशु चिकित्सालय परिसर, हॉस्पिटल पुलिस चौकी, आपातकालीन वार्ड के बाहरी परिसर, पार्क की साफ-सफाई की. इस दौरान लगभग 25 से अधिक कचरे के ट्रैक्टर भरकर कचरे को कचरा पॉइंट पर डाला गया. अभियान के दौरान महिलाओं एवं पुरुषों की अलग-अलग 20 टीमें बनाई गई. जिन्होंने अपने चिन्हित पॉइंट की साफ-सफाई कर अस्पताल परिसर की रंगत बदल डाली.
कलेक्टर ने मेगा स्वच्छता अभियान की तारीफ: जिला कलेक्टर टीना डाबी ने निरंकारी मिशन की सराहना करते हुए कहा कि, निरंकारी मिशन मानवता की सेवा के लिए बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं. मेरी बाड़मेर वासियों से भी यही अपील रहेगी कि सभी अपने दुकानों के आगे कचरा पात्र रखें, जिससे गन्दगी नहीं फैले. कार्यक्रम के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेंद्र चांदावत, एसडीएम विरमाराम, नगर परिषद सभापति दीपक माली, नगर परिषद आयुक्त विजय प्रताप सिंह, चिकित्सालय पीएमओ डॉ बीएल मंसुरिया, टीम बाड़मेर अध्यक्ष सुरेश जाटोल, जॉनल प्रभारी संत शांतिलाल भी उपस्थित रहे.