अजमेर. अजमेर में विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 811वें उर्स मेले की अनौपचारिक शुरुआत 18 जनवरी से झंडे की रस्म के साथ होगी. 22 जनवरी को चांद दिखने पर उर्स का आगाज होगा. वहीं, उर्स मेले का समापन 31 जनवरी को होगा. उर्स के मौके पर देश और दुनिया से लाखों लोग अजमेर आएंगे. ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य के मद्देनजर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कस ली है.
अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स इस बार सर्द मौसम में है. 18 जनवरी से ही उर्स मेले की अनौपचारिक शुरुआत होने के साथ ही जायरीन की आवक भी लगातार बढ़ती जाएगी. 31 जनवरी को उर्स मेले के समापन तक लाखों जायरीन के अजमेर आने की संभावना के मद्देनजर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने भी युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है. बड़े पैमाने पर चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी उर्स मेले के दौरान लगाई गई है. उसके लिए संभाग के भीलवाड़ा टोंक और नागौर जिले से भी चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ बुलाए गए हैं.
इस बार उर्स मेला सर्द मौसम में आया है. ऐसे में सर्दी जुखाम, बुखार खांसी जैसी मौसमी बीमारियों से निपटने के साथ ही कोरोना से निपटने के भी इंतजाम रखने के विशेष निर्देश सरकार की ओर से चिकित्सा विभाग को मिले हैं. सर्दी कम होने पर मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी की है. अजमेर जोन के संयुक्त सचिव डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि उर्स मेले के मद्देनजर 9 अस्थाई डिस्पेंसरियां विभिन्न आवश्यक लोकेशन पर खोली जाएंगी.
इन लोकेशन पर होगी अस्थाई डिस्पेंसरियां : डॉ. सिंह ने बताया कि यहां आने वाले जायरीन के स्वास्थ्य सेवा के मद्देनजर दरगाह परिसर, मोती कटला, अंदर कोट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, विश्राम स्थली, सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में पाकिस्तानी जायरीन के लिए अलग से डिस्पेंसरी की व्यवस्था होगी. उन्होंने बताया कि इस बार एक अस्थाई डिस्पेंसरी में इजाफा किया है. मदार रेलवे स्टेशन पर भी अस्थाई डिस्पेंसरी खोली जाएगी. उन्होंने बताया कि यहां चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी 24 घंटे रहेगी. इन अस्थाई डिस्पेंसरी में सभी जरूरत की दवाइयां उपलब्ध रहेंगी. वहीं, 9 एंबुलेंस की व्यवस्था भी 24 घंटे रहेंगी.
कोरोना सैंपलिंग की रहेगी व्यवस्था : संयुक्त सचिव डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि उर्स मेले में बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही रहेगी. अस्थाई डिस्पेंसरियों में सर्दी, जुखाम, बुखार, खांसी के मरीजों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी. वहीं, कोरोना जांच सैंपलिंग की व्यवस्था भी होगी. उन्होंने बताया कि विश्राम स्थली सहित (Arrangement on Urs in Ajmer) जिन क्षेत्रों में बाहर से आने वाले जायरीन की संख्या अधिक होगी वहां पर अस्थाई डिस्पेंसरियों में कोरोना जांच की भी व्यवस्था रहेगी.
खाद्य सुरक्षा विभाग भी मुस्तैद : उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें लगातार दरगाह और उसके आसपास के क्षेत्रों में खाद्य पदार्थों पर भी निगरानी रखे हुए हैं. डॉ. सिंह ने बताया कि भीड़भाड़ में कोई सड़ा गला खाद्य पदार्थ ग्राहकों ना बेचे उसके लिए रेस्टोरेंट्स और अन्य खाद्य पदार्थों की दुकानों पर भी टीमें लगातार सर्वे कर रही हैं. उन्होंने ने बताया कि कहीं भी खाद्य पदार्थ में यदि मिलावट या किसी भी तरह की संदिग्ध स्थिति उत्पन्न होने पर उसकी जांच मौके पर करने और उस खाद्य पदार्थ को नष्ट करने की कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए.
मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए भी की जा रही है व्यवस्था : डॉ. सिंह ने बताया कि मच्छर जनित बीमारी की रोकथाम के लिए जायरीन के ठहरने के स्थान पर दवाइयों के छिड़काव की व्यवस्था की जाएगी. वहीं, अस्थाई डिस्पेंसरियों में ब्लड सैंपल इन की व्यवस्था भी रहेगी. मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों की दवाइयां भी अस्थाई डिस्पेंसरियो में रहेगी. डॉ. सिंह ने बताया कि अस्थाई डिस्पेंसरियो में मौजूद स्टाफ कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी करेगा. मसलन लोगों को मास्क पहनने, हाथ धोने और सेनेटाइज करने के लिए जागरूक भी किया जाएगा.