अजमेर. पुष्कर के ग्रामीण क्षेत्र में पैंथर के आतंक से किसान भयभीत हैं. पैंथर ने मध्य पुष्कर के नेडलिया गांव में बाड़े में बंधी 4 बकरियों को मौत के घाट उतार दिया. जबकि चार बकरियां गंभीर रूप से जख्मी हुई हैं. इससे पहले भी 5 अप्रैल को पैंथर गांव में बकरियों पर हमला कर चुका है. इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
तीर्थ नगरी पुष्कर के समीप अरावली पर्वतमाला से सटे नेडलिया, माधोपुर और कानस गांव में पैंथर का मोमेंट बढ़ता जा रहा है. बीती रात नेडलिया गांव में स्कूल के पास रहने वाले रमेश और लालचंद के बाडे में पैंथर ने बकरियों पर हमला कर दिया. पैंथर ने 4 बकरियों को अपना शिकार बनाया. 4 अन्य बकरियों को गंभीर रूप से घायल कर दिया. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृत्यु जानवरों का पंचनामा मंगलवार को करवाया. घायल बकरियों को पशु चिकित्सालय में इलाज के लिए भेजा गया है.
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ग्रामीणों ने बताया कि विगत 10 दिनों के अंतर में पैंथर के हमले की यह दूसरी घटना है. इससे पहले भी 5 अप्रैल को पैंथर बकरियों पर हमला कर चुका है. ग्रामीणों की मांग है कि पैंथर को जल्द से जल्द पकड़ा जाए. भाजपा जिला ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने बताया कि पानी और भोजन की तलाश में पैंथर गांव की तरफ रुख कर रहे हैं. रावत ने मांग की है कि वन विभाग जल्द से जल्द पैंथर को पकड़े. पशुपालक को हुए नुकसान की भरपाई के लिए उसे मुआवजा दिया जाए.
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4 से 5 पैंथर का है नाग पहाड़ी पर मूवमेंटः सहायक वनपाल जितेंद्र कुमार का कहना है कि प्रथम दृष्टया बकरियों का शिकार पैंथर की ओर से किया जाना ही माना जा रहा है. उन्होंने बताया कि पैंथर को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया जा रहा है. जंगल में स्थान चिन्हित करके पिंजरा लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि पुष्कर की नाक पहाड़ी पर चार से पांच पैंथर का मोमेंट है. इन पैंथर का मोमेंट अजमेर तक हो रहा है.
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पिंजरा लगाने का आश्वासन: पीड़ित लालचंद ने बताया कि मैं और मेरे भाई के अलग-अलग बाड़ों में बकरियां बंधी हुई थी. पैंथर ने बाड़े में बकरियों पर हमला कर दिया. इसमें चार बकरियों को मौके पर ही मार दिया, जबकि 4 बकरियां घायल हैं. पीड़ित की मांग है कि वन विभाग जल्द से जल्द इस आतंक से मुक्ति दिलाए. प्रशासन उसे हुए नुकसान की भी भरपाई करे. पीड़ित ने बताया कि वन विभाग ने आज ही पिंजरा लगाने का आश्वासन दिया है.