अजमेर. CRPF GROUP 2 के पुलिस उपमहानिरीक्षक पुखराज जयपाल सहित चार लोगों के खिलाफ इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद की खरीद में गबन करने का आरोप लगा है. परिवादी ने मामले में अदालती इस्तगासा के जरिए गंज थाने में फर्जी दस्तावेज बनाकर धोखाधड़ी करने का मुकदमा भी दर्ज करवाया है.
फाईसागर रोड चामुंडा कॉलोनी निवासी शक्ति सिंह कच्छावा ने पुलिस को दी रिपोर्ट में जानकारी देते हुए बताया कि सीआरपीएफ जीसी 2 के डीआईजी पुखराज जयपाल, डीसी स्टोर बनवारी लाल मीणा क्वार्टर मास्टर खिवसिंह ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीद में दस्तावेज में हेरफेर करते हुए गबन किया है. हवलदार खीम सिंह ने जेम पोर्टल पर क्वार्टर रिटर्न खरीद करने के लिए जुड़े दस्तावेज भी बनाए हैं. बनवारी लाल ने दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर अप्रूव कर दिया. डीआईजी जयपाल ने हस्ताक्षर कर फाइनेंस अप्रूवल दी, जिसमें लगभग 79 हजार 600 क्वार्टर मास्टर ब्रांच के बजट से हीटर विक्रेता माकड़वाली रोड स्थित गणपति इंडिया के बैंक खाते में डाल कर धोखाधड़ी की है. वहीं, पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए अनुसंधान शुरू कर दिया है.
बिना समान लिए ही किया भुगतान
कच्छावा ने आरोप लगाया कि जिन दस्तावेज से कंपनी से हीटर की खरीद की गई है वह 800 वोल्ट के ज्यादा पावर का हीटर नहीं बनाती है, लेकिन 1200 वाल्ट के 1990 रुपए प्रति के हिसाब से 40 नग खरीदे किए जाने के लिए झूठे दस्तावेज बनाए गए हैं. उसने आरोप लगाया कि उपकरण खरीदे ही नहीं गए सिर्फ फर्जी दस्तावेज लगाकर भुगतान को दर्शाया गया है, जिसमें गणपति इंडिया के संचालक अशोक बंसल भी शामिल है.
खरीदे गए 300 बक्से
कच्छावा ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल फिलहाल अभी 300 बक्से ही खरीदे गए हैं, जिन्हें कागजों में 13 किलो दर्शाया गया है, लेकिन उनमें 11 किलो ही माल लगा हुआ है. वेट बढ़ाने के लिए साइड में मिट्टी भरी गई है, जिसको लेकर उन्होंने कहा कि लगातार सीआरपीएफ धोखाधड़ी कर रही है, जिसको लेकर इस प्रकार से के जरिए गंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है.