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श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया से मिले आर्मी चीफ नरवणे, आपसी सहयोग पर चर्चा

आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने श्रीलंका के राष्ट्रपति (President of Sri Lanka) गोतबाया राजपक्षे (Gotabay Rajapaksa) से मुलाकात की और आपसी और रणनीतिक सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की. जनरल नरवणे ने इससे पहले सेना के शीर्ष नेतृत्व से भी मुलाकात की.

गोतबाया राजपक्षे के साथ आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
गोतबाया राजपक्षे के साथ आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
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Published : Oct 13, 2021, 4:58 PM IST

Updated : Oct 13, 2021, 6:09 PM IST

कोलंबो : भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने बुधवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे से मुलाकात की और आपसी और रणनीतिक सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की.

इससे पहले नरवणे ने यहां श्रीलंकाई सेना के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की और प्रगाढ़ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की.

गारद का निरीक्षण करते आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
गारद का निरीक्षण करते आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे

भारतीय सेना ने एक ट्वीट में कहा कि अपने श्रीलंकाई समकक्ष जनरल शावेंद्र सिल्वा के निमंत्रण पर मंगलवार को चार दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे जनरल नरवणे ने रक्षा मंत्रालय के सचिव जनरल (सेवानिवृत्त) जीडीएच कमल गुनारत्ने से मुलाकात की. श्रीलंका व भारत के बीच प्रगाढ़ रक्षा सहयोग को और आगे बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की.

उन्होंने सेना मुख्यालय का भी दौरा किया जहां उन्होंने सम्मान गारद का निरीक्षण किया. भारतीय सेना की तरफ से जारी एक अन्य ट्वीट के मुताबिक, 'सेना प्रमुख ने शानदार 'टर्नआउट व परेड' के लिए गारद की सराहना भी की.'

भारतीय सेना ने कहा कि जनरल नरवणे ने जनरल शावेंद्र सिल्वा से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने यात्रा के दौरान श्रीलंकाई सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से भी बातचीत की.

जनरल नरवणे ने यहां भारतीय शांति सेना (आईपीकेपी) युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किया और भारतीय सेना के उन बहादुरों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने श्रीलंका में शांति अभियान के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी. उन्होंने श्रीलंकाई सेना के पूर्व सैनिकों से भी बातचीत की.

वह खुद भी 1987 से 1990 के बीच उत्तरी व पूर्वी श्रीलंका में भारतीय शांतिरक्षक बल में अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

यहां भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, '(उनका) दौरा भारत और श्रीलंका के बीच रक्षा क्षेत्र में गहन सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेगा.'

अपनी यात्रा के दौरान, जनरल नरवणे के श्रीलंकाई सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से भी मिलने की उम्मीद है.

गुरुवार को वह पूर्व में मदुरू ओया स्पेशल फोर्स ट्रेनिंग स्कूल में चल रहे द्विपक्षीय अभ्यास 'मित्र शक्ति' का अंतिम प्रदर्शन देखेंगे. भारत और श्रीलंका ने पिछले सप्ताह द्वीपीय राष्ट्र के पूर्वी जिले अम्पारा में युद्धक प्रशिक्षण स्कूल में आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ 12 दिवसीय व्यापक सैन्य अभ्यास शुरू किया था.

कर्नल प्रकाश कुमार की अध्यक्षता में भारतीय सेना के 120 जवानों की सशस्त्र टुकड़ी की भागीदारी के साथ चार से 15 अक्टूबर तक 'मित्र शक्ति' अभ्यास का आठवां संस्करण चल रहा है.

पढ़ें- सेना को मिली सौगात, इस खास ब्रिजिंग सिस्टम से आर्मी को मिलेगी मदद

जनरल नरवणे की यात्रा विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के श्रीलंका दौरे और देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के एक सप्ताह बाद हो रही है. श्रृंगला ने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में मार्गदर्शन और घनिष्ठ सहयोग के लिए राष्ट्रपति राजपक्षे को भी धन्यवाद दिया था.
(पीटीआई-भाषा)

कोलंबो : भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने बुधवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे से मुलाकात की और आपसी और रणनीतिक सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की.

इससे पहले नरवणे ने यहां श्रीलंकाई सेना के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की और प्रगाढ़ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की.

गारद का निरीक्षण करते आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
गारद का निरीक्षण करते आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे

भारतीय सेना ने एक ट्वीट में कहा कि अपने श्रीलंकाई समकक्ष जनरल शावेंद्र सिल्वा के निमंत्रण पर मंगलवार को चार दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे जनरल नरवणे ने रक्षा मंत्रालय के सचिव जनरल (सेवानिवृत्त) जीडीएच कमल गुनारत्ने से मुलाकात की. श्रीलंका व भारत के बीच प्रगाढ़ रक्षा सहयोग को और आगे बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की.

उन्होंने सेना मुख्यालय का भी दौरा किया जहां उन्होंने सम्मान गारद का निरीक्षण किया. भारतीय सेना की तरफ से जारी एक अन्य ट्वीट के मुताबिक, 'सेना प्रमुख ने शानदार 'टर्नआउट व परेड' के लिए गारद की सराहना भी की.'

भारतीय सेना ने कहा कि जनरल नरवणे ने जनरल शावेंद्र सिल्वा से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने यात्रा के दौरान श्रीलंकाई सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से भी बातचीत की.

जनरल नरवणे ने यहां भारतीय शांति सेना (आईपीकेपी) युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किया और भारतीय सेना के उन बहादुरों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने श्रीलंका में शांति अभियान के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी. उन्होंने श्रीलंकाई सेना के पूर्व सैनिकों से भी बातचीत की.

वह खुद भी 1987 से 1990 के बीच उत्तरी व पूर्वी श्रीलंका में भारतीय शांतिरक्षक बल में अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

यहां भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, '(उनका) दौरा भारत और श्रीलंका के बीच रक्षा क्षेत्र में गहन सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेगा.'

अपनी यात्रा के दौरान, जनरल नरवणे के श्रीलंकाई सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से भी मिलने की उम्मीद है.

गुरुवार को वह पूर्व में मदुरू ओया स्पेशल फोर्स ट्रेनिंग स्कूल में चल रहे द्विपक्षीय अभ्यास 'मित्र शक्ति' का अंतिम प्रदर्शन देखेंगे. भारत और श्रीलंका ने पिछले सप्ताह द्वीपीय राष्ट्र के पूर्वी जिले अम्पारा में युद्धक प्रशिक्षण स्कूल में आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ 12 दिवसीय व्यापक सैन्य अभ्यास शुरू किया था.

कर्नल प्रकाश कुमार की अध्यक्षता में भारतीय सेना के 120 जवानों की सशस्त्र टुकड़ी की भागीदारी के साथ चार से 15 अक्टूबर तक 'मित्र शक्ति' अभ्यास का आठवां संस्करण चल रहा है.

पढ़ें- सेना को मिली सौगात, इस खास ब्रिजिंग सिस्टम से आर्मी को मिलेगी मदद

जनरल नरवणे की यात्रा विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के श्रीलंका दौरे और देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के एक सप्ताह बाद हो रही है. श्रृंगला ने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में मार्गदर्शन और घनिष्ठ सहयोग के लिए राष्ट्रपति राजपक्षे को भी धन्यवाद दिया था.
(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Oct 13, 2021, 6:09 PM IST
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