टोक्यो : जापान में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन का पहला मामला सामने आने की मंगलवार को पुष्टि हुई. एक अधिकारी ने बताया कि नामीबिया से हाल में लौटे व्यक्ति के इस नए स्वरूप से संक्रमित होने की जानकारी सामने आई है.
मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाज़ु मात्सुनो ने कहा कि रविवार को नरीता हवाई अड्डे पहुंचा 30-32 साल का एक युवक जांच में संक्रमित पाया गया. उसे अलग कर दिया गया तथा उसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. मात्सुनो ने निजता कारणों से उसकी नागरिकता के बारे में नहीं बताया.
राष्ट्रीय संक्रामक रोग संस्थान में एक जीनोम विश्लेषण में मंगलवार को पुष्टि हुई कि वह कोरोना वायरस के उस नए स्वरूप से संक्रमित है, जिसकी पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पहचान की गयी.
उनके साथी यात्रियों और आस-पास की सीटों पर बैठे यात्रियों की पहचान कर ली गई है और जापानी स्वास्थ्य अधिकारियों को आगे की कार्रवाई के लिए सूचित कर दिया गया है. जापानी मीडिया ने कहा कि मरीज के दो रिश्तेदारों की जांच नेगेटिव आई है और उन्हें नरीता हवाई अड्डे के पास एक सरकारी केंद्र में पृथक-वास में रखा गया है.
मात्सुनो ने कहा कि सरकार सीमा पर सख्त नियंत्रण बनाए रखेगी और नए स्वरूप के जीनोम विश्लेषण करने की अपनी क्षमता बढ़ाएगी.
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जापान ने सोमवार को घोषणा की कि वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ आपातकालीन एहतियाती कदम के तौर पर वह मंगलवार से शुरू करते हुए सभी विदेशी आगंतुकों के प्रवेश को इस साल के अंत तक अस्थायी रूप से प्रतिबंधित करेगा. सरकार ने प्रवेश के बाद जापानी नागरिकों एवं आवास परमिट वाले विदेशियों को आगमन पर 14 दिन पृथक-वास में रहना भी अनिवार्य कर दिया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को चेतावनी दी कि शुरुआती सबूतों के आधार पर ओमीक्रोन स्वरूप से वैश्विक जोखिम बहुत अधिक है और कहा कि इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
(पीटीआई-भाषा)