उदयपुर. लेक सिटी की झीलें जहां पिछले कुछ दिनों पूर्व सूखने की कगार पर पहुंच गई थी, वहीं मानसून की सक्रियता के बाद अब शहर की झीलों में फिर से पानी की आवक बढ़ गई और उदयपुर की झीलें अब छलकने की कगार पर पहुंच गई हैं.
15 अगस्त के बाद उदयपुर में हुई मानसून की बारिश ने सीसारमा नदी और मदार नहर के माध्यम से उदयपुर के पिछोला झील और फतेह सागर में पानी की आवक को बढ़ा दिया था. जहां पिछली कुछ बारिशों के बाद पिछोला झील छलक गई है और स्वरूप सागर से पानी बहता आयड नदी के माध्यम से उदयसागर में जा रहा है.
पढ़ेंः पढ़ेंः झीलों की नगरी पहुंचे बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल, कर रहे Video Album की शूटिंग
तो वहीं अब शहर की शान माने जाने वाली फतेहसागर झील भी छलकने की कगार पर पहुंच गई है. फतेहसागर झील का जलस्तर साढे़ ग्यारह फीट को पार कर गया है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि अगले कुछ वर्षों के बाद दुनिया भर में उदयपुर की पहचान फतेहसागर झील भी छलक जाएगी.
बता दें कि उदयपुर में पिछोला झील की भराव क्षमता जहां 11 फीट है, तो वहीं फतेहसागर झील की भराव क्षमता 13 फिट ऐसे में पिछोला और फतेहसागर का जलस्तर 11 फिट होने पर पिछोला और फतेहसागर को जोड़ने वाली लिंक नहर को बंद कर दिया जाता है और पिछोला का पानी स्वरूप सागर के माध्यम से आयाड नदी में छोड़ा जाता है.
उदयपुर में लगातार हो रही बारिश के बाद लबालब हुई शहर की झीलें... छलका स्वरूप सागर
उदयपुर में लगातार हो रही बारिश के बाद शहर की झीलों में जल राशि की आवक लगातार जारी है. उदयपुर की फतेहसागर झील का जलस्तर जहां साढ़े 11 फीट पर पहुंच गया है. वहीं, अब शहर का स्वरूप सागर मंगलवार को छलक गया और ओवरफ्लो होने के चलते स्वरूप सागर का पानी बहकर आयड नदी के माध्यम से उदय सागर में जा रहा है.