उदयपुर. मेवाड़ की दो विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर चुनावी प्रचार-प्रसार ने अब तेजी पकड़ी ली है. भाजपा ने लंबे समय के सूखे के बाद अपने दिग्गज नेताओं की फौज चुनाव प्रचार में उतार दी है. भाजपा के स्टार प्रचारक पार्टी प्रत्याशियों को जिताने की अपील कर रहे हैं. वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के स्टार प्रचारक केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने पार्टी प्रत्याशी हिम्मत सिंह झाला के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया. केंद्रीय मंत्री बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी सरकार की नीतियों की जमकर तारीफ की और गहलोत सरकार पर तंज कसे.
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने गहलोत सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं. कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जो वादे किए थे, उन्हें भी धरातल पर नहीं उतर पाई. किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ.
बेरोजगारी भत्ता भी नहीं मिला. ऐसे में मुख्यमंत्री गहलोत का नाम घोषणा गहलोत कर देना चाहिए. राजस्थान की गहलोत सरकार को बने 3 साल हो गए. 3 साल में छोटा बच्चा भी चलना सीख जाता है. लेकिन 3 साल बाद भी गहलोत की सरकार घुटनों के बल रेंग रही है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार से डरे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उप चुनाव में कांग्रेस को भितरघात का सामना करना पड़ रहा है .सचिन पायलट चुनाव प्रचार से दूरी बना रखी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर डर रहे हैं. प्रियंका गांधी और राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में होने वाली हर घटना पर राजनीति करते हैं. केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि दोनों उपचुनाव राजस्थान के राजनीति के लिए सेमीफानल है और भाजपा को जीत मिलेगी.
पढ़ें. जब तक सड़क नहीं तब तक वोट नहीं, सरमथुरा पंचायत समिति के इस गांव के मतदाता करेंगे चुनाव का बहिष्कार, घरों पर लगाए बहिष्कार के पोस्टर
केंद्रीय मंत्री ने प्रियंका गांधी पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री मंत्री बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस उत्तरप्रदेश में सत्ता में नहीं आएगी. यूपी चुनावों में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने की घोषणा चुनावी स्टंट है. लोग बड़े-बड़े वादे करके चांद सितारे लाने की भी बात कर सकते हैं. पहले मैं सोचता था कि प्रियंका गांधी राजनीति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है. उनमें इंदिरा गांधी की झलक दिखाई देगी.
अमेठी सीट कांग्रेस की अजय सीट हुआ करती थी. लेकिन इसके बावजूद भी राहुल गांधी चुनाव हार गए. राहुल को लगा कि बहन प्रियंका नैया पार नहीं कर पाएगी इसलिए दक्षिण भारत की सीट से चुनाव लड़े.