उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को कन्हैयालाल की दिनदहाड़े निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस जघन्य वारदात के बाद गहलोत सरकार ने कन्हैयालाल के परिवार को आर्थिक सहायता देते हुए उनके दोनों बेटों यश और तरुण को कनिष्ठ सहायक की सरकारी नौकरी दी. शुक्रवार को दोनों बेटों ने मां का आशीर्वाद लेकर घर से नौकरी ज्वाइन करने के लिए पहुंचे. इससे पहले मां यशोदा ने दोनों बेटों को गले लगाकर दही खिलाकर आशीर्वाद दिया. इस दौरान दोनों बेटों ने पिता के फोटो के सामने हाथ जोड़कर इस नई जिम्मेदारी के लिए आशीर्वाद लिया.
कन्हैयालाल के पुत्र यश और तरुण ने ईटीवी से साझा किया अपना दर्द : कन्हैयालाल के पुत्र उदयपुर कलेक्ट्रेट में कनिष्ठ सहायक का पद पर (Deceased Kanhaiya Lal Sons Statement) शुक्रवार को ज्वाइन किया. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि पिता के जाने के बाद आज कंधों पर नई जिम्मेदारी आई है. कन्हैया के पुत्र यश ने बताया कि 22 जुलाई को ज्वाइनिंग के लिए पहले से ही परिवार के लोगों ने चर्चा की थी इसके लिए परिवार के अन्य लोगों को भी घर बुलाया गया. यश ने बताया कि मां ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि अपने काम को पूरी निष्ठा के साथ करो, भगवान तुम्हारा साथ देगा. मां ने भारी मन से कहा कि आगे चलकर तुम अपने पिता की तरह बनो, क्योंकि उन्होंने सभी का मान-सम्मान रखा. ऐसे में तुम दोनों भी उनके पद चिन्हों पर चलो, जिससे उनके मान-सम्मान को कोई ठेस ना पहुंचे.
कन्हैयालाल के पुत्र यश ने कहा कि आज से 24 दिन पहले मैं अपने जीवन में बेफिक्र था. हमें किसी तरह की टेंशन लेने की जरूरत नहीं थी. हमारे पिता हमें बहुत प्यार करते थे, लेकिन उनके जाने के बाद जीवन में खालीपन सा नजर आ रहा है. मेरे पिता के जाने के बाद हमारे कंधों पर जो बोझ आया है, उसका अब एहसास हो रहा है. क्योंकि पिता के जाने के बाद (Udaipur Brutal Murder) हर काम और हर जिम्मेदारी को निभाना पड़ता है.
नौकरी करने के साथ यूपीएससी की तैयारी करने का सपना : कन्हैयालाल के पुत्र यश ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कनिष्ठ सहायक की जो नौकरी दी गई है. उसे पूरी ईमानदारी के साथ करना चाहते हैं. इसके साथ हम दोनों पढ़ाई भी करना चाहते हैं. यश ने बताया कि मेरे पापा का सपना था कि ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की तैयारी करूं.
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कन्हैयालाल की दुकान चलाने को लेकर स्टाफ से पूछा, लेकिन मना कर दिया : कन्हैयालाल के पुत्र यश ने बताया कि पिता की दुकान चलाने को लेकर जब उनके स्टाफ से पूछा गया तो उन्होंने मना कर दिया. क्योंकि इस घटना के बाद वह लोग भी डरे हुए हैं.
कन्हैयालाल के पुत्रों को राज्य सरकार से अपील : 24 दिन पूर्व निर्मम हत्याकांड में अपने पिता को खो चुके कन्हैयालाल के पुत्रों ने कहा कि राज्य सरकार को जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दिलानी चाहिए. हमारे साथ पूरा देश यही चाहता है कि हमारे पिता के हत्यारों को फांसी की सजा हो. कन्हैयाला के पुत्र ने कहा कि अभी तक जो पकड़े गए हैं, हत्याकांड में केवल यही लोग नहीं हैं. इनसे जुड़े हुए कई और लोग हैं जो इस साजिश में शामिल थे. इसमें पाकिस्तान के लिंक भी सामने आए, इसमें बहुत कुछ निकलना बाकी है.
कन्हैयालाल के छोटे बेटे तरुण ने कहा कि मां का आशीर्वाद लेकर घर से निकले हैं. उन्होंने कहा कि घटना के 24 दिन बाद भी पिता की याद (Tailor Kanhaiya Lal Killing) आती है. इस पूरी वारदात को लेकर मन में बड़ी गुस्सा और पीड़ा है. घर में पिता के बिना बड़ा ही अजीब सा लगता है, लेकिन कुछ नहीं कर पाते हैं.