उदयपुर. जिले के प्रभारी मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने गुरुवार को जिला परिषद सभागार में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली और निर्देश दिए कि राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत समस्त विकास कार्य तय समय सीमा में पूर्ण हो ताकि उसका लाभ लोगों को मिल सकें और सरकार की मंशा पूर्ण हो सके. संभागीय आयुक्त विकास एस भाले, जिला कलक्टर चेतन देवड़ा सहित समस्त संबंधित विभागीय जिला अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित इस बैठक में एक-एक कर विभागीय गतिविधियों और फ्लेगशिप योजनाों की समीक्षा की गई.
हर सरकारी कार्यालय बने आदर्श
प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बैठक के दौरान उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक सरकारी ऑफिस में सुलभ शौचालयों की साफ-सफाई, पीने के पानी और जनता के बैठने के लिए स्थान सुनिश्चित होना चाहिए. जनकल्याण से जुडे़ कार्यों में कोताही नहीं होनी चाहिए. हर विभाग आदर्श विभाग बनने का प्रयास करें और सरकारी योजनाओं को तय समय पर पूरा करें. सिर्फ घोषणाएं नहीं होनी चाहिए, धरातल पर कार्य होता दिखना चाहिए.
स्कूलों में सेनेटरी नैपकिन वितरण की हो पुख्ता व्यवस्था
प्रभारी मंत्री खाचरियावास ने स्कूली छात्राओं और किशोरियों के लिए सेनेटरी नैपकीन वितरण योजना के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली. प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिले की प्रत्येक सरकारी स्कूल में महिला अधिकारियों और महिला चिकित्सकों और महिला पुलिसकर्मियों को महीने में एक बार जाकर स्कूली बच्चियों से बात करनी चाहिए, ताकि वे अपनी परेशानियों को खुलकर बता सके. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में डीएमएफटी फंड से सेनेटरी नैपकीन मशीन लगवाने के भी निर्देश दिए.
ई-मित्रों पर रखें नजर
बैठक में प्रभारी मंत्री ने कहा कि सरकारी योजनओं का लाभ दिलाने के लिए ई-मित्रों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है. ऐसे में विभागीय अधिकारियों को इन पर सतत नजर रखनी चाहिए. उन्होंने जिले में ई-मित्रों की अनियमितताओं पर की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली तो कलेक्टर देवड़ा ने बताया कि जिले के 2 ई-मित्रों के विरूद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई गई है.
स्मार्ट सिटी में सिकुड़े नहीं सड़कें
स्मार्ट सिटी परियोजना की समीक्षा दौरान प्रभारी मंत्री ने कहा कि आम जनता की सुविधा को देखते हुए सड़कों को चौड़ा किया जाना चाहिए. स्मार्ट सिटी में सड़कों को सिकुड़ा नहीं जाना चाहिए. इस दौरान उन्होंने संबंधित विकास कार्यों में आम जनता की सहूलियतों का भी खयाल रखने के निर्देश दिए. उन्होंने शहर के प्राचीन शिल्प-स्थापत्य, नगर निर्माण शैली और प्राचीन अन्य धरोहरों को मूल स्वरूप में बरकरार रखते हुए इसे सुरक्षित और संरक्षित करने के निर्देश दिए.
वहीं प्रभारी मंत्री खाचरियावास ने कहा कि यदि सड़क पर कोई स्कूली छात्रा या अकेली महिला रोडवेज बस रुकवाने के लिए हाथ दिखाए तो रोडवेज रुकनी चाहिए. अकेली महिला और बच्चियों को रोडवेज पर भरोसा है कि रोडवेज में उनका सफर सुरक्षित रहेगा. इसके लिए उन्होंने आरटीओ को कार्रवाई के निर्देश दिए.
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इन प्रस्तावों पर भी बनी सहमति
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उदयपुर विधायक गुलाबचंद कटारिया, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा और धरियावद विधायक गौतमलाल मीणा और जिला कलक्टर चेतन देवड़ा की मौजूदगी में 16 करोड़ की लागत से कोटड़ा और ऋषभदेव मंदिर के पास सड़क निर्माण, डीएमएफटी से एसएमएफटी में फंड हस्तांतरित करने, प्रत्येक विधायक को विकास कार्यों के लिए 6.5 करोड़ रुपए स्वीकृत करने, मैनेजमेंट कमेटी और गवर्नमेंट काउंसिल की पुरानी बैठकों की कार्रवाई का अनुमोदन करने जैसे प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पास किए गए.