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विद्या के मंदिर में घुलता जातिवाद का जहर, नन्हे बच्चे हो रहे परेशान, कलेक्टर मैडम से की शिकायत - Udaipur News

देश में लगातार जातिवाद को खत्म करने की कोशिशें जा रही है, लेकिन उदयपुर में एक स्कूल ऐसा है, जहां पर शिक्षा के मंदिर में ही जातीय टिप्पणी और जातिवाद का जहर घोला जा रहा है. जी हां, उदयपुर के शांति नगर प्राथमिक स्कूल में लंबे समय से कई नन्हे बच्चों को जातिगत टिप्पणी के आधार पर बुलाए जाने की घटना सामने आई है. इतना ही बच्चों और उनके अभिभावकों का आरोप था कि उनसे स्कूली काम भी करवाया जा रहा था. जिसके बाद बुधवार को नन्हे बच्चे अपनी शिकायत को लेकर कलेक्टर मैडम के पास पहुंचे और इस पूरे मामले से उन्हें अवगत कराया. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं.

The poison of casteism, Udaipur News, उदयपुर न्यूज
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Published : Sep 18, 2019, 10:24 PM IST

उदयपुर. शहर के शांति नगर के पास बने सरकारी स्कूल में नन्हे बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने और जातिगत टिप्पणी कर बच्चों को बुलाने का मामला सामने आया है. अपनी शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे बच्चों व परिजनों का कहना रहा कि प्राथमिक उनसे स्कूल में कभी झाड़ू मंगवाए जाते है तो कभी स्कूल की सफाई करवाई जाती है.

उदयपुर में अपनी फरियाद लेकर स्कूली बच्चे अपने परिजनों संग पहुंचे कलेक्टर के पास

इतना ही नहीं बच्चों को जातिगत आधार पर बुलाया जाता और अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है. जैसे ही इस पूरे मामले की शिकायत नन्हे बच्चों ने अपने परिजनों से की तो परिजन स्कूल पहुंचे, लेकिन शिक्षिका द्वारा परिजनों से भी अभद्र व्यवहार किया गया. जिसके बाद बुधवार को स्कूली छात्र और उनके परिजन कलेक्ट्रेट पहुंचे और इस पूरे मामले की शिकायत जिला कलेक्टर आनंदी से की.

यह भी पढ़ें : गोवा में 20 सितंबर को GST काउंसिल की बैठक...यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल करेंगे राजस्थान का प्रतिनिधित्व

आपको बता दें कि पिछले लंबे समय से यह बच्चे जातिगत टिप्पणी का शिकार हो रहे थे. इनमें कुछ मासूम तो ऐसे थे जो अपने दर्द को भी बयां नहीं कर सकते थे. ऐसे में अब जिला कलेक्टर ने इनकी शिकायत पर पूरे मामले की जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं. वहीं स्कूली विद्यार्थियों का कहना रहा कि स्कूल की एक शिक्षिका लंबे समय से पिछड़े वर्ग के बच्चों को परेशान कर रही है और जब परिजनों ने शिक्षिका से उनकी परेशानी का कारण जानना चाहा तो परिजनों पर भी शिक्षिका ने जातिगत टिप्पणी की. जिसके बाद अब मामला जिला कलेक्टर के पास पहुंच गया है.

यह भी पढ़ें : सतीश पूनिया को भी गुजरना होगा संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया से, तभी बनेंगे 'निर्वाचित' प्रदेश अध्यक्ष

आपको बता दें कि इस पूरे मामले में अब परिजन और छात्र जिला कलेक्टर की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि लंबे समय से विद्यार्थी स्कूल जाने से भी डरने लग गए हैं.

उदयपुर. शहर के शांति नगर के पास बने सरकारी स्कूल में नन्हे बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने और जातिगत टिप्पणी कर बच्चों को बुलाने का मामला सामने आया है. अपनी शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे बच्चों व परिजनों का कहना रहा कि प्राथमिक उनसे स्कूल में कभी झाड़ू मंगवाए जाते है तो कभी स्कूल की सफाई करवाई जाती है.

उदयपुर में अपनी फरियाद लेकर स्कूली बच्चे अपने परिजनों संग पहुंचे कलेक्टर के पास

इतना ही नहीं बच्चों को जातिगत आधार पर बुलाया जाता और अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है. जैसे ही इस पूरे मामले की शिकायत नन्हे बच्चों ने अपने परिजनों से की तो परिजन स्कूल पहुंचे, लेकिन शिक्षिका द्वारा परिजनों से भी अभद्र व्यवहार किया गया. जिसके बाद बुधवार को स्कूली छात्र और उनके परिजन कलेक्ट्रेट पहुंचे और इस पूरे मामले की शिकायत जिला कलेक्टर आनंदी से की.

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आपको बता दें कि पिछले लंबे समय से यह बच्चे जातिगत टिप्पणी का शिकार हो रहे थे. इनमें कुछ मासूम तो ऐसे थे जो अपने दर्द को भी बयां नहीं कर सकते थे. ऐसे में अब जिला कलेक्टर ने इनकी शिकायत पर पूरे मामले की जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं. वहीं स्कूली विद्यार्थियों का कहना रहा कि स्कूल की एक शिक्षिका लंबे समय से पिछड़े वर्ग के बच्चों को परेशान कर रही है और जब परिजनों ने शिक्षिका से उनकी परेशानी का कारण जानना चाहा तो परिजनों पर भी शिक्षिका ने जातिगत टिप्पणी की. जिसके बाद अब मामला जिला कलेक्टर के पास पहुंच गया है.

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आपको बता दें कि इस पूरे मामले में अब परिजन और छात्र जिला कलेक्टर की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि लंबे समय से विद्यार्थी स्कूल जाने से भी डरने लग गए हैं.

Intro:देश में लगातार जातिवाद को खत्म करने की बात की जा रही हो लेकिन राजस्थान के उदयपुर में एक स्कूल ऐसा है जहां पर शिक्षा के मंदिर में ही नस्लीय टिप्पणी और जातिवाद का जहर घोला जा रहा है जी हां उदयपुर के शांति नगर प्राथमिक स्कूल में लंबे समय से नन्हे बच्चों को जातिगत टिप्पणी के आधार पर बुलाया जाता है और उनसे स्कूली काम करवाया जा रहा था जिसके बाद आज नन्हे बच्चे अपने शिकायत को लेकर कलेक्टर मैडम के पास पहुंचे और इस पूरे मामले से अवगत कराया जिसके बाद जिला कलेक्टर ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं


Body:उदयपुर शहर के शांति नगर के पास बने सरकारी स्कूल में नन्हे बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने और जातिगत टिप्पणी कर बच्चों को बुलाने का मामला सामने आया है दरअसल प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले सभी स्कूली बच्चों से कभी झाड़ू मंगवाए जाते तो कभी स्कूल की सफाई करवाई जाती इतना ही नहीं बच्चों को जातिगत आधार पर बुलाया जाता और अभद्र भाषा का प्रयोग किया जा रहा था जैसे ही इस पूरे मामले की शिकायत नन्हे बच्चों ने अपने परिजनों से कि परिजन स्कूल पहुंचे लेकिन शिक्षिका द्वारा परिजनों से भी अभद्र व्यवहार किया गया जिसके बाद आज स्कूली छात्र और उनके परिजन जिला कलेक्ट्री पहुंचे और इस पूरे मामले की शिकायत जिला कलेक्टर आनंदी से कि आपको बता दें कि लंबे समय से यह सभी बच्चे जातिगत टिप्पणी का शिकार हो रहे थे इनमें कुछ मासूम तो ऐसे थे जो अपने दर्द को भी बयां नहीं कर सकते थे ऐसे में अब जिला कलेक्टर ने इनकी शिकायत पर पूरे मामले की जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं आपको बता दें कि स्कूली छात्रों का कहना है कि मधु शर्मा नाम की एक शिक्षिका लंबे समय से पिछड़े वर्ग के बच्चों को परेशान कर रही है और जब परिजनों ने शिक्षिका से उनकी परेशानी का कारण जानना चाहा तो परिजनों पर भी शिक्षिका ने जातिगत टिप्पणी की जिसके बाद अब मामला जिला कलेक्टर के पास पहुंच गया है


Conclusion:आपको बता दें कि इस पूरे मामले में अब परिजन और छात्र जिला कलेक्टर की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि लंबे समय से स्कूली छात्र स्कूल जाने से भी डरने लग गए हैं
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