उदयपुर. मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह का मामला(irregularities of Mohanlal Sukhadia University Udaipur Vice Chancellor) फिर से तूल पकड़ता हुआ दिख रहा है. गुरुकुल यूनिवर्सिटी के फर्जी मौका रिपोर्ट बनाने के मामले में वीसी अमेरिका सिंह को अब राजभवन के सामने पेश होना होगा. राज्यपाल ने सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह को व्यक्तिगत सुनवाई के लिए बुलवाया (Amerika Singh to appear before Rajbhawan) है.वीसी अमेरिका सिंह को 27 मई के दिन राजभवन माउंट आबू पहुंचना होगा. अगर अमेरिका सिंह अगली सुनवाई पर भी उपस्थित नहीं होते हैं तो राजभवन उनके खिलाफ एक्शन ले सकता है.
सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह के खिलाफ सरकार ने कमेटी बनाई थी. इससे पहले भी सिंह एक अन्य मामले में अनुभव और योग्यता प्रमाण पत्र की जांच का सामना कर रहे हैं. इस बार अमेरिका सिंह को गुरुकुल यूनिवर्सिटी की फर्जी वेरीफिकेशन रिपोर्ट के मामले में 27 मई को राजभवन में पेश होना है. दरअसल, गुरुकुल यूनिवर्सिटी से जुड़े मामले में कमेटी की रिपोर्ट के बाद सरकार ने अमेरिका सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.इस पूरे मामले को लेकर राजभवन ने 13 मई को भी अमेरिका सिंह को बुलाया था लेकिन स्वास्थ्य का हवाला देकर अमेरिका सिंह पेश नहीं हुए थे.
अमेरिका सिंह की शैक्षणिक योग्यता को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए थे. इसकी जांच के लिए भी सरकार ने एक अन्य कमेटी का गठन किया था. इस कमेटी के सामने भी अमेरिका सिंह को 26 मई को बतौर प्रोफेसर 10 साल के अनुभव प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेजों के साथ पेश होने को कहा गया है. संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट की कमेटी ने भी जांच तेज कर दी है. इस मामले में उन्हें 4 मई को सभी दस्तावेजों के साथ पेश होने को कहा गया था लेकिन खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर वे पेश नहीं हुए थे.
कागजी यूनिवर्सिटी!: सीकर के गुरुकुल यूनिवर्सिटी मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई पिछले दिनों की थी. इस विवि की वेरीफिकेशन रिपोर्ट में गुरुकुल यूनिवर्सिटी कागजों में खड़ी हुई दिखी. जांच चली तो तीन लोगों को दोषी पाया गया. इसके तहत लॉ कॉलेज अलवर के प्रोफेसर विजय बेनीवाल को दोषी मानते हुए सस्पेंड कर दिया गया था. फिर सरकार ने सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जीएस राठौड़ और राजस्थान यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जैन सिंह को भी निलंबित कर दिया था.
राजस्थान विधानसभा वापस लिया था बिल: ऐसा शायद पहली बार हुआ होगा कि राजस्थान विधानसभा में गुरुकुल विश्वविद्यालय सीकर के विधेयक को सरकार ने जांच कमेटी की गलत रिपोर्ट के चलते वापस किया था. दरअसल, जिस निजी विश्वविद्यालय स्थापना से जुड़ा विधेयक सदन में पाठ कराने के लिए रखा गया था धरातल पर न तो उसका भवन निर्माण हुआ था और न ही बिल में दी गई जानकारी धरातल पर सही निकली थी. सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और विधानसभा में कई अन्य विधायकों ने अनगिनत सवाल उठाए थे.