उदयपुर. कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए 3 मई तक देशभर में लॉकडाउन लागू है, राजस्थान में भी सरकार द्वारा लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन राजस्थान के उदयपुर में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सरकारी सुविधाओं का बार-बार और बिना जरूरत के लाभ लेना चाह रहे थे. यह लोग मीडिया के समक्ष भी अपनी बातों को झूठे तरीके से रखते थे, ताकि इन्हें दानदाताओं और सरकार द्वारा मदद मिल सके.
उदयपुर जिला प्रशासन ने जब इस पूरे मामले की पड़ताल की तो जाना यह लोग बिना जरूरत के ही झूठे तरीके से अपनी बातों को रखते थे, जबकि इनके घर में जरूरत की हर चीज उपलब्ध थी और जिला प्रशासन इस संकट की घड़ी में लगातार इनकी सहायता कर रहा है. बावजूद इसके यह जिला प्रशासन को कोसते नजर आ रहे थे. ऐसे में जब एसडीएम मंजू चौधरी के नेतृत्व में टीम ने इनके घर का निरीक्षण किया, तब हकीकत सामने आई और इन सभी लोगों ने प्रशासन के अधिकारियों से माफी भी मांगी है.
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बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है, इससे पूर्व उदयपुर के शहरी इलाके में भी इस तरह के कई लोग सामने आए थे. जो जरूरतमंद लोगों की मदद को गलत तरीके से ले रहे थे. उसके बाद प्रशासन द्वारा इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी.