उदयपुर. शहर में वन विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. वन्य जीव सप्ताह के तहत शुक्रवार को वन विभाग द्वारा सज्जनगढ अभ्यारण्य में श्रमदान का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, लेकिन इस कार्यक्रम की गंभीरता को शायद वन विभाग के अधिकारी ही नहीं समझ पाए.
इसका नतीजा यह रहा कि श्रमदान के दौरान चंद फॉरेस्ट गार्ड और पार्क के श्रमिक सफाई करते नजर आए. किसी अधिकारी ने यहां आने की जहमत नहीं उठाई. पूरा कार्यक्रम महज एक एसीएफ के भरोसे छोड़ दिया गया. हालांकि श्रमदान खत्म होने से पहले दो डीएफओ मौके पर पहुंचे और खानापूर्ति करते नजर आए.
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बहरहाल वन्यजीव सप्ताह के तहत जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाता हैं, लेकिन उदयपुर के वन अधिकारी स्वयं इस सप्ताह के प्रति जागरूक नजर नहीं आए. ऐसे में अब देखना होगा राजस्थान के वन मंत्री सुखराम विश्नोई और प्रशासनिक अधिकारी उदयपुर के लचर कार्यशैली वाले वन विभाग के अधिकारियों पर क्या कार्रवाई करते हैं या फिर शासन प्रशासन के आला अफसर भी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही पर लीपापोती में जुट जाते हैं.