उदयपुर. जिले में महिलाओं को सशक्त करने की दृष्टि से राजीविका के माध्यम से गठित किए गए महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए गुरुवार को दिन राहत भरा साबित हुआ. जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में विभिन्न बैंकों से 1199 राजीविका स्वयं सहायता समूहों को 20 करोड़ 84 लाख रुपयों का ऋण वितरण किया गया (udaipur loan distribution campaign).
शिविर में कलक्टर मीणा ने महिला स्वयं सहायता समूहों को इस अंचल की भौगोलिक स्थितियों को देखते हुए आजीविका संवर्धन के लिए अधिकाधिक बैंक ऋण प्रदान करने के निर्देश दिए (self help group gets loan). उन्होंने आह्वान किया कि, समूह की महिलाएं जंगली फूल-पत्तियों से हर्बल गुलाल का निर्माण कर रही हैं. होली के अवसर पर सभी यही गुलाल खरीदें ताकि इन गरीब व जरूरतमंद महिलाओं की आजीविका में सहयोग मिल सके.
बैंकों को खाते लंबित न रखने के आदेश: मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद मयंक मनीष ने बैंकों को निर्देश दिए कि वे स्वयं सहायता समूहों के खातों को बैंक में ज्यादा दिन लंबित न रखें उनका खाता सप्ताह के भीतर ही खोल दे, ताकि सरकार की ओर से इन समूहों को मिलने वाली सहायता राशि समय पर दी जा सके. जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. सुमन अजमेरा ने बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज द्वारा संचालित दीनदयाल अंत्योदय योजना, के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों को वित्त पोषित कर रहा है. इसका उद्देश्य है कि महिलाएं आजीविका गतिविधियों को बेहतर तरीके से संचालित कर सके. इस उपलक्ष में गुरुवार को डीसीसी एसएचजी सबकमेटी बैठक और विशाल मेगा क्रेडिट कैंप जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया.
विभिन्न बैंकों के क्षेत्रीय प्रबंधक व जिला नियंत्रक, राजीविका कार्मिक व स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रही. इस अवसर पर विभिन्न बैंकों के डेमो चेक वितरण के साथ ही स्वयं सहायता समूहों के खाते खोलने, उनको बैंक ऋण दिलाने एवं उनको आजीविका गतिविधियों से जोड़ने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैंक शाखा प्रबन्धकों, राजीविका कर्मचारियों एवं सामुदायिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी किया गया. कार्यक्रम का संचालन जिला प्रबंधक, वित्तीय समावेशन भेरूलाल बुनकर ने किया.